वाराणसी: जिले में कोविड-19 के दौर में भी लोग रेत युक्त पानी पीने को मजबूर हैं. नगर निगम और जलकल की लापरवाही की वजह से पहले से अब स्थिति और भी खराब होती जा रही है.तमाम दावों के बाद भी स्थानीय लोगों को दूषित पेय जल की समस्या हमेशा झेलनी पड़ती है. नया मामला वाराणसी के चौकाघाट स्तिथ ढेलवारिया इलाके का है, जहां बीते डेढ़ महीने से क्षेत्रवासी रेतयुक्त पानी पीने को मजबूर हैं.
इस इलाके में जब भी लोग पानी भरने के लिए नल खोलते हैं तो पानी से पहले रेत निकलती है, जिस पानी से लोग कपड़े धोना पसंद नहीं करते, क्षेत्र के लोग कपड़े से छानकर उसको पी रहे हैं. जब ईटीवी भारत की टीम ने क्षेत्रवासियों से जब इस मुद्दे पर बात की तो उन्होंने अपनी समस्याओं को रखा.
क्षेत्रवासियों का कहना है कि हमने यहां के पार्षद से कई बार शिकायत की, पत्र लिखा, लेकिन किसी ने हमारी समस्याओं को सुना नहीं. हम लोग पिछले डेढ़ महीने से रेत मिला पानी पीने को मजबूर हैं. कई बार तो रेत हमारे पाइप लाइन में जा रही है, जिससे पूरा का पूरा पाइपलाइन ही ध्वस्त हो रही है. लेकिन हमारी सुनने वाला कोई नहीं है.
इस बाबत जल निगम के महानिदेशक राघवेंद्र कुमार ने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में है. इसलिए काफी दिन से इस पर कार्रवाई भी की जा रही है. उन्होंने बताया कि अब तक पांच जगह की समस्या का समाधान हो गया है, दो जगह बची हुई हैं. इस पर काम जारी है और एक-दो दिन में ठीक हो जाएगा. साथ ही इसे भी एक-दो दिन में ठीक करा दिया जाएगा.