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नीलगिरी इंफ्रासिटी फ्रॉड केस : पुलिस कमिश्नर ने गठित SIT की टीम को दिए दिशा-निर्देश

करोड़ों की धोखाधड़ी सहित अन्य आरोपों में चेतगंज पुलिस ने सोमवार को रियल इस्टेट कंपनी नीलगिरी इंफ्रासिटी के मुख्य प्रबंध निदेशक विकास सिंह, उसकी पत्नी प्रबंध निदेशक ऋतु सिंह व प्रबंधक प्रदीप यादव को काली महाल से गिरफ्तार किया था.

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Published : Sep 3, 2021, 9:05 AM IST

: पुलिस कमिश्नर ने गठित SIT की टीम को दिए दिशा-निर्देश
: पुलिस कमिश्नर ने गठित SIT की टीम को दिए दिशा-निर्देश

वाराणसी : नीलगिरि इंफ्रासिटी फ्रॉड केस के मामले में कंपनी के चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर (CMD) विकास सिंह, उसकी पत्नी मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) ऋतु सिंह और करीबियों पर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है. तीन दिनों में कंपनी पर कुल 38 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं. कंपनी ने विदेशों में रह रहे लोगों को भी ठगा है.

पुलिस कमिश्नर ए.सीतश गणेश ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एक एसआईटी टीम गठित की है. गुरुवार को बैठक कर एसआईटी टीम को दिशा निर्देश दिए हैं.

वहीं, पुलिस कमिश्नर द्वार एसआईटी सदस्यों के साथ बैठक कर पंजीकृत अभियोगों के विवेचनाओं के संभावित बिंदुओं पर चर्चा की है. उन्होंने अब तक गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों द्वारा अर्जित की गई स‍ंपत्तियों के संबंध में भी जानकारी के लिए टीम को निर्देशित किया है. इसके अलावा सभी सदस्यों को अलग-अलग बिंदुओं पर कार्रवाई के लिए भी निर्देशित किया है.

यह भी पढ़ें : वाराणसी विकास प्राधिकरण के दो जेई सस्पेंड, भ्रष्टाचार का लगा आरोप

वहीं, पुलिस कमिश्नर ए.सतीश गणेश द्वारा गठित SIT टीम जुटाए गए सभी सबूत प्रवर्तन निदेशालय (ED) से साझा करेगी. इसके बाद ED अपनी जांच अलग से शुरू करेगी. पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने एडीसीपी वरुणा जोन प्रबल प्रताप सिंह के नेतृत्व में SIT का गठन किया है. SIT टीम में एसीपी चेतगंज, एसएचओ सिगरा और एसएचओ जैतपुरा को शामिल किया गया है.

करोड़ों की धोखाधड़ी सहित अन्य आरोपों में चेतगंज पुलिस ने सोमवार को रियल इस्टेट कंपनी नीलगिरी इंफ्रासिटी के मुख्य प्रबंध निदेशक विकास सिंह, उसकी पत्नी प्रबंध निदेशक ऋतु सिंह व प्रबंधक प्रदीप यादव को काली महाल से गिरफ्तार किया था. वहीं, वाराणसी और चंदौली के अलग-अलग थानों में नीलगिरी इंफ्रासिटी के संचालकों के खिलाफ दर्जनभर से अधिक मुकदमे दर्ज हैं.

वाराणसी : नीलगिरि इंफ्रासिटी फ्रॉड केस के मामले में कंपनी के चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर (CMD) विकास सिंह, उसकी पत्नी मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) ऋतु सिंह और करीबियों पर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है. तीन दिनों में कंपनी पर कुल 38 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं. कंपनी ने विदेशों में रह रहे लोगों को भी ठगा है.

पुलिस कमिश्नर ए.सीतश गणेश ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एक एसआईटी टीम गठित की है. गुरुवार को बैठक कर एसआईटी टीम को दिशा निर्देश दिए हैं.

वहीं, पुलिस कमिश्नर द्वार एसआईटी सदस्यों के साथ बैठक कर पंजीकृत अभियोगों के विवेचनाओं के संभावित बिंदुओं पर चर्चा की है. उन्होंने अब तक गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों द्वारा अर्जित की गई स‍ंपत्तियों के संबंध में भी जानकारी के लिए टीम को निर्देशित किया है. इसके अलावा सभी सदस्यों को अलग-अलग बिंदुओं पर कार्रवाई के लिए भी निर्देशित किया है.

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वहीं, पुलिस कमिश्नर ए.सतीश गणेश द्वारा गठित SIT टीम जुटाए गए सभी सबूत प्रवर्तन निदेशालय (ED) से साझा करेगी. इसके बाद ED अपनी जांच अलग से शुरू करेगी. पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने एडीसीपी वरुणा जोन प्रबल प्रताप सिंह के नेतृत्व में SIT का गठन किया है. SIT टीम में एसीपी चेतगंज, एसएचओ सिगरा और एसएचओ जैतपुरा को शामिल किया गया है.

करोड़ों की धोखाधड़ी सहित अन्य आरोपों में चेतगंज पुलिस ने सोमवार को रियल इस्टेट कंपनी नीलगिरी इंफ्रासिटी के मुख्य प्रबंध निदेशक विकास सिंह, उसकी पत्नी प्रबंध निदेशक ऋतु सिंह व प्रबंधक प्रदीप यादव को काली महाल से गिरफ्तार किया था. वहीं, वाराणसी और चंदौली के अलग-अलग थानों में नीलगिरी इंफ्रासिटी के संचालकों के खिलाफ दर्जनभर से अधिक मुकदमे दर्ज हैं.

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