वाराणसी: जिले के मॉडल ब्लॉक सेवापुरी में पंचायत भवनों को अपडेट कर दिया गया है. अब यहां पंचायत भवन मिनी सचिवालय के रूप में काम कर रहे हैं. यहां अब गांव वालों को खतौनी समेत अन्य कई दस्तावेज पंचायत भवन से ही उपलब्ध हो जाएंगे.
पंचायत भवनों को मिनी सचिवालयों के रूप में किया जा रहा विकसित
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा सभी पंचायत भवनों को मिनी सचिवालय के रूप में विकसित करने का निर्देश दिया गया था, जिसके पश्चात वाराणसी जिले में सभी पंचायत भवनों को मिनी सचिवालय के तर्ज पर विकसित करने का काम किया जा रहा है. इसके तहत जिले के 694 ग्राम पंचायत में से 510 को मिनी सचिवालय के रूप में विकसित कर दिया गया है.
अब एक जगह ही मिलेंगे सभी दस्तावेज
मिनी सचिवालय को सकारात्मक रूप देने के लिए सर्वप्रथम जिले के सेवापुरी ब्लॉक को चयनित किया गया है, जहां लगभग 80 फ़ीसदी पंचायत भवनों को मिनी सचिवालय के रूप में परिवर्तित कर दिया गया है, जहां पर खतौनी समेत अन्य दस्तावेजों की सुविधा भी उपलब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. पंचायत भवनों में ही सहज जन सेवा केंद्र भी संचालित किया जा रहा है, जिससे कि ग्रामीण को कोई समस्या का सामना ना करना पड़े.
मिनी सचिवालय में बैठेंगे सभी अधिकारी
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बीते दिनों समीक्षा बैठक में सभी पंचायत भवनों को मिनी सचिवालय की तरह कार्य शुरू करने का निर्देश दिया था, जिससे कि लोगों को सभी जरूरी दस्तावेज गांव में ही उपलब्ध हो सके. इसके साथ ही उन्होंने लेखपाल, ग्राम विकास अधिकारी और बीडीओ रोस्टर तय कर सप्ताह में सभी को एक दिन पंचायत भवन में बैठने का भी निर्देश दिया था, जिससे लोगों की जमीन समेत अन्य समस्याओं का समाधान हो सके और ग्रामीणों को केंद्र पर सभी जानकारी भी उपलब्ध हो जाए.
वाराणसी में पंचायत भवन बनें मिनी सचिवालय, गांव में ही मिलेंगे सभी दस्तावेज
वाराणसी के सेवापुरी ब्लॉक में अब पंचायत भवन मिनी सचिवालय की तर्ज पर काम करेंगे. यहां ग्रामीणों को अब पंचायत भवन पर ही सभी दस्तावेज मिल सकेंगे.
वाराणसी: जिले के मॉडल ब्लॉक सेवापुरी में पंचायत भवनों को अपडेट कर दिया गया है. अब यहां पंचायत भवन मिनी सचिवालय के रूप में काम कर रहे हैं. यहां अब गांव वालों को खतौनी समेत अन्य कई दस्तावेज पंचायत भवन से ही उपलब्ध हो जाएंगे.
पंचायत भवनों को मिनी सचिवालयों के रूप में किया जा रहा विकसित
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा सभी पंचायत भवनों को मिनी सचिवालय के रूप में विकसित करने का निर्देश दिया गया था, जिसके पश्चात वाराणसी जिले में सभी पंचायत भवनों को मिनी सचिवालय के तर्ज पर विकसित करने का काम किया जा रहा है. इसके तहत जिले के 694 ग्राम पंचायत में से 510 को मिनी सचिवालय के रूप में विकसित कर दिया गया है.
अब एक जगह ही मिलेंगे सभी दस्तावेज
मिनी सचिवालय को सकारात्मक रूप देने के लिए सर्वप्रथम जिले के सेवापुरी ब्लॉक को चयनित किया गया है, जहां लगभग 80 फ़ीसदी पंचायत भवनों को मिनी सचिवालय के रूप में परिवर्तित कर दिया गया है, जहां पर खतौनी समेत अन्य दस्तावेजों की सुविधा भी उपलब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. पंचायत भवनों में ही सहज जन सेवा केंद्र भी संचालित किया जा रहा है, जिससे कि ग्रामीण को कोई समस्या का सामना ना करना पड़े.
मिनी सचिवालय में बैठेंगे सभी अधिकारी
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बीते दिनों समीक्षा बैठक में सभी पंचायत भवनों को मिनी सचिवालय की तरह कार्य शुरू करने का निर्देश दिया था, जिससे कि लोगों को सभी जरूरी दस्तावेज गांव में ही उपलब्ध हो सके. इसके साथ ही उन्होंने लेखपाल, ग्राम विकास अधिकारी और बीडीओ रोस्टर तय कर सप्ताह में सभी को एक दिन पंचायत भवन में बैठने का भी निर्देश दिया था, जिससे लोगों की जमीन समेत अन्य समस्याओं का समाधान हो सके और ग्रामीणों को केंद्र पर सभी जानकारी भी उपलब्ध हो जाए.