वाराणसी: प्रधानमंत्री मोदी 15 जुलाई को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी एक दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं. जहां वह कई कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे, साथ ही काशी वासियों को 15 करोड़ से ज्यादा की योजनाओं की सौगात भी देंगे. अपने दौरे के दौरान प्रधानमंत्री अपने संसदीय क्षेत्र में तीसरी लहर को लेकर के यहां के डॉक्टरों से भी बातचीत करेंगे, जिससे कि तीसरी लहर को रोका जा सके.
प्रधानमंत्री के संवाद के बाबत बीएचयू के एमसीएच विंग में दो स्टेज बनाए गए हैं. खास बात यह होगी कि यह पहला ऐसा मौका होगा जब प्रधानमंत्री तीसरे लहर से लड़ने के लिए डॉक्टरों व मेडिकल टीम के साथ संवाद करेंगे. गौरतलब हो कि प्रधानमंत्री मोदी इसके पहले भी दूसरी लहर के दौरान वर्चुअल माध्यम से काशी वासियों और डॉक्टर के साथ जुड़े चुके हैं. उन्होंने कोरोना से लड़ने के लिए एक नया मंत्र दिया था, जिसके बाद वाराणसी में कोरोना की दूसरी लहर पर काबू पाया गया था.
बता दें कि प्रधानमंत्री के संवाद में बीएचयू के कार्यवाहक कुलपति जी के शुक्ला, रजिस्ट्रार डॉ. नीरज त्रिपाठी, आईएमएस निदेशक प्रोफेसर बीआर मित्तल, बीएचयू हॉस्पिटल के एमएस केके गुप्ता, नीकू वार्ड के इंचार्ज व डीन रिसर्च प्रोफेसर अशोक कुमार, बाल रोग विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर राजनीति प्रसाद, एमसीएच विंग प्रभारी प्रोफेसर मधु जैन सहित अपर निदेशक चिकित्सालय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण वाराणसी मंडल डॉ. एसके उपाध्याय, सीएमओ डॉ वीबी सिंह, मंडली अस्पताल के एसआईसी डॉक्टर प्रसन्न कुमार सिंह, जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ आरके सिंह, महिला जिला अस्पताल की एसआई लिली श्रीवास्तव का नाम संभावित है. इसके साथ जिन डॉक्टर्स ने निजी अस्पताल में लोगों की सेवा की थी उनको भी शामिल किया जाएगा.
बीते दिन सीएम ने भी अपने दौरे के दौरान बीएचयू के एमसीएच विंग में की जा रही तैयारियों के बाबत डॉक्टर से बातचीत की थी और वहां की व्यवस्थाओं का हाल जाना था. डॉक्टर ने बताया था कि सभी तैयारियां हो गई हैं, दो स्टेज बनाए गए हैं जिससे पीएम कोरोना वॉरियर्स से संवाद कर सकें. इसके बाद मुख्यमंत्री ने अपने दौरे के दौरान सभी व्यवस्थाओं को बारीकी से देखने के साथ-साथ ओपीडी एरिया व ट्रायल रूम का निरीक्षण भी किया था, जिससे पीएम के अगवानी में कोई भी चूक न हो.
15 को काशी पहुंचेंगे पीएम मोदी, तीसरी लहर को लेकर डॉक्टरों संग करेंगे संवाद
15 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी एक दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं. अपने दौरे के दौरान प्रधानमंत्री अपने संसदीय क्षेत्र में तीसरी लहर को लेकर के यहां के डॉक्टरों से भी बातचीत करेंगे, जिससे कि तीसरी लहर को रोका जा सके.
वाराणसी: प्रधानमंत्री मोदी 15 जुलाई को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी एक दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं. जहां वह कई कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे, साथ ही काशी वासियों को 15 करोड़ से ज्यादा की योजनाओं की सौगात भी देंगे. अपने दौरे के दौरान प्रधानमंत्री अपने संसदीय क्षेत्र में तीसरी लहर को लेकर के यहां के डॉक्टरों से भी बातचीत करेंगे, जिससे कि तीसरी लहर को रोका जा सके.
प्रधानमंत्री के संवाद के बाबत बीएचयू के एमसीएच विंग में दो स्टेज बनाए गए हैं. खास बात यह होगी कि यह पहला ऐसा मौका होगा जब प्रधानमंत्री तीसरे लहर से लड़ने के लिए डॉक्टरों व मेडिकल टीम के साथ संवाद करेंगे. गौरतलब हो कि प्रधानमंत्री मोदी इसके पहले भी दूसरी लहर के दौरान वर्चुअल माध्यम से काशी वासियों और डॉक्टर के साथ जुड़े चुके हैं. उन्होंने कोरोना से लड़ने के लिए एक नया मंत्र दिया था, जिसके बाद वाराणसी में कोरोना की दूसरी लहर पर काबू पाया गया था.
बता दें कि प्रधानमंत्री के संवाद में बीएचयू के कार्यवाहक कुलपति जी के शुक्ला, रजिस्ट्रार डॉ. नीरज त्रिपाठी, आईएमएस निदेशक प्रोफेसर बीआर मित्तल, बीएचयू हॉस्पिटल के एमएस केके गुप्ता, नीकू वार्ड के इंचार्ज व डीन रिसर्च प्रोफेसर अशोक कुमार, बाल रोग विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर राजनीति प्रसाद, एमसीएच विंग प्रभारी प्रोफेसर मधु जैन सहित अपर निदेशक चिकित्सालय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण वाराणसी मंडल डॉ. एसके उपाध्याय, सीएमओ डॉ वीबी सिंह, मंडली अस्पताल के एसआईसी डॉक्टर प्रसन्न कुमार सिंह, जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ आरके सिंह, महिला जिला अस्पताल की एसआई लिली श्रीवास्तव का नाम संभावित है. इसके साथ जिन डॉक्टर्स ने निजी अस्पताल में लोगों की सेवा की थी उनको भी शामिल किया जाएगा.
बीते दिन सीएम ने भी अपने दौरे के दौरान बीएचयू के एमसीएच विंग में की जा रही तैयारियों के बाबत डॉक्टर से बातचीत की थी और वहां की व्यवस्थाओं का हाल जाना था. डॉक्टर ने बताया था कि सभी तैयारियां हो गई हैं, दो स्टेज बनाए गए हैं जिससे पीएम कोरोना वॉरियर्स से संवाद कर सकें. इसके बाद मुख्यमंत्री ने अपने दौरे के दौरान सभी व्यवस्थाओं को बारीकी से देखने के साथ-साथ ओपीडी एरिया व ट्रायल रूम का निरीक्षण भी किया था, जिससे पीएम के अगवानी में कोई भी चूक न हो.