वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से एक बेटी ने अपनी जान बचाने के लिए प्रधानमंत्री से गुहार लगाई थी, जिसकी सूचना प्रधानमंत्री कार्यालय को दी गई थी. प्रधानमंत्री ने पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए बेटी को बचाने के लिए लगभग तीन लाख रुपए की धनराशि बेटी की चिकित्सा के लिए भेजी. वहीं पूरा परिवार अभी राज्य सरकार की ओर टकटकी लगाए बैठा है कि राज्य सरकार भी कुछ मदद कर देती तो बेटी की जान बच सकती है.
जूही सिंह की दोनों किडनिया खराब हैं, जहां उसको हर तीसरे दिन डायलसिस कराने जाना पड़ता है. जूही ने अपनी बीमारी के लिए प्रधानमंत्री और राज्य सरकार से गुहार लगायी थी, जहां प्रधानमंत्री की ओर से इलाज के लिए तीन लाख की धनराशि भेजी गई है. इस राशि से पूरे परिवार ने संतोष जाहिर किया, लेकिन अभी भी सात लाख की जरुरत है.
जूही के परिवार ने राज्य सरकार को भी पत्र भेजकर बीमारी के इलाज के लिए गुहार लगाई है. जूही का परिवार बेहद गरीब है, जिसकी वजह से वह इतने खर्च करने के काबिल नहीं है. जूही और उनकी मां का कहना यह है कि अगर राज्य सरकार भी मदद करे दें तो जूही का ऑपरेशन कराकर जिंदगी बचाई जा सकती है.