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वाराणसी में बोले पीएम मोदी, 'कार्यकर्ताओं का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज काशी में कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. उन्होंने 'हर-हर महादेव' के जयकारे के साथ अपने सम्बोधन की शुरुआत की. मोदी ने कहा कि कार्यकर्ताओं ने जिस विषम परिस्थिति में काम करके बीजेपी को जीत दिलाई है, वह व्यर्थ नहीं जाएगा. कार्यकर्ताओं का बलिदान हमेशा याद रहेगा.

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Published : May 27, 2019, 6:11 PM IST

पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं को किया संबोधित.

वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने काशी दौरे पर कार्यकर्ताओं को धन्यवाद ज्ञापित किया. पंडित दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बदलते भारत की नई तस्वीर कार्यकर्ताओं के सामने रखते हुए पश्चिम बंगाल समेत देश के अन्य कई हिस्सों में हो रही बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या और उन पर हमले को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा.

पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं को किया संबोधित.
पीएम मोदी के संबोधन के प्रमुख अंश
  • कार्यकर्ताओं ने विषम परिस्थितियों में भी जिस तरह से काम करके बीजेपी को बड़ी जीत दिलाई, वह निश्चित तौर पर व्यर्थ नहीं जाएगा और उनका बलिादन हमेशा याद रहेगा.
  • मैं भी भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता होने के नाते पार्टी और कार्यकर्ता जो आदेश करते हैं, उसका पालन करने का भरसक प्रयास करता हूं.
  • एक माह पूर्व जब 25 तारीख को मैं यहां था तो जिस आन-बान और शान का विश्व रूप काशी ने दिखाया था, उसने पूरे हिन्दुस्तान को प्रभावित किया था.
  • 25 और 26 अप्रैल को यहां के प्रबुद्धजनों और कार्यकर्ताओं ने मुझसे कहा था कि एक माह तक आप यहां नहीं आएंगे, तो उनका आदेश मेरे सिर माथे था.
  • 18 और 19 अप्रैल को भी मैं नहीं आया सोचा आप लोग एंट्री नहीं देंगे, इसलिए मैं चला गया कि ये बाबा नहीं तो दूसरे बाबा सही.

जीत के प्रति था आश्वस्त

  • शायद ही कोई प्रत्याशी इतना निश्चिंत रहा होगा, क्योंकि मैं चुनाव से पहले भी और बाद में भी निश्चिंत था, इसलिए मैं बाबा केदार नाथ की शरण में चला गया.
  • जो शक्ति आपने मुझे दी है वो मिलना सौभाग्य की बात है.
  • यहां पर चुनाव को लोकोत्सव बना दिया.
  • पूरे चुनाव अभियान में तू-तू और मैं-मैं का भाव कम और अपनत्व का भाव अधिक था.
  • इस चुनाव में अलग-अलग दल और निर्दलीय साथी चुनाव मैदान में थे, उनका भी आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने भी काशी के अनुरूप चुनाव लड़ा.

मीडिया का भी काफी सपोर्ट मिला

  • पूरे विश्व का मीडिया जगत भी काशी आया था, जिन्हें यहां के स्थानीय मीडिया ने सपोर्ट किया, इसलिए मैं उनका भी आभार प्रकट करता हूं.
  • इस चुनाव में जब मेरा कार्यकर्ताओं से मिलना हुआ था तब मैंने कहा था कि इस चुनाव में नामांकन भले ही एक नरेन्द्र मोदी का हुआ हो, लेकिन चुनाव हर घर का नरेन्द्र मोदी लड़ेगा.
  • मैं काशी के हर कार्यकर्ता का आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने इस चुनाव को जय और पराजय के तराजू से नहीं तौला.
  • आपने इस चुनाव को लोक शिक्षा, लोक संस्कृति, लोक समर्पण का पर्व माना.
  • यहां की बेटियों ने स्कूटी पर जो यात्रा निकाली उससे पूरे देश में एक मैसेज गया.

यह जीत मामूली नहीं

  • आज भले ही मैं काशी से बोल रहा हूं, लेकिन पूरा उत्तरप्रदेश कोटी-कोटी धन्यवाद का पात्र है.
  • साल 2014, 2017 हो या 2019 की ये हैट्रिक छोटी नहीं है.
  • यूपी देश की दिशा क्या होगी, ये सोचता भी है और देश को उस पर चलने के लिए प्रेरित भी करता है.
  • तीन-तीन चुनाव में जीत के बाद भी पॉलीटिकल पंडितों की आंखें नहीं खुलती है तो ऐसे पंडितों की सोच 20वीं सदी की है न की 21वीं सदी की
  • पॉलीटिकल पंडितों को सोचना होगा कि चुनाव की गणित के आगे भी एक कैमेस्ट्री भी होती है, जो सारे गुणा-भाग और अंकगणित को पराजित कर देती है.

सरकार और संगठन के बीच तालमेल जरूरी

  • सरकार और संगठन के बीच तालमेल बहुत बड़ी ताकत होती है, जिसे भाजपा ने बखूबी सफलता से निभाया है.
  • सरकार नीति बनाती है और संगठन रणनीति बनाता है.
  • सरकार ने बहुत काम किया और ये कार्यकर्ता है, जिन्होंने यह विश्वास पैदा किया कि ये तो अभी शुरुआत है.
  • देश में लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए भाजपा ने हमेशा अपना दायित्व निभाया.


पीएम मोदी ने कहा कि जिस तरह से आज बंगाल, केरल और जम्मू-कश्मीर में हमारे कार्यकर्ता बलिदान दे रहे हैं और विषम परिस्थितियों का सामना करते हुए भी पार्टी का काम कर रहे हैं वो बेजोड़ है. उनकी कुर्बानी आने वाले दिनों मे निश्चित तौर पर उस इलाके में भी कमल खिलाएगा.

-अनिल राजभर, राज्यमंत्री, यूपी

वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने काशी दौरे पर कार्यकर्ताओं को धन्यवाद ज्ञापित किया. पंडित दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बदलते भारत की नई तस्वीर कार्यकर्ताओं के सामने रखते हुए पश्चिम बंगाल समेत देश के अन्य कई हिस्सों में हो रही बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या और उन पर हमले को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा.

पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं को किया संबोधित.
पीएम मोदी के संबोधन के प्रमुख अंश
  • कार्यकर्ताओं ने विषम परिस्थितियों में भी जिस तरह से काम करके बीजेपी को बड़ी जीत दिलाई, वह निश्चित तौर पर व्यर्थ नहीं जाएगा और उनका बलिादन हमेशा याद रहेगा.
  • मैं भी भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता होने के नाते पार्टी और कार्यकर्ता जो आदेश करते हैं, उसका पालन करने का भरसक प्रयास करता हूं.
  • एक माह पूर्व जब 25 तारीख को मैं यहां था तो जिस आन-बान और शान का विश्व रूप काशी ने दिखाया था, उसने पूरे हिन्दुस्तान को प्रभावित किया था.
  • 25 और 26 अप्रैल को यहां के प्रबुद्धजनों और कार्यकर्ताओं ने मुझसे कहा था कि एक माह तक आप यहां नहीं आएंगे, तो उनका आदेश मेरे सिर माथे था.
  • 18 और 19 अप्रैल को भी मैं नहीं आया सोचा आप लोग एंट्री नहीं देंगे, इसलिए मैं चला गया कि ये बाबा नहीं तो दूसरे बाबा सही.

जीत के प्रति था आश्वस्त

  • शायद ही कोई प्रत्याशी इतना निश्चिंत रहा होगा, क्योंकि मैं चुनाव से पहले भी और बाद में भी निश्चिंत था, इसलिए मैं बाबा केदार नाथ की शरण में चला गया.
  • जो शक्ति आपने मुझे दी है वो मिलना सौभाग्य की बात है.
  • यहां पर चुनाव को लोकोत्सव बना दिया.
  • पूरे चुनाव अभियान में तू-तू और मैं-मैं का भाव कम और अपनत्व का भाव अधिक था.
  • इस चुनाव में अलग-अलग दल और निर्दलीय साथी चुनाव मैदान में थे, उनका भी आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने भी काशी के अनुरूप चुनाव लड़ा.

मीडिया का भी काफी सपोर्ट मिला

  • पूरे विश्व का मीडिया जगत भी काशी आया था, जिन्हें यहां के स्थानीय मीडिया ने सपोर्ट किया, इसलिए मैं उनका भी आभार प्रकट करता हूं.
  • इस चुनाव में जब मेरा कार्यकर्ताओं से मिलना हुआ था तब मैंने कहा था कि इस चुनाव में नामांकन भले ही एक नरेन्द्र मोदी का हुआ हो, लेकिन चुनाव हर घर का नरेन्द्र मोदी लड़ेगा.
  • मैं काशी के हर कार्यकर्ता का आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने इस चुनाव को जय और पराजय के तराजू से नहीं तौला.
  • आपने इस चुनाव को लोक शिक्षा, लोक संस्कृति, लोक समर्पण का पर्व माना.
  • यहां की बेटियों ने स्कूटी पर जो यात्रा निकाली उससे पूरे देश में एक मैसेज गया.

यह जीत मामूली नहीं

  • आज भले ही मैं काशी से बोल रहा हूं, लेकिन पूरा उत्तरप्रदेश कोटी-कोटी धन्यवाद का पात्र है.
  • साल 2014, 2017 हो या 2019 की ये हैट्रिक छोटी नहीं है.
  • यूपी देश की दिशा क्या होगी, ये सोचता भी है और देश को उस पर चलने के लिए प्रेरित भी करता है.
  • तीन-तीन चुनाव में जीत के बाद भी पॉलीटिकल पंडितों की आंखें नहीं खुलती है तो ऐसे पंडितों की सोच 20वीं सदी की है न की 21वीं सदी की
  • पॉलीटिकल पंडितों को सोचना होगा कि चुनाव की गणित के आगे भी एक कैमेस्ट्री भी होती है, जो सारे गुणा-भाग और अंकगणित को पराजित कर देती है.

सरकार और संगठन के बीच तालमेल जरूरी

  • सरकार और संगठन के बीच तालमेल बहुत बड़ी ताकत होती है, जिसे भाजपा ने बखूबी सफलता से निभाया है.
  • सरकार नीति बनाती है और संगठन रणनीति बनाता है.
  • सरकार ने बहुत काम किया और ये कार्यकर्ता है, जिन्होंने यह विश्वास पैदा किया कि ये तो अभी शुरुआत है.
  • देश में लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए भाजपा ने हमेशा अपना दायित्व निभाया.


पीएम मोदी ने कहा कि जिस तरह से आज बंगाल, केरल और जम्मू-कश्मीर में हमारे कार्यकर्ता बलिदान दे रहे हैं और विषम परिस्थितियों का सामना करते हुए भी पार्टी का काम कर रहे हैं वो बेजोड़ है. उनकी कुर्बानी आने वाले दिनों मे निश्चित तौर पर उस इलाके में भी कमल खिलाएगा.

-अनिल राजभर, राज्यमंत्री, यूपी

Intro:वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने काशी दौरे पर कार्यकर्ताओं को धन्यवाद ज्ञापित किया पंडित दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बदल है भारत की नई तस्वीर कार्यकर्ताओं के सामने रखते हुए पश्चिम बंगाल समेत देश के अन्य कई हिस्सों में हो रही बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या और उन पर हमले को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं ने इतनी विषम परिस्थितियों में भी जिस तरह से काम करके बीजेपी को बड़ी जीत दिलाई और निश्चित तौर पर व्यर्थ नहीं जाएगा और उनका बलिदान हमेशा याद रहेगा.


Body:पीएम मोदी ने हर-हर महादेव के जयकारे के साथ अपने सम्बोधन की शुरुआत की। उन्हाेंने कहा कि मैं भी भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता होने के नाते पार्टी और कार्यकर्ता जो आदेश करते हैं उसका पालन करने का मैं भरसक प्रयास करता हूं। एक मास पूर्व जब 25 तारीख को मैं यहां था तो जिस आन-बान और शान का विश्व रूप जो काशी ने दिखाया था उसने पूरे हिन्दुस्तान को प्रभावित किया था। हिन्दुस्तान का कोई ऐसा कौना नहीं था जो काशी की गलियों और रास्तों पर जो मिजाज काशी में दिख रहा था उसे पूरा हिन्दुस्तान देख रहा था। पीएम मोदी ने कहा कि 25 की शाम और 26 को जब मैंने यहां के प्रबुद्धजनों और कार्यकर्ताओं ने मुझसे कहा था कि एक माह तक आप यहां नहीं आएंगे तो आपका आदेश मेरे सिर माथे था। 18, 19 को भी मैं नहीं आया सोचा आप लोग एंट्री नहीं देंगे। इसलिए मैं चला गया कि ये बाबा नहीं तो दूसरे बाबा सही। शायद ही कोई प्रत्याशी इतना निश्चिंत रहा होगा, क्योंकि मैं चुनाव से पहले भी और बाद में भी निश्चित था। इसलिए मैं बाबा केदार नाथ की शरण में चला गया। जो शक्ति आपने मुझे दी है वो मिलना सौभाग्य की बात है। यहां पर चुनाव को लोकोत्सव बना दिया। पूरे चुनाव अभियान में तू-तू-मैं-मैं का भाव कम और अपनत्व का भाव अधिक था। इस चुनाव में अलग-अलग दल और निर्दलीय साथी चुनाव मैदान में थे उनका भी आभार व्यक्त करता हूं कि उन्हाेंने भी काशी के अनुरूप चुनाव लड़ा। पीएम मोदी ने कहा कि चुनाव में प्रशासन को भी काफी परेशानी हुई। पूरे विश्व का मीडिया जगत भी आया था, जिन्हें यहां के स्थानीय मीडिया ने सपोर्ट किया मैं उनका भी आभार प्रकट करता हूं। इस चुनाव में जब मेरा कार्यकर्ताओं से मिलना हुआ था तब मैंने कहा था कि इस चुनाव में नामांकन भले ही एक नरेन्द्र मोदी का हुआ हो, लेकिन चुनाव हर घर का नरेन्द्र मोदी लड़ेगा। इस पूरे चुनाव अभियान को आपने चलाया। मैं काशी के हर कार्यकर्ता का आभार व्यक्त करता हूं कि उन्हाेंने इस चुनाव को जय और पराजय के तराजू से नहीं तौला। उन्हाेंने इस चुनाव को लोक शिक्षा, लोक संस्कृति, लोक समर्पण का पर्व माना। इसमें कोई कमी ना रहे इसके लिए घर-घर गए। आप हर कसौटी पर डिक्टिशन मार्क से पास हुए हैं। यहां की बेटियों ने स्कूटी पर जो यात्रा निकाली उससे पूरे देश में एक मैसेज गया।


Conclusion:पीएम मोदी ने कहा कि आज भले ही मैं काशी से बोल रहा हूं, लेकिन पूरा उत्तरप्रदेश कोटी-कोटी धन्यवाद का पात्र है। आज पूरे देश को लोकतंत्र की निष्ठा प्रदर्शित कर रहा है। 2014, 2017 हो या 2019 की ये हैटि्रक छोटी नहीं है। यूपी देश की दिशा क्या होगी ये सोचता भी है और देश को उस पर चलने के लिए प्रेरित भी करता है। तीन-तीन चुनाव में जीत के बाद भी पॉलीटिक्ल पंडितों की आंखें नहीं खुलती है तो ऐसे पंडितों की सोच 20वीं सदी की है ना की 21वीं सदी की। चुनाव परिणाम वो एक गणित होता है जिसको 200 वोट मिले हैं जिसे 201 मिले हैं तो वो ही विजेता हो। चुनाव का गणित इसी आधार पर चले हैं। पॉलीटिक्ल पंडितों को सोचना होगा कि चुनाव की गणित के आगे भी एक कैमेस्ट्री भी होती है, जो सारे गुणा-भाग और अंकगणित को पराजित कर देती है। पीएम मोदी ने कहा कि हम वो लोग हैं जो हम जैसे हैं दुनिया हमें वैसा हमें देख ना लें। वे दो काम करती हैं कि किसी भी हालत में हमारे प्रति प्रसेपशन ना बने, इसके लिए वे झूठ बोलते हैं और तर्क-कुतर्क करते हैं। ये 70 साल तक चला है। पॉलीटिक्ल पंडितों की सोच है कि पॉलीटिक्ल अबाउट द प्रसेप्शन। उन्होंने ये सोचने की जरूरत है कि पारदर्शिता और परिश्रम से उन्हें परास्त किया जा सकता है। ऐसी नकारात्मक सोच के बीच हमें सकारात्मकता को ले जाना है। सरकार और संगठन के बीच तालमेल बहुत बड़ी ताकत होती है। भाजपा ने इसी बखूबी सफलता से निभाया है। सरकार नीति बनाती है और संगठन रणनीति बनाता है।

पीएम मोदी ने कहा कि हम वो लोग हैं जो हम जैसे हैं दुनिया हमें वैसा हमें देख ना लें। वे दो काम करती हैं कि किसी भी हालत में हमारे प्रति प्रसेपशन ना बने, इसके लिए वे झूठ बोलते हैं और तर्क-कुतर्क करते हैं। ये 70 साल तक चला है। पॉलीटिक्ल पंडितों की सोच है कि पॉलीटिक्ल अबाउट द प्रसेप्शन। उन्होंने ये सोचने की जरूरत है कि पारदर्शिता और परिश्रम से उन्हें परास्त किया जा सकता है। ऐसी नकारात्मक सोच के बीच हमें सकारात्मकता को ले जाना है। सरकार और संगठन के बीच तालमेल बहुत बड़ी ताकत होती है। भाजपा ने इसी बखूबी सफलता से निभाया है। सरकार नीति बनाती है और संगठन रणनीति बनाता है। पीएम मोदी ने कहा कि सरकार का काम है कार्य करना। तो एक तरफ तो कार्य होता है जब उसमें कार्यकर्ता जुड़ जाता है तो ये करिश्मा हो जाता है।  इसलिए वर्क और वर्कर दोनों वन्डर के लिए कैटेलिक एजेंट हैं। सरकार ने बहुत काम किया और ये कार्यकर्ता है जिसने ये विश्वास पैदा किया कि ये तो अभी शुरुआत है। भाजपा एक प्रकार से हम दो संकटों से गुजरे हैं और हमें लगातार झेलना पड़ता है। पीएम मोदी ने कहा कि मैं उन लोगों से कहना चाहता हूं जो गलत सोच रखते हैं कि वे नये सिरे सो सोचना शुरू करें। कमियां हम में भी होगी, लेकिन हमारी नीयत साफ है। देश में लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए भाजपा ने हमेशा अपना दायित्व निभाया। चाहे हम सत्ता में आए हो उसके बाद भी। नहीं तो कई पार्टी सत्ता में आने के बाद विपक्ष ही नहीं रहता, जबकि हम सत्ता में आते हैं तो विपक्ष असतित्व में आता है। संविधान हमें जिम्मेदारी देता है कि एक भी क्यों ना हो उसकी आवाज को सुना जाए। एक और है जो वोट बैंक की राजनीति ने कुचल दिया है। देश के गरीब लोगों की आवाज को आने नहीं दिया गया। वोट बैंक की राजनीति के प्रभाव में उनकी आवाज को नहीं सुना गया।

बाईट- अनिल राजभर, राज्यमंत्री यूपी
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