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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेटी को बचाने के लिए भेजी तीन लाख रुपए की धनराशि

वाराणसी की बेटी ने अपनी जान बचाने के लिए प्रधानमंत्री से गुहार लगाई थी. प्रधानमंत्री ने पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए बेटी को बचाने के लिए लगभग तीन लाख रुपए की धनराशि इलाज के लिए भेजी है.

इलाज के लिए मदद की गुहार लगाती जूही
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Published : Feb 4, 2019, 3:20 PM IST

वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से एक बेटी ने अपनी जान बचाने के लिए प्रधानमंत्री से गुहार लगाई थी, जिसकी सूचना प्रधानमंत्री कार्यालय को दी गई थी. प्रधानमंत्री ने पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए बेटी को बचाने के लिए लगभग तीन लाख रुपए की धनराशि बेटी की चिकित्सा के लिए भेजी. वहीं पूरा परिवार अभी राज्य सरकार की ओर टकटकी लगाए बैठा है कि राज्य सरकार भी कुछ मदद कर देती तो बेटी की जान बच सकती है.

बेटी को बचाने के लिए पीएम ने दिए तीन लाख रुपए.
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जूही सिंह की दोनों किडनिया खराब हैं, जहां उसको हर तीसरे दिन डायलसिस कराने जाना पड़ता है. जूही ने अपनी बीमारी के लिए प्रधानमंत्री और राज्य सरकार से गुहार लगायी थी, जहां प्रधानमंत्री की ओर से इलाज के लिए तीन लाख की धनराशि भेजी गई है. इस राशि से पूरे परिवार ने संतोष जाहिर किया, लेकिन अभी भी सात लाख की जरुरत है.

जूही के परिवार ने राज्य सरकार को भी पत्र भेजकर बीमारी के इलाज के लिए गुहार लगाई है. जूही का परिवार बेहद गरीब है, जिसकी वजह से वह इतने खर्च करने के काबिल नहीं है. जूही और उनकी मां का कहना यह है कि अगर राज्य सरकार भी मदद करे दें तो जूही का ऑपरेशन कराकर जिंदगी बचाई जा सकती है.

वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से एक बेटी ने अपनी जान बचाने के लिए प्रधानमंत्री से गुहार लगाई थी, जिसकी सूचना प्रधानमंत्री कार्यालय को दी गई थी. प्रधानमंत्री ने पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए बेटी को बचाने के लिए लगभग तीन लाख रुपए की धनराशि बेटी की चिकित्सा के लिए भेजी. वहीं पूरा परिवार अभी राज्य सरकार की ओर टकटकी लगाए बैठा है कि राज्य सरकार भी कुछ मदद कर देती तो बेटी की जान बच सकती है.

बेटी को बचाने के लिए पीएम ने दिए तीन लाख रुपए.
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जूही सिंह की दोनों किडनिया खराब हैं, जहां उसको हर तीसरे दिन डायलसिस कराने जाना पड़ता है. जूही ने अपनी बीमारी के लिए प्रधानमंत्री और राज्य सरकार से गुहार लगायी थी, जहां प्रधानमंत्री की ओर से इलाज के लिए तीन लाख की धनराशि भेजी गई है. इस राशि से पूरे परिवार ने संतोष जाहिर किया, लेकिन अभी भी सात लाख की जरुरत है.

जूही के परिवार ने राज्य सरकार को भी पत्र भेजकर बीमारी के इलाज के लिए गुहार लगाई है. जूही का परिवार बेहद गरीब है, जिसकी वजह से वह इतने खर्च करने के काबिल नहीं है. जूही और उनकी मां का कहना यह है कि अगर राज्य सरकार भी मदद करे दें तो जूही का ऑपरेशन कराकर जिंदगी बचाई जा सकती है.

Intro:एंकर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एक बेटी ने अपने सांसद यानी इन प्रधानमंत्री से गुहार लगाई थी कि उसके जान को बचाने के लिए प्रधानमंत्री ध्यान दें जिसकी सूचना प्रधानमंत्री कार्यालय को दी गई थी प्रधानमंत्री ने पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए बेटी को बचाने के लिए लगभग तीन लाख रुपए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एक बेटी ने अपने सांसद यानी इन प्रधानमंत्री से गुहार लगाई थी कि उसके जान को बचाने के लिए प्रधानमंत्री ध्यान दें. जिसकी सूचना प्रधानमंत्री कार्यालय को दी गई थी प्रधानमंत्री ने पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए बेटी को बचाने के लिए लगभग तीन लाख रुपये की धनराशि बेटी के चिकित्सा के लिए भेजी है वही पूरा परिवार अभी राज्य सरकार की ओर टकटकी लगाए बैठा है कि राज्य सरकार भी कुछ मदद कर देती तो बेटी की जान बच सकती है की धनराशि बेटी के चिकित्सा के लिए भेजी है वही पूरा परिवार अभी राज्य सरकार की ओर टकटकी लगाए बैठा है कि राज्य सरकार भी कुछ मदद कर देती तो बेटी की जान बच सकती है.


Body:वीओ: वैसे तो पूरा परिवार अभी सदमे से गुजर रहा है और जिस बिटिया की दोनों की दिया खराब है उसका नाम जूही सिंह है और जूही अभी अपने दर्द को बयां नहीं कर पा रही है जब भी उससे बात करने की कोशिश की जाए तो जूही के आंखों से आंसू बहने शुरू हो जाते हैं और वह देश के प्रधानमंत्री और अपने सांसद को बचाने के लिए गुहार लगाती है वहीं कहीं ना कहीं प्रधानमंत्री की ओर से जो चिकित्सा के लिए ₹300000 धनराशि भेजी गई है उससे पूरे परिवार ने तो संतोष जाहिर किया है लेकिन अभी जूही और उनकी मां का कहना यह है कि अगर राज्य सरकार इसमें अपनी मदद करें तो जूही का ऑपरेशन करा करके उसकी जिंदगी बचाई जा सकती है


Conclusion:वीओ: वहीं जूही के परिवार ने राज्य सरकार को भी पत्र भेज दिया है और गुहार लगाई है कि जो भी खर्च जूही के ऑपरेशन में आता है उसे वाहन करें ताकि परिवार गरीब है जिसकी वजह से वह इतना खर्च करने के काबिल नहीं है अतः योगी आदित्यनाथ जी भी इस पर विशेष ध्यान दें तभी देश की बेटी को बचाया जा सकता है
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