वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय के चिकित्सा विज्ञान संस्थान में प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया. प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए हृदयाघात तथा मानसिक आघात के खतरे को कम करने और जीवनशैली में बदलाव के लिए प्रतिभागियों का मॉडल प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
वाराणसी में कुल 8 ब्लॉक हैं, जिनमें इसका शोध किया जा चुका है. 15 मार्च को इसका परिणाम पता चलेगा कि कितने लोग इस प्रेस कॉन्फ्रेंस से प्रभावित हुए और कितने लोगों को इसका लाभ मिला. डॉ. हरिशंकर कहना है कि स्वस्थ और संतुलित आहार व्यायाम से बीमारियों को नियंत्रित किया जा सकता है. उनका कहना है कि हमारी परियोजना का उद्देश्य जीवन शैली में बदलाव के जरिए हृदयाघात और मस्तिष्क आघात के खतरे को कम करना है.
डॉ. हरिशंकर ने बताया कि इस परियोजना की स्वीकृति दिसंबर 2016 में हुई थी, लेकिन इसकी शुरुआत 15 मार्च 2017 से हुई. तीन सालों तक चलने वाले इस प्रशिक्षण का समापन 15 से 20 दिनों में किया जाएगा.
इसे भी पढ़ें:- वाराणसी: BHU 'उन्मेष 2020' में मेहंदी कंपटीशन, छात्रों ने भी लिया हिस्सा