वाराणसी : रविदास जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के रविदास मंदिर पहुंचकर अपना वादा पूरा किया. वहीं काशीवासियों के दिल में ये मलाल रह गया कि पीएम ने लंगर में उनका साथ नहीं दिया. यहां पीएम मोदी ने 50 करोड़ की लागत से संत रविदास मंदिर को विकसित करने की योजनाओं का शिलान्यास किया.
काशी वासियों को करोड़ों की सौगात देने आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संत रविदास जी के मंदिर में माथा टेककर 2019 की चुनावी शुरुआत के लिए आशीर्वाद लिया. इसके साथ ही दुनिया के कोने-कोने से आए रैदासियों को रविदास मंदिर की बेहतरी के लिए 50 करोड़ की सौगात दी. गौरतलब है कि 2019 के चुनाव से पहले राजनीतिक दृष्टि से यह दर्शन महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं. इसके बाद पीएम मोदी ने अपने लंगर का कार्यक्रम रद्द करते हुए जनसभा की तरफ प्रस्थान किया.
मंदिर से वह सीधे ओढे गांव में अपनी अगली जनसभा के लिए निकल गए. उम्मीद की जा रही है कि प्रधानमंत्री पुलवामा अटैक में शहीद हुए जवान रमेश यादव के परिवार से भी जनसभा स्थल पर ही मुलाकात करने वाले हैं. बनारस के सांसद होने के नाते और इस बात को भी ध्यान में रखा जा रहा है कि एक बार फिर यहां की जनता से उन्हें पूर्ण बहुमत मिले. पीएम काशी वासियों को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते. सोमवार को भी उन्होंने लगभग एक करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया.