देश का रक्षक बना प्राण रक्षक, ब्लड कैंसर पीड़ित मासूम के लिए किया रक्तदान - ब्लड कैंसर से पीड़ित मासूम के लिए पुलिसवाले ने किया रक्तदान
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में पुलिस वाले ने 3 साल की ब्लड कैंसर से पीड़ित एक बच्ची को रक्तदान किया. पुलिसकर्मी के रक्तदान करने का ये वीडियो इंटरनेट पर काफी वायरल हो रहा है.
वाराणसी: पुलिस वाले आपकी रक्षा-सुरक्षा के लिए हमेशा तैनात रहते हैं, इसका सबसे बड़ा उदाहरण एक पुलिसकर्मी ने मानवता का परिचय देते हुए दिया. ड्यूटी की थकान को पीछे छोड़ एक ब्लड कैंसर से पीड़ित तीन साल की बच्ची की जान बचाने का काम किया है. रक्तदान करते हुए पुलिस वाले का ये वीडियो इंटरनेट पर काफी वायरल हो रहा है.
पुलिस वाला बना फरिश्ता
दरअसल बलिया का रहने वाला एक परिवार अपनी 3 साल की बेटी का इलाज काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल अस्पताल में करवा रहा है. यह बच्ची ब्लड कैंसर से पीड़ित है, जिसके कारण उसे अक्सर ब्लड की जरूरत पड़ती है. गुरुवार की रात अचानक से बच्ची की जान बचाने के लिए परिवार को डॉक्टरों ने तीन यूनिट ओ नेगेटिव ब्लड लाने को कहा.
अमन नाम का एक समाजसेवी अस्पताल पहुंचा और उसने अपने सोशल मीडिया पर बच्चे की फोटो डालकर लोगों से ब्लड डोनेट करने की अपील की. उसी दौरान मुख्यमंत्री के रात्रि निरीक्षण की ड्यूटी के बाद लक्सा थाने लौट रहे सब इंस्पेक्टर मिथिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर बच्चे को खून की जरूरत की जानकारी का संदेश पढ़ा.
इंस्पेक्टर मिथिलेश यादव सीधे सर सुंदरलाल अस्पताल पहुंच गए. बातचीत के बाद वह IMA पहुंचे और IMA में ब्लड की व्यवस्था करने लगे, लेकिन उनसे डॉक्टरों ने कहा कि यदि एक यूनिट ब्लड आपकी तरफ से दिया जाएगा तभी हम ओ नेगेटिव ब्लड दे पाएंगे. जिसके बाद तत्काल इस पुलिस वाले ने बच्चे की जिंदगी बचाने के लिए अपना ब्लड डोनेट किया और ब्लड एक्सचेंज में लगने वाली रकम का भुगतान भी खुद किया. बच्ची को सही समय पर खून मिलने से उसकी जिंदगी बच गई.
मेरे पिता भी आर्मी से रिटायर्ड हैं और उनकी सीख है कि हमेशा किसी न किसी के काम आते रहो. यही वजह है कि ड्यूटी के बाद आराम करने की जगह उस बच्चे की जिंदगी बचाना मेरे लिए ज्यादा महत्वपूर्ण था और मैंने जाकर ब्लड डोनेट किया. इससे उस बच्ची की जिंदगी बच सकी.
-मिथिलेश, रक्तदान करने वाला पुलिसकर्मी
वाराणसी: खाकी पहने वर्दीधारी अक्सर अपने वर्दी का रौब झाड़ते हुए कुछ ऐसा कर गुजरते हैं जो कई बार हमारी आकार आता है लेकिन पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एक पुलिसकर्मी ने मानवता का परिचय देते हुए ड्यूटी की थकान को पीछे छोड़ एक 2 साल के ब्लड कैंसर से पीड़ित बच्चे की जान बचाने का काम किया है जिसके बाद पुलिस वाले का यह कारनामा तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
Body:वीओ-01 दरअसल बलिया का रहने वाला एक परिवार अपनी 3 साल की बेटी का इलाज काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल अस्पताल में करवा रहा है, 3 साल की बच्ची ब्लड कैंसर से पीड़ित है, जिसके कारण अक्सर ब्लड की जरूरत परिवार को पड़ती है. गुरुवार की रात जिस वक्त शहर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ थे उस वक्त अचानक से इस बच्ची की जिंदगी बचाने के लिए परिवार को डॉक्टरों ने तीन यूनिट ओ नेगेटिव ब्लड लाने को कहा जिसके बाद परिवार परेशान हो गया. परेशानी के वक्त समाजसेवी अमन वहां पहुंचा और उसने अपने सोशल मीडिया पर बच्चे की फोटो डालकर लोगों से ब्लड डोनेट करने की अपील की. उसी दौरान मुख्यमंत्री के रात्रि निरीक्षण की ड्यूटी से खाली होकर लक्सा थाने लौट रहे सब इंस्पेक्टर मिथिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर बच्चे को खून की जरूरत की जानकारी का संदेश पढ़ा और सीधे पहुंच गए सर सुंदरलाल अस्पताल बातचीत के बाद वह आईएमए पहुँचे और आईएमए में ब्लड की व्यवस्था करने लगे, लेकिन उनसे डॉक्टरों ने कहा कि यदि एक यूनिट ब्लड आपकी तरफ से दिया जाएगा तभी हम ओ नेगेटिव ब्लड दे पाएंगे. जिसके बाद तत्काल इस पुलिस वाले ने बच्चे की जिंदगी बचाने के लिए अपना ब्लड डोनेट किया और ब्लड एक्सचेंज में लगने वाली रकम का भुगतान भी खुद किया. जिसके बाद बच्चे को ब्लड मिला और उसकी जिंदगी बच गई.
Conclusion:वीओ-02 मिथिलेश का कहना है कि उसके पिता भी आर्मी में रह चुके हैं रिटायर्ड है और उनकी सीख है कि हमेशा किसी ना किसी के काम आते रहो यही वजह है कि ड्यूटी से खाली होने के बाद आराम करने की जगह उस बच्चे की जिंदगी बचाना मेरे लिए ज्यादा महत्वपूर्ण था और मैंने जाकर ब्लड डोनेट किया और उससे उस बच्चे की जिंदगी बस सकी.
बाईट- मिथिलेश यादव, ब्लड डोनेट करने वाला पुलिसकर्मी
गोपाल मिश्र
9839809074