वाराणसी : पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट विश्वनाथ कॉरिडोर पर अब जल्द ही कंस्ट्रक्शन का काम शुरू होने जा रहा है. माना जा रहा है प्रधानमंत्री 19 फरवरी को अपने प्रस्तावित वाराणसी दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों को बड़ी सौगात दे सकते है. उत्तर प्रदेश सरकार ने भी अपने बजट में कॉरिडोर निर्माण 207 करोड़ रुपये रिलीज कर दिए हैं.
विश्वनाथ कॉरिडोर का शिलान्यास भी प्रधानमंत्री के हाथों होना है इसलिए कॉरिडोर के काम को अंतिम रूप देने के लिए राजकीय निर्माण निगम को कार्यदाई एजेंसी के रूप में नामित भी कर दिया गया है. एक अन्य प्राइवेट कंपनी इस पूरे कॉरिडोर का नक्शा तैयार कर कंस्ट्रक्शन का काम भी राजकीय निर्माण निगम के साथ मिलकर शुरू करने जा रही है.
विश्वनाथ कॉरिडोर 800 मीटर के दायरे में तैयार होना है. इसके लिए विश्वनाथ मंदिर से लेकर ललिता घाट तक पूरा कॉरिडोर बनाया जाना है, जिसमें अब तक घरों के अंदर छिपे 41 ऐसे मंदिर सामने आए हैं जो लोगों ने कब्जा कर घरों के अंदर कर लिए थे. इसके अलावा विश्वनाथ कॉरिडोर निर्माण के लिए लगभग 290 घरों की रजिस्ट्री विश्वनाथ मंदिर प्रशासन को करवानी थी, जिसमें से अब तक 85 प्रतिशत जमीन कॉरिडोर के लिए मंदिर ने ले ली है. शेष 15 प्रतिशत जमीन को लेने के लिए प्रशासन जी जान से जुटा हुआ है.
कॉरिडोर का काम 557 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया जाना है, जिसके लिए पहले 300 करोड़ रुपए मकानों की खरीद-फरोख्त के लिए रिलीज किए जा चुके थे. इसके बाद 207 करोड़ रुपए मिलने से इस काम में और तेजी आते हुए कंस्ट्रक्शन का काम शुरू होने किए जाने की तैयारी है.
इस पूरे प्रोजेक्ट के बारे में वाराणसी मंडल के कमिश्नर दीपक अग्रवाल का कहना है कि सरकार की तरफ से बजट में 207 करोड़ रुपए मिलने के बाद विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर का काम तेज होगा. मंदिरों के सामने आने के बाद अब हेरीटेज जोन को डेवलप करने की दिशा में भी प्रयास शुरू होने जा रहा है. प्रधानमंत्री के 19 फरवरी को शिलान्यास किए जाने के बाद से ही कंस्ट्रक्शन का काम इस कॉरिडोर पर शुरू हो जाएगा.