वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट विश्वनाथ कॉरिडोर को लेकर काम तेजी से आगे बढ़ रहा है. अप्रैल 2021 तक कॉरिडोर को बनाकर बाबा विश्वनाथ मंदिर के विस्तारीकरण के सपने को पूरा करने के लिए प्रदेश सरकार जी जान से जुटी हुई है. मजदूरों की संख्या बढ़ाने के साथ ही निर्माण में आने वाले हर रोड़े को जल्द दूर करने में प्रशासनिक स्तर पर बड़े अधिकारी खुद लगे हुए हैं. शायद यही वजह है कि अब विश्वनाथ कॉरिडोर का एक मूर्त रूप सामने आने लगा है.
दिखने लगा पत्थरों का संकुल
विश्वनाथ मंदिर के पास गिराए गए मकानों की जगह अब बाबा विश्वनाथ के निर्माणाधीन कॉरिडोर की रूपरेखा खुलकर सामने आने लगी है. कॉरिडोर किस रूप में होगा और किस तरह से पत्थरों के पिलर्स के बीच से लोग होकर गुजरेंगे यह दिखने लगा है. राजस्थान समेत मिर्जापुर और अन्य जगहों से आ रहे पत्थरों को तराशने के बाद इन पत्थरों का स्ट्रक्चर अब तैयार हो चुका है.
लाल पत्थरों से बनाये जा रहे संकुल की तस्वीर आई सामने. कुछ दिन धीमा हुआ था कामदरअसल विश्वनाथ कॉरिडोर को लेकर काम थोड़ा दोस्त जरूर हो गया था. कोविड-19 की वजह से काम रुक जाने के कारण कुछ दिनों तक काम में सुस्ती देखने में आई थी, लेकिन जब काम शुरू हुआ तो उसके बाद मजदूरों की संख्या को 5 गुने से ज्यादा करते हुए काम को तेजी से आगे बढ़ाया जाने लगा. गुजरात की कंपनी की तरफ से तैयार हो रहे इस कॉरिडोर के साथ राजकीय निर्माण निगम समेत अन्य सरकारी विभागों के साथ कॉरिडोर का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है. कॉरिडोर में लाल पत्थरों का इस्तेमाल किया जा रहा है और पत्थरों के खंभों पर नक्काशी दार सजावटी पत्थरों को रखकर प्रवेश द्वार तैयार होने लगा है.
24 में से 18 भवनों पर काम शुरूकॉरिडोर में अन्य भवनों के निर्माण का काम भी तेजी से शुरू हो गया है. कुल 24 भवनों में से लगभग 18 से ज्यादा भवनों का निर्माण शुरू किया जा चुका है. फिलहाल काम तेजी से आगे बढ़ाए जाने के बाद पीडब्ल्यूडी के अधिकारी अन्य विभागों के साथ भी तालमेल करते हुए रुके हुए कार्यों को समय से पूरा करने पर भी जुटे हुए हैं. कई विभागों की तरफ से एनओसी से लेकर तमाम कार्यवाही को समय से पूरा किए जाने को लेकर अधिकारी तत्परता से लगे हुए हैं. नतीजा यह है कि कॉरिडोर में कहां लाल पत्थरों का स्ट्रक्चर ऑफ साफ तौर पर दिखाई देने लगा है.