ETV Bharat / state

अब जी20 देशों में भी चमकेगी पूर्वांचल की कला, ये है वजह

अब पूर्वांचल की कला जी 20 देशों में चमकेगी. आखिर यह कैसे संभव होगा, चलिए आपको बताते हैं.

Etv bharat
Etv bharat
author img

By

Published : Jun 16, 2023, 4:09 PM IST

वाराणसीः बीते दिनों जी-20 की दूसरी बैठक की काशी गवाह बनी. इस दूसरी बैठक में जी-20 के मेहमानों के साथ उत्तर प्रदेश सरकार के 9 साल के विकास मॉडल पर चर्चा की गई. इसके साथ ही मेहमानों के सामने पूर्वांचल के उत्पादों की हस्तशिल्प प्रदर्शनी भी लगाई गई. बाकायदा डेमो के जरिए मेहमानों को कलाकृतियों को तैयार करके भी दिखाया गया. खास बात यह रही कि मेहमानों को पूर्वांचल की कलाकृतियां इतनी पसंद आई कि उन्होंने तुरंत उसकी खरीदारी भी की.

जी 20 समिट से काशी के कारीगरों में उत्साह की लहर.


वाराणसी में हुए जी20 समिट के माध्यम से यहां की कला को इन 20 देशों में जाने का मौका मिला है. प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार के प्रयासों से यहां के कलाकारों को अपनी पहचान बनाने और अपने उत्पादों को दुनिया के सामने रखने का मौका मिला है. इससे यहां के कारीगरों और शिल्पियों में उत्साह देखने को मिल रहा है. जिस तरह से विदेशी मेहमानों ने गुलाबी मीनाकारी सहित अन्य उत्पादों की खरीदारी की उससे यह लगता है कि आने वाले समय में इनकी मांग और भी बढ़ने वाली है. हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम के उत्पाद भी पसंद किए गए हैं.

Etv bharat
पूरी दुनिया में काशी की कला को मिलेगा खास स्थान.
मेहमानों को गुलाबी मीनाकारी का मोर उपहार में दिया गया
कारीगर कुंज बिहारी सिंह ने बताया कि जी20 समिट वाराणसी में काफी देशों के मेहमान हमारे स्टाल पर आए. वहां पर मेरी कला की प्रदर्शनी देखी. गुलाबी मीनाकारी के काफी प्रोडक्ट देखे. उन्हें खासकर हैंडलूम बहुत पसंद आया. इसके अलावा मैजिक बर्ड, गुलाबी मीनाकारी का मोर, झुमके सहित काफी सामान पसंद आया. जी20 के जितने भी डेलीगेट्स आए थे उन्हें जो उपहार दिया गया वह गुलाबी मीनाकारी का मोर ही था. बता दें कि इन गुलाबी मीनाकारी के मोरों का ऑर्डर इन्हें दिया गया था.
Etv bharat
काशी के कारीगरों की उम्मीद बढ़ी.
उन्होंने बताया कि वाराणसी आए विदेशी मेहमान अपने साथ मैजिक बर्ड और मोर ले गए. महिलाओं ने भी कुछ सामान खरीदे थे. इन मेहमानों ने हमारे मोबाइल नंबर भी लिए और भविष्य में संपर्क करने और ऑर्डर करने की बात बोलकर गए हैं. मैक्सिको के एबेंसडर फैड्रिको अपने साथ मैडिक बर्ड लेकर गए हैं. उनके साथ आए सहयोगियों ने भी कहा है कि हम काफी सारे ऑर्डर आपको देंगे. वे लोग हमारे संपर्क में रहेंगे. डेलीगेट्स द्वारा खरीदारी करने और भविष्य में इनसे ऑर्डर लेने की बात से कारीगरों में उत्साह है.
Etv bharat
जी20 समिट के मेहमानों ने खरीदे काशी के हस्तशिल्प उत्पाद.
हैंडीक्राफ्ट, हैंडलूम और टूरिज्म की बढेंगी संभावनाएं
वहीं, जीआई विशेषज्ञ डॉक्टर राजनीकांत ने बताया कि वाराणसी में जी20 समिट का होना बहुत बड़ी बात है. इससे टूरिज्म व हैंडीक्राफ्ट की बहुत सारी संभावनाएं बढ़ गई हैं. हमें वहां अलग-अलग देशों की अलग-अलग प्राथमिकताएं दिखीं. यूरोप से आने वाले और दूसरे देशों के लोग जो जी20 में आए थे उनका ध्यान कारपेट और फ्लोर कवरिंग पर जा रहा था. ढाका से लेकर और देशों के जो यूरोपियन आ रहे थे उनका ध्यान साड़ियों पर था.
वाराणसी के बुनकरों और शिल्पियों में उत्साह
उन्होंने बताया कि अन्य देशों से आए लोग रामनगर के स्टोन क्राफ्ट, जिसमें हाथी के अंदर हाथी था उसे देखकर आश्चर्यचकित थे. वुड कार्विंग का विनियेचर भी लोग देख रहे थे. वहीं बुद्धिस्ट कंट्री के जो लोग आए हुए थे उनकी दिलचस्पी बुद्ध की मूर्तियों और बुद्ध की कार्विंग के बारे में थे. अगर हम इन सारी चीजों को इकट्ठा करने की बात करें तो अन्य मुद्दों के अलावा यहां के बुनकरों में और शिल्पियों में बहुत ही उत्साह है. विदेशी मेहमानों ने उनके द्वारा बनाए उत्पादों को खूब पसंद किया है और आगे भी खरीदारी की बात कहकर गए हैं.
वाराणसी से व्यापार का रास्ता दुनियाभर में जाएगाउन्होने ने बताया कि आने वाले समय में डेलीगेशन के माध्यम से, बायर-सेलर मिड के माध्यम से, कल्चरल जी20 के माध्यम से इनका व्यवसाय जुड़ेगा. वाराणसी से व्यापार का एक बड़ा रास्ता दुनिया के जी20 देशों के साथ-साथ अन्य देशों में भी जाएगा. बता दें कि मेहमानों के द्वारा पसंद की गई कलाकृतियों के कारण पूर्वांचल के कारीगरों में व्यापार की एक नई उम्मीद जग गयी है. प्रोटोकॉल को छोड़कर के जी20 देशों के प्रतिनिधियों ने बाकायदा यहां से खरीदारी की. निश्चित रूप से यह खरीदारी भविष्य में यहां के व्यापार में एक बड़ी भूमिका निभाएगी.



ये भी पढे़ंः काशी के इस मंदिर में पितरों के रूप में स्थापित होते हैं शिवलिंग, जानिए मान्यता के बारे में

वाराणसीः बीते दिनों जी-20 की दूसरी बैठक की काशी गवाह बनी. इस दूसरी बैठक में जी-20 के मेहमानों के साथ उत्तर प्रदेश सरकार के 9 साल के विकास मॉडल पर चर्चा की गई. इसके साथ ही मेहमानों के सामने पूर्वांचल के उत्पादों की हस्तशिल्प प्रदर्शनी भी लगाई गई. बाकायदा डेमो के जरिए मेहमानों को कलाकृतियों को तैयार करके भी दिखाया गया. खास बात यह रही कि मेहमानों को पूर्वांचल की कलाकृतियां इतनी पसंद आई कि उन्होंने तुरंत उसकी खरीदारी भी की.

जी 20 समिट से काशी के कारीगरों में उत्साह की लहर.


वाराणसी में हुए जी20 समिट के माध्यम से यहां की कला को इन 20 देशों में जाने का मौका मिला है. प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार के प्रयासों से यहां के कलाकारों को अपनी पहचान बनाने और अपने उत्पादों को दुनिया के सामने रखने का मौका मिला है. इससे यहां के कारीगरों और शिल्पियों में उत्साह देखने को मिल रहा है. जिस तरह से विदेशी मेहमानों ने गुलाबी मीनाकारी सहित अन्य उत्पादों की खरीदारी की उससे यह लगता है कि आने वाले समय में इनकी मांग और भी बढ़ने वाली है. हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम के उत्पाद भी पसंद किए गए हैं.

Etv bharat
पूरी दुनिया में काशी की कला को मिलेगा खास स्थान.
मेहमानों को गुलाबी मीनाकारी का मोर उपहार में दिया गया
कारीगर कुंज बिहारी सिंह ने बताया कि जी20 समिट वाराणसी में काफी देशों के मेहमान हमारे स्टाल पर आए. वहां पर मेरी कला की प्रदर्शनी देखी. गुलाबी मीनाकारी के काफी प्रोडक्ट देखे. उन्हें खासकर हैंडलूम बहुत पसंद आया. इसके अलावा मैजिक बर्ड, गुलाबी मीनाकारी का मोर, झुमके सहित काफी सामान पसंद आया. जी20 के जितने भी डेलीगेट्स आए थे उन्हें जो उपहार दिया गया वह गुलाबी मीनाकारी का मोर ही था. बता दें कि इन गुलाबी मीनाकारी के मोरों का ऑर्डर इन्हें दिया गया था.
Etv bharat
काशी के कारीगरों की उम्मीद बढ़ी.
उन्होंने बताया कि वाराणसी आए विदेशी मेहमान अपने साथ मैजिक बर्ड और मोर ले गए. महिलाओं ने भी कुछ सामान खरीदे थे. इन मेहमानों ने हमारे मोबाइल नंबर भी लिए और भविष्य में संपर्क करने और ऑर्डर करने की बात बोलकर गए हैं. मैक्सिको के एबेंसडर फैड्रिको अपने साथ मैडिक बर्ड लेकर गए हैं. उनके साथ आए सहयोगियों ने भी कहा है कि हम काफी सारे ऑर्डर आपको देंगे. वे लोग हमारे संपर्क में रहेंगे. डेलीगेट्स द्वारा खरीदारी करने और भविष्य में इनसे ऑर्डर लेने की बात से कारीगरों में उत्साह है.
Etv bharat
जी20 समिट के मेहमानों ने खरीदे काशी के हस्तशिल्प उत्पाद.
हैंडीक्राफ्ट, हैंडलूम और टूरिज्म की बढेंगी संभावनाएं
वहीं, जीआई विशेषज्ञ डॉक्टर राजनीकांत ने बताया कि वाराणसी में जी20 समिट का होना बहुत बड़ी बात है. इससे टूरिज्म व हैंडीक्राफ्ट की बहुत सारी संभावनाएं बढ़ गई हैं. हमें वहां अलग-अलग देशों की अलग-अलग प्राथमिकताएं दिखीं. यूरोप से आने वाले और दूसरे देशों के लोग जो जी20 में आए थे उनका ध्यान कारपेट और फ्लोर कवरिंग पर जा रहा था. ढाका से लेकर और देशों के जो यूरोपियन आ रहे थे उनका ध्यान साड़ियों पर था.
वाराणसी के बुनकरों और शिल्पियों में उत्साह
उन्होंने बताया कि अन्य देशों से आए लोग रामनगर के स्टोन क्राफ्ट, जिसमें हाथी के अंदर हाथी था उसे देखकर आश्चर्यचकित थे. वुड कार्विंग का विनियेचर भी लोग देख रहे थे. वहीं बुद्धिस्ट कंट्री के जो लोग आए हुए थे उनकी दिलचस्पी बुद्ध की मूर्तियों और बुद्ध की कार्विंग के बारे में थे. अगर हम इन सारी चीजों को इकट्ठा करने की बात करें तो अन्य मुद्दों के अलावा यहां के बुनकरों में और शिल्पियों में बहुत ही उत्साह है. विदेशी मेहमानों ने उनके द्वारा बनाए उत्पादों को खूब पसंद किया है और आगे भी खरीदारी की बात कहकर गए हैं.
वाराणसी से व्यापार का रास्ता दुनियाभर में जाएगाउन्होने ने बताया कि आने वाले समय में डेलीगेशन के माध्यम से, बायर-सेलर मिड के माध्यम से, कल्चरल जी20 के माध्यम से इनका व्यवसाय जुड़ेगा. वाराणसी से व्यापार का एक बड़ा रास्ता दुनिया के जी20 देशों के साथ-साथ अन्य देशों में भी जाएगा. बता दें कि मेहमानों के द्वारा पसंद की गई कलाकृतियों के कारण पूर्वांचल के कारीगरों में व्यापार की एक नई उम्मीद जग गयी है. प्रोटोकॉल को छोड़कर के जी20 देशों के प्रतिनिधियों ने बाकायदा यहां से खरीदारी की. निश्चित रूप से यह खरीदारी भविष्य में यहां के व्यापार में एक बड़ी भूमिका निभाएगी.



ये भी पढे़ंः काशी के इस मंदिर में पितरों के रूप में स्थापित होते हैं शिवलिंग, जानिए मान्यता के बारे में

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.