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अयोध्या के राम मंदिर की बगिया सजाना चाहता है काशी का अशोक - श्री राम मंदिर

उत्तर प्रदेश में वाराणसी के मंडुवाडीह के नर्सरी कारोबारी अशोक ने भगवान राम मंदिर में भव्य बगिया बनाने की इच्छा जाहिर की है. अशोक मंदिर में भगवान राम की बगिया बनाने के लिए 1500 पौधे दान देने के इच्छुक हैं.

varanasi samachar
पौधे दान करना चाहता है नर्सरी कारोबारी
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Published : Jul 29, 2020, 9:58 PM IST

वाराणसी: 5 अगस्त को अयोध्या में राम जन्मभूमि स्थल पर भव्य राम मंदिर निर्माण की रूपरेखा तैयार हो जाएगी. भूमि पूजन के बाद मंदिर निर्माण शुरू हो जाएगा और जल्द ही लोगों के सामने भव्य राम मंदिर भी प्रस्तुत होगा. इन सब के बीच इस शुभ घड़ी को लेकर अयोध्या से लेकर काशी तक गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है. हर कोई इस मंदिर में अपना योगदान देना चाह रहा है. काशी में भी एक राम भक्तों ने अपनी तरफ से भगवान राम की भव्य बगिया बनाने की इच्छा जाहिर की है. इस भक्त ने अपने नर्सरी कारोबार से भगवान राम के मंदिर में पौधे दान करने की तैयारी की है. वह 1500 से अधिक पौधे राम मंदिर में बगीचा बनाने के लिए देना चाहता है.

राम मंदिर में पौधे दान करना चाहता है नर्सरी कारोबारी

भगवान राम की बगिया बनाने की इच्छा
जनपद के मंडुवाडीह इलाके में पूर्वांचल का सबसे बड़ा नर्सरी उद्योग स्थापित है. 100 से ज्यादा नर्सरी कारोबारी इस स्थान से सिर्फ यूपी ही नहीं बल्कि मध्य प्रदेश, नेपाल, बिहार तक औषधीय पौधों से लेकर फलदार पौधों की सप्लाई करते हैं. ऐसे में यहां के नर्सरी कारोबारी अशोक मौर्य ने भगवान राम के मंदिर के लिए पौधे दान करने की इच्छा जाहिर की है. उन्होंने इसके लिए उत्तर प्रदेश के राज्यमंत्री व पूर्वांचल विकास बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. दयाशंकर मिश्र से संपर्क कर अपनी आवाज ट्रस्ट तक पहुंचाने की गुहार भी लगाई है.

मंत्री डॉ. दयाशंकर मिश्रा ने बताया कि अशोक की बात को वहां तक पहुंचाई भी गई है और उनका भी कहना है कि जब मंदिर निर्माण की तरफ आगे बढ़ेगा तब रामलला की बगिया बनाने के लिए हम सभी काशी से 1500 से ज्यादा पौधे लेकर जाएंगे.

बगिया में होंगे औषधीय पौधे
नर्सरी कारोबारी अशोक का कहना है कि राम मंदिर के निर्माण में हर कोई अपना-अपना योगदान दे रहा है. मैं भी भगवान राम की बगिया तैयार करना चाहता हूं. सबसे बड़ी बात यह है कि भगवान राम की बगिया में औषधीय पौधों के साथ फलदार वृक्ष और छायादार वृक्ष तो होंगे. बनारस के लंगड़ा आम की महक भी उस बगिया में महकेगी. बनारस को लंगड़ा आम के लिए जाना जाता है और लंगड़ा आम के 100 से ज्यादा पेड़ उस बगिया में लगाए जाएंगे. अशोक ने इसके लिए तैयारी भी शुरू कर दी है. उनका कहना है कि मैं बकायदा यहां से सारे पौधे और मजदूर लेकर जाऊंगा. एक-एक पौधे को लगाकर पूरी तरह से उसे मजबूती दे कर तब मैं वहां से निकलूंगा. मेरी इच्छा जल्द पूरी हो मैं भगवान राम से यही कामना करता हूं.

वाराणसी: 5 अगस्त को अयोध्या में राम जन्मभूमि स्थल पर भव्य राम मंदिर निर्माण की रूपरेखा तैयार हो जाएगी. भूमि पूजन के बाद मंदिर निर्माण शुरू हो जाएगा और जल्द ही लोगों के सामने भव्य राम मंदिर भी प्रस्तुत होगा. इन सब के बीच इस शुभ घड़ी को लेकर अयोध्या से लेकर काशी तक गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है. हर कोई इस मंदिर में अपना योगदान देना चाह रहा है. काशी में भी एक राम भक्तों ने अपनी तरफ से भगवान राम की भव्य बगिया बनाने की इच्छा जाहिर की है. इस भक्त ने अपने नर्सरी कारोबार से भगवान राम के मंदिर में पौधे दान करने की तैयारी की है. वह 1500 से अधिक पौधे राम मंदिर में बगीचा बनाने के लिए देना चाहता है.

राम मंदिर में पौधे दान करना चाहता है नर्सरी कारोबारी

भगवान राम की बगिया बनाने की इच्छा
जनपद के मंडुवाडीह इलाके में पूर्वांचल का सबसे बड़ा नर्सरी उद्योग स्थापित है. 100 से ज्यादा नर्सरी कारोबारी इस स्थान से सिर्फ यूपी ही नहीं बल्कि मध्य प्रदेश, नेपाल, बिहार तक औषधीय पौधों से लेकर फलदार पौधों की सप्लाई करते हैं. ऐसे में यहां के नर्सरी कारोबारी अशोक मौर्य ने भगवान राम के मंदिर के लिए पौधे दान करने की इच्छा जाहिर की है. उन्होंने इसके लिए उत्तर प्रदेश के राज्यमंत्री व पूर्वांचल विकास बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. दयाशंकर मिश्र से संपर्क कर अपनी आवाज ट्रस्ट तक पहुंचाने की गुहार भी लगाई है.

मंत्री डॉ. दयाशंकर मिश्रा ने बताया कि अशोक की बात को वहां तक पहुंचाई भी गई है और उनका भी कहना है कि जब मंदिर निर्माण की तरफ आगे बढ़ेगा तब रामलला की बगिया बनाने के लिए हम सभी काशी से 1500 से ज्यादा पौधे लेकर जाएंगे.

बगिया में होंगे औषधीय पौधे
नर्सरी कारोबारी अशोक का कहना है कि राम मंदिर के निर्माण में हर कोई अपना-अपना योगदान दे रहा है. मैं भी भगवान राम की बगिया तैयार करना चाहता हूं. सबसे बड़ी बात यह है कि भगवान राम की बगिया में औषधीय पौधों के साथ फलदार वृक्ष और छायादार वृक्ष तो होंगे. बनारस के लंगड़ा आम की महक भी उस बगिया में महकेगी. बनारस को लंगड़ा आम के लिए जाना जाता है और लंगड़ा आम के 100 से ज्यादा पेड़ उस बगिया में लगाए जाएंगे. अशोक ने इसके लिए तैयारी भी शुरू कर दी है. उनका कहना है कि मैं बकायदा यहां से सारे पौधे और मजदूर लेकर जाऊंगा. एक-एक पौधे को लगाकर पूरी तरह से उसे मजबूती दे कर तब मैं वहां से निकलूंगा. मेरी इच्छा जल्द पूरी हो मैं भगवान राम से यही कामना करता हूं.

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