वाराणसी: काशी विश्वनाथ कॉरिडोर स्थित जर्जर भवन गिरने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने भवन गिरने और मजदूरों के बारे में जानकारी ली. उनके द्वारा मजदूरों के प्रति संवेदना व्यक्त की गई और सभी घायल मजदूरों को मेडिकल सहायता उपलब्ध कराने और मृतकों के परिवार को सहायता करने के निर्देश दिए गए. पीएम के द्वारा यह भी कहा गया कि उनके कार्यालय से इस बारे में कोई भी मदद की आवश्यकता हो तो उसे भी उपलब्ध कराई जाएगी.
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मुआवजे का ऐलान
कॉरिडोर स्थित जर्जर भवन गिरने के कारण हताहत हुए मजदूरों के लिए मुआवजे का ऐलान किया गया. काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में हुई घटना के बाद मंदिर प्रशासन और कार्यदायी कंपनी ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता दी है. मृतकों को दी जाने वाली सहायता राशि में 3 रुपये लाख की धनराशि काम कर रही प्राइवेट कंपनी की तरफ से और 2 लाख रुपये की धनराशि मंदिर प्रशासन की तरफ से दिए जाने का ऐलान किया गया. जबकि सभी घायलों को 25 हजार रुपये मंदिर प्रशासन की तरफ से और 25 हजार रुपये कंपनी की तरफ से देने की घोषणा की गई है.
मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने दी जानकारी
घटना के बारे में जानकारी देते हुए काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने बताया कि आज सुबह 4 बजे काशी विश्वनाथ धाम परियोजना में निर्माणकर्ता कंपनी में पीएससी के मजदूर अपने निवास स्थान से निकलकर परियोजना क्षेत्र में स्थित निष्प्रयोजन भवन के अवशेष के पास बैठे थे. तभी अचानक निष्प्रयोजन भवन के अवशेष का कुछ हिस्सा गिर गया. जिसमें 2 मजदूरों की मौत हो गई. वहीं, 8 मजदूर घायल हो गए. जिन्हें शिवप्रसाद गुप्त मंडलीय अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया गया है.
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