वाराणसी: पीएम मोदी अपने संसदीय क्षेत्र का विकास जापान के क्योटो के तर्ज पर करना चाहते हैं, लेकिन कार्यदयी संस्थान, नगर निगम, ग्राम पंचायत और जल संस्थान की लापरवाही की वजह से आम जनमानस को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है. काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पीछे सीर गोवर्धनपुर क्षेत्र में पिछले 1 हफ्तों से कई सकरी गलियां पूरी तरह से जलमग्न हैं. सीवर का पानी गलियों में फैला हुआ है. सीवर पाइप लाइन पूरी तरह से जाम है, जिससे आम जनमानस को बहुत ही दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों को इन्हीं गलियों से दिन रात गुजरना पड़ रहा है. वहीं बदबू से पूरा क्षेत्र परेशान है. यहां के लोग नाक बंद करके आने जाने को मजबूर हैं.
पैरों में हो रहा है इन्फेक्शन
स्थानीय दीपू यादव ने बताया कि पिछले 1 हफ्ते से ज्यादा समय हो गया. तीन चार गलियों में सीवर का पानी भरा हुआ है. कई बार हमने स्थानीय प्रशासन से इसकी शिकायत की और गैस पाइपलाइन डाल रहे कंपनी के लोगों से कहा. उन्हीं की वजह से हम लोगों का सीवर क्षतिग्रस्त हुआ है, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसी पानी में से हम लोगों को दिन भर आना पड़ता है. जिसकी वजह से कई लोगों के पैरों में इंफेक्शन हो गया है. बदबू की वजह से छोटे बच्चे घर से बाहर नहीं निकल पाते.
स्थानीय शीला देवी ने बताया कि हमेशा यहां पर पानी भर जाता है, जिसकी बदबू से यहां पर रहना मुश्किल होता है. हम लोगों को इसी रास्ते से गुजर कर पूजा-पाठ करने के लिए जाना पड़ता है. हम लोगों ने कई बार शिकायत की, लेकिन फिर कुछ दिन बाद यह समस्या उत्पन्न हो जाती है. हम लोगों ने कई बार शीवर को साफ कराया, लेकिन फिर कुछ दिन बाद यह सीवर जाम हो जाता है. सड़क पर चलने वाली गाड़ियों के छींटों से पहने हुए कपड़े खराब हो जाते हैं.
इस पूरे मामले पर प्रधान प्रतिनिधि कृपालु यादव ने ऑनलाइन बातचीत में बताया कि हम लोगों का कार्यकाल 30 सितंबर को खत्म हो गया है. अब हमारा वार्ड नगर निगम में चला गया है. हम लोग के पास किसी भी प्रकार का फंड नहीं है, हम काम कैसे करें. अब हमारे पास करने को कुछ नहीं है, क्योंकि सरकार ने ही हम लोगों का हाथ बांध दिये हैं.