वाराणसी: उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव को लेकर भले ही कोर्ट ने रोक लगा रखी हो और अभी तारीखों का ऐलान ना हो पाया हो. लेकिन, राजनीतिक दलों ने इसे लेकर तैयारियां जोर शोर से आगे बढ़ाना शुरू कर दिया है. सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी ने तो महापौर और पार्षद के एक-एक पद पर पूरे एनालिसिस के साथ कैंडिडेट को उतारने की प्लानिंग शुरू कर दी है. इनमें एक सबसे महत्वपूर्ण वाराणसी है, जहां पर लंबे वक्त से महापौर पद पर बीजेपी का कब्जा है. यही वजह है कि भाजपा इस बार भी बनारस की इस सीट पर जिताऊ कैंडिडेट उतारने के लिए जबरदस्त तरीके से आवेदन ले रही है. बीजेपी कार्यालय में अब तक 40 लोगों के आवेदन पहुंच चुके हैं, जो बीजेपी के सिंबल पर महापौर का चुनाव लड़ना चाह रहे हैं. कुछ नाम तो ऐसे हैं जो बीजेपी के ही पदाधिकारी हैं और कुछ ऐसे जो शहर के मानिंद और समाजसेवी भी हैं.
वाराणसी में नगर निकाय चुनाव के दौरान बीजेपी हमेशा से महापौर पद पर अपना कब्जा जमाने में जुटी रहती है, यही वजह है कि बीते लंबे वक्त से भारतीय जनता पार्टी ही वाराणसी में महापौर के पद पर काबिज है. वर्तमान समय में बीजेपी की महापौर मृदुला जयसवाल. इससे पहले बीजेपी के रामगोपाल मोहले और उनके पहले भारतीय जनता पार्टी के ही कौशलेंद्र सिंह पटेल वाराणसी में मेयर पद पर काबिज थे. यह परंपरा बरकरार रहे इसके लिए इस बार भी फूंक-फूंक कर कदम रख रही है.
आवदकों का रिकॉर्ड खंगाल रही हैं बीजेपी
इसके लिए बीजेपी स्क्रीनिंग कमेटी के जरिए मेयर पद के लिए आवेदन कर रहे लोगों का पूरा रिकॉर्ड खंगाल रही है. भारतीय जनता पार्टी महानगर महामंत्री और बीजेपी नगर निकाय चुनाव के लिए वाराणसी में संयोजक बनाए गए जगदीश त्रिपाठी ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी बड़ा दल है और सामाजिक राजनीतिक और व्यापारिक दृष्टि से मजबूत लोग भी बीजेपी के साथ जोड़कर महापौर के चुनाव में अपनी किस्मत आजमाना जा रहे हैं. यही वजह है कि अब तक कार्यालय पर 40 लोगों के आवेदन आए हैं और अब आवेदन नहीं लिया जा रहा है. 40 आवेदन में से ही हम लिस्टिंग करने के बाद कुछ नामों को फाइनल करेंगे और स्क्रीनिंग कमेटी इस पर चर्चा करने के बाद इसे प्रदेश कार्यालय को प्रेषित करेगी. प्रदेश कार्यालय मंडल और महानगर कार्यालय के साथ मिलकर यह तय करेगा कि वाराणसी में महापौर के पद पर कौन चुनाव लड़ेगा.
पार्टी के पदाधिकारी भी दिखा रहे हैं रूचि
पार्टी से जुड़े लोगों का यह भी कहना है कि कुछ पदाधिकारी भी महापौर पद पर चुनाव लड़ने में रूचि दिखा रहे हैं. इनमें बीजेपी महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय, बीजेपी काशी क्षेत्र के अध्यक्ष महेश चंद्र श्रीवास्तव बीजेपी की महिला मोर्चा की नेता मीना चौबे समेत शहर के एक सामाजिक कार्यकर्ता और व्यापारी वर्ग से जुड़े दो व्यापारी नेता समेत एक चार्टर्ड अकाउंटेंट भी शामिल हैं. इसके अलावा बहुत से ऐसे भी हैं जो बीजेपी के कार्यकर्ता हैं और वह चुनाव लड़ने के लिए इच्छुक हैं.
इस बारे में जगदीश त्रिपाठी ने कहा कि आवेदन और चुनाव लड़ने का अधिकार सभी को है. सभी अपनी ताकत दिखा कर बीजेपी के साथ जुड़कर समाज की सेवा करना चाह रहे हैं, लेकिन इसमें सफलता किसको मिलेगी और टिकट किसे दिया जाएगा. यह फाइनल प्रदेश स्तर की कमेटी ही करेगी. हमारे पास जो भी आवेदन आए हैं. उनको स्क्रीनिंग कमेटी के जरिए वेरीफाई करके आगे बढ़ाया जाएगा. माना जा रहा है कि आने वाले 10 से 15 दिनों के अंदर महापौर को लेकर दावेदारी साफ हो जाएगी और कोर्ट से निर्देश मिलने के बाद बीजेपी निकाय चुनाव की तैयारियों में पूर्ण रुप से जुट जाएगी.
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