वाराणसीः आध्यात्म गो सेवा मिशन ट्रस्ट (मथुरा) द्वारा शृंगेरी मठ में कराए जा रहे श्रीमद्भागवत कथा ज्ञानयज्ञ में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छोटे भाई पंकज दामोदर दास मोदी वाराणसी पहुंचे. जिले के महमूरगंज स्थित श्रीगेंरी मठ वैश्विक महामारी के दौर में अपने प्राण त्यागने वाले लोगों के आत्मा की शांति के लिए श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया गया है. इसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मोदी के छोटे भाई पत्नी के साथ पहुंचे हैं.
जिले के प्रसिद्ध अस्सी घाट पर आध्यात्म गो सेवा मिशन ट्रस्ट के कमेटी के लोगों के साथ पंकज दामोदरदास मोदी अपनी पत्नी के साथ घाट पर पहुंचे. यहां पर बेहद ही सादगी के साथ वैश्विक महामारी में मरे हुए लोगों के तर्पण कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस दौरान मीडिया से बात करने से मना कर दिया. प्रधानमंत्री के भाई होने के बावजूद बेहद सादगी के साथ केवल एक पुलिसकर्मी के साथ घाट पर पहुंचे. यहां पर हर कोई अपने बीच में पंकज दामोदर दास मोदी को देखकर हैरान था. इस पूरे कार्यक्रम को व्यक्तिगत बताया गया. पंकज मोदी ने वैश्विक महामारी में अपनी प्राण गंवाने वाले लोगों के आत्मा शांति के लिए प्रार्थना किया. पूरे कार्यक्रम के दौरान पंकज मोदी की पत्नी उनके साथ मौजूद रहीं.
स्वामी पंकज शास्त्री ने बताया पितृपक्ष के पावन अवसर पर आध्यात्म गो सेवा मिशन ट्रस्ट द्वारा काशी में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया गया है. कोरोना काल में जितने भी सनातन धर्मी मानव बंधु ने अपना प्राण त्यागा है. उन्हीं के कल्याण के लिए यहां पर श्रीमद् भागवत का आयोजन किया गया. इसके साथ ही काशी के प्रसिद्ध श्रृंगेरी मठ में प्रातः काल पितृ कल्याण कथा का आयोजन किया जा रहा है. उसके बाद मध्यान काल में मां गंगा के पावन तट पर आकर गंगा जी के जल से उन सभी को तर्पण देते हैं.
शास्त्री जी ने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से या अन्य माध्यम से हमारे पास जिन लोगों का भी नाम गोत्र और पता आ रहा है. उनके तर्पण का कार्य हम लोग कर रहे हैं. यह 6 दिनों तक किया जाएगा. लोगों से अपील है वह ज्यादा से ज्यादा लोगों के नाम और गोत्र हम लोगों को भेजें ताकि उनकी आत्मा की शांति के लिए हम अपना यह कार्य कर सकें.