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ललई यादव व लेलिन बाबू जगदेव की स्मृति पर चित्र कला प्रतियोगिता का किया आयोजन

उत्तर प्रदेश के वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के ललित कला विभागम में ललई सिंह यादव और बाबू जगदेव कुशवाहा की स्मृति में चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इस प्रतियोगिता में कई प्रतिभागियों ने भाग लिया.

वाराणसी में चित्र कला प्रतियोगिता का आयोजन
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Published : Sep 8, 2019, 11:48 AM IST

वाराणसी : वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के ललित कला विभाग में पेरियार ललई सिंह यादव और भारत लेलिन बाबू जगदेव कुशवाहा की स्मृति में चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. यह प्रतियोगिता प्रगति कला केंद्र वाराणसी के सहयोग से आयोजन किया गया. इस प्रतियोगिता में 100 से अधिक बच्चों ने प्रतिभाग किया. प्रतिभागियों ने वाटर कलर और चारकोल पेंटिंग के माध्यम से दोनों महान नायकों को सजीव कर दिया.

वाराणसी में चित्र कला प्रतियोगिता का आयोजन
सभी छात्र-छात्राओं द्वारा बनाए गए पेंटिंग को एग्जाम गुरु ने अपने पास जमा कर लिया जिसका निर्णय एक हफ्ते बाद आएगा. पेरियार ललई सिंह सेना में रहते हुए अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह किया. समाज की लड़ाई में उतरने पर अंधविश्वास के खिलाफ और समाज में असमानता के खिलाफ विद्रोह करते रहें है. भारत में लेनिन बाबू जगदेव कुशवाहा ने शोषित पीड़ित के संघर्ष का आवाहन किया. वंचित शोषित के अधिकार की लड़ाई लड़ते हुए हुए शहादत को प्राप्त हुए. छात्रों ने कला के माध्यम से उनके योगदान को सजीव बनाया साथ ही उनके संघर्षों को भी जाना.

शनिवार को देश के दो महान नायकों की स्मृति में चित्र प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इसमें छात्र-छात्राओं ने लगभग 100 पेंटिंग बनाई. स्कैच वाटर कलर और चारकोल पेंटिंग के माध्यम से बच्चों ने इन दो महान नायकों के जीवन के कुछ पहलुओं के साथ उनके चित्र को जीवित किया और उनके बारे में जाना.
-प्रो. सुनील विश्वकर्मा, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ

रोहित कुमार, छात्र, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ हम लोगों ने यहां पर समाज के दो महानायक की स्मृति में पेंटिंग प्रतियोगिता रखी है. इसमें विभिन्न छात्र-छात्राए सम्मिलित हुए और उन्होंने इन दोनों महान नायकों के बारे में जाना. समाज में दोनों का क्या योगदान रहा इस पर चर्चा हुई उसके बाद अपनी पेंटिंग के माध्यम से छात्रों ने उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की.

वाराणसी : वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के ललित कला विभाग में पेरियार ललई सिंह यादव और भारत लेलिन बाबू जगदेव कुशवाहा की स्मृति में चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. यह प्रतियोगिता प्रगति कला केंद्र वाराणसी के सहयोग से आयोजन किया गया. इस प्रतियोगिता में 100 से अधिक बच्चों ने प्रतिभाग किया. प्रतिभागियों ने वाटर कलर और चारकोल पेंटिंग के माध्यम से दोनों महान नायकों को सजीव कर दिया.

वाराणसी में चित्र कला प्रतियोगिता का आयोजन
सभी छात्र-छात्राओं द्वारा बनाए गए पेंटिंग को एग्जाम गुरु ने अपने पास जमा कर लिया जिसका निर्णय एक हफ्ते बाद आएगा. पेरियार ललई सिंह सेना में रहते हुए अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह किया. समाज की लड़ाई में उतरने पर अंधविश्वास के खिलाफ और समाज में असमानता के खिलाफ विद्रोह करते रहें है. भारत में लेनिन बाबू जगदेव कुशवाहा ने शोषित पीड़ित के संघर्ष का आवाहन किया. वंचित शोषित के अधिकार की लड़ाई लड़ते हुए हुए शहादत को प्राप्त हुए. छात्रों ने कला के माध्यम से उनके योगदान को सजीव बनाया साथ ही उनके संघर्षों को भी जाना.

शनिवार को देश के दो महान नायकों की स्मृति में चित्र प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इसमें छात्र-छात्राओं ने लगभग 100 पेंटिंग बनाई. स्कैच वाटर कलर और चारकोल पेंटिंग के माध्यम से बच्चों ने इन दो महान नायकों के जीवन के कुछ पहलुओं के साथ उनके चित्र को जीवित किया और उनके बारे में जाना.
-प्रो. सुनील विश्वकर्मा, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ

रोहित कुमार, छात्र, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ हम लोगों ने यहां पर समाज के दो महानायक की स्मृति में पेंटिंग प्रतियोगिता रखी है. इसमें विभिन्न छात्र-छात्राए सम्मिलित हुए और उन्होंने इन दोनों महान नायकों के बारे में जाना. समाज में दोनों का क्या योगदान रहा इस पर चर्चा हुई उसके बाद अपनी पेंटिंग के माध्यम से छात्रों ने उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की.

Intro:वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के ललित कला विभाग में पेरियार ललई सिंह यादव और भारत लेलिन बाबू जगदेव कुशवाहा की स्मृति में चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह प्रतियोगिता प्रगति कला केंद्र वाराणसी के सहयोग से आयोजन किया गया इस प्रतियोगिता में 100 से अधिक बच्चों ने प्रतिभाग करते हुए इसके वाटर कलर और चारकोल पेंटिंग के माध्यम से दोनों महान नायकों को सजीव कर दिया।


Body:सभी छात्र-छात्राओं द्वारा बनाए गए पेंटिंग को एग्जाम गुरु ने अपने पास जमा कर लिया जिसका निर्णय एक हफ्ते बाद आएगा हम आपको बताते चले कि पेरियार ललई सिंह सेना में रहते हुए अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह किया और समाज की लड़ाई में उतरने पर अंधविश्वास के खिलाफ और समाज में असमानता के खिलाफ विद्रोह करते रहें भारत में लेनिन बाबू जगदेव कुशवाहा ने शोषित पीड़ित के संघर्ष का आवाहन किया वंचित शोषित के अधिकार की लड़ाई लड़ते हुए हुए शहादत को प्राप्त हुए। छात्रों ने कला के माध्यम से उनके योगदान को सचिव बनाया साथ ही उनके संघर्षों को भी जाना।


Conclusion:प्रो सुनील विश्वकर्मा ने बताया आज देश के दो महान नायकों की स्मृति में चित्र प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें छात्र-छात्राओं ने लगभग 100 पेंटिंग बनाएं स्केच वाटर कलर और चारकोल पेंटिंग के माध्यम से बच्चों ने इन दो महान नायकों के जीवन के कुछ पहलुओं के साथ उनके चित्र को जीवित किया और उनके बारे में जाना।

बाईट:--प्रो सुनील विश्वकर्मा, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ

छात्र रोहित कुमार ने बताया आज हम लोगों ने यहां पर समाज के दो महानायक को की स्मृति में पेंटिंग प्रतियोगिता रखी है इसमें विभिन्न छात्र-छात्राओं सम्मिलित हुए और उन्होंने इन दोनों महान नायकों के बारे में जाना और समाज में उनका क्या योगदान रहा इस पर चर्चा हुआ उसके बाद अपनी पेंटिंग के माध्यम से छात्रों ने उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित किया।

बाईट:-- रोहित कुमार, छात्र, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ

अशुतोष उपध्याय
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