वाराणसी : बहुजन समाजवादी पार्टी की पूर्व मेयर प्रत्याशी सुधा चौरसिया ने पार्टी सुप्रीमो पर पैसे लेकर टिकट बांटने के गंभीर आरोप लगाए हैं. कहा कि मेयर के टिकट के लिए मुझसे फोन कर तुरंत तीन लाख रुपए मांगे गए. सुबह तक रुपये देने के लिए समय मांगा तो उनका टिकट काटकर किसी और को दे दिया गया. इससे नाराज होकर सुधा चौरसिया ने मंगलवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी घोषणा की.
बहुजन समाजवादी पार्टी की पूर्व मेयर प्रत्याशी रहीं सुधा चौरसिया ने पार्टी की मुखिया मायावती को पैसे की देवी बताया. कहा कि मुखिया कार्यकर्ताओं को पैसे की मशीन समझती हैं. उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि मैं पिछले 15 वर्षों से पार्टी की सेवा कार्यकर्ता के रूप में कर रहीं हूं और मेरी हर तरफ से उपेक्षा की जा रही है. इस कारण मैं पार्टी के सभी पदों के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहीं हूं.
बहुजन समाज पार्टी की पूर्व मेयर प्रत्याशी सुधा चौरसिया ने पार्टी कोऑर्डिनेटर पर टिकट को लेकर पैसे के लेनदेन का आरोप लगाया है. उन्होंने आरोप लगाया कि मायावती ने वाराणसी में जिसे कोऑर्डिनेटर बनाया है, वह टिकट के नाम पर पैसे लेने का काम करते हैं. कोऑर्डिनेटर ने दूसरे के माध्यम से पैसे की मांग की. बताया कि विधानसभा चुनाव 2022 में 15 लाख रुपए की मांग की गई थी. मेरे द्वारा कुछ समय मांगने पर किसी और को प्रत्याशी बना दिया गया था. वहीं 2023 मेयर चुनाव को लेकर भी ₹3 लाख की डिमांड की गई थी. मेरे द्वारा सुबह पैसे देने की बात की गई तो रातों-रात किसी और को प्रत्याशी बना दिया गया है.
सुधा चौरसिया ने आगे बताया कि वह कई सालों से पार्टी के लिए कार्य कर रहीं हैं. हर कार्यकर्ता चाहता है कि उन्हें चुनाव में पार्टी की तरफ से टिकट मिले. इसके बावजूद भी पैसे की मांग की जाती है. बहुजन समाज पार्टी अब कांशीराम के विचारों पर नहीं चल रही है.
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