वाराणसी : टीबी उन्मूलन को लेकर के वाराणसी में पहली बार एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें 3 दिनों तक देश और विदेशों के हेल्थ मिनिस्टर एक्सपर्ट डॉक्टर के साथ इस बीमारी को जड़ से खत्म करने को लेकर मंथन करेंगे. 24 से 26 मार्च तक आयोजित होने वाले इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में भारत समेत 10 देशों और कई राज्यों के स्वास्थ्य मंत्री के साथ डॉक्टर और कर्मचारी शामिल होंगे. 24 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सम्मेलन अध्यक्षता करते हुए इसका उद्घाटन करेंगे और टीबी के समाप्ति के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत करेंगे.
क्षय रोग उन्मूलन को लेकर के हर साल 24 मार्च को विश्व क्षय रोग दिवस (world tuberculosis day) मनाया जाता है. इस बार टीबी पर चर्चा के लिए तीन दिवसीय कार्यक्रम वाराणसी के रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में आयोजित किया जा रहा है. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, सीएम योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल समेत अन्य हस्तियां भी शामिल होंगी. वाराणसी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि इस कार्यक्रम में टीवी मुक्त भारत और राष्ट्रीय क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम पर चर्चा होगी. इसके साथ ही मरीजों को बेहतर उपचार, नई दवा और जांच की तकनीकी जानकारी भी उपलब्ध कराई जाएगी. इस सम्मेलन की तैयारियां पूरी हो चुकी है. यह एक बड़ा सम्मेलन होगा,जहाँ देश विदेश के विशेषज्ञ चर्चा करेंगे.
2025 तक क्षय रोग उन्मूलन का लक्ष्य : डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि विश्व में 2030 तक टीबी को समाप्त करने का लक्ष्य है,तो वहीं भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2025 तक भारत को टीबी मुक्त करने का प्रण लिया है. इसी को धरातल पर उतारने के लिए स्टॉप टीबी फाउंडेशन के तहत अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. इस कार्यक्रम में लगभग 1200 लोग शामिल होंगे. चर्चा के साथ एक्सपर्ट सर्वे और फील्ड वर्क भी करेंगे. भ्रमण के लिए जिले में 5 हेल्थ एवं वैलनेस सेंटर और ग्राम पंचायतों का चयन किया गया है.
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