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समय पर कूड़ा नहीं फेकना पड़ेगा भारी, 1 दिसंबर से नगर निगम वसूलेगा एक लाख तक का जुर्माना

वाराणसी नगर निगम शहर में सफाई अभियान को गति देगा. अब 1 दिसंबर से खुले में या निर्धारित समय के बाद कूड़ा फेकने पर 500 से लेकर 1 लाख रुपए तक जुर्माना वसूलेगा. तो आप भी अब सतर्क हो जाइये.

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Published : Nov 24, 2022, 8:58 PM IST

वाराणसी: बनारस की छवि को सुधारने के लिए नगर निगम वाराणसी लगातार प्रयास कर रहा है. लेकिन बनारस में फैली गंदगी और लोगों की आदत बनारस को सुधरने नहीं दे रही है. शायद यही वजह है कि स्वच्छता सर्वेक्षण में भले ही बनारस की रैंकिंग 30 से खिसक कर 21 पर आ गई हो. लेकिन लोगों की बेवक्त कूड़ा फेंकने की आदत नगर निगम वाराणसी को परेशान कर रही है.

अब 1 दिसंबर से ऐसे लोगों पर सख्ती का चाबुक चलने जा रहा है और जो लोग निर्धारित वक्त यानी सुबह 8 बजे सफाई के बाद गलियों, सड़कों पर कूड़ा फेंकेगें. ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए ना सिर्फ उनको जुर्माना देना होगा, बल्कि उनके खिलाफ नोटिस जारी कर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी.

ईटीवी भारत की स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एनपी सिंह से खास बातचीत

नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एनपी सिंह ने बताया कि स्मार्ट सिटी में वाराणसी शामिल होने के बाद स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर हर साल प्रयास किया जाता है. बनारस की रैंकिंग में हर वर्ष सुधार हो रहा है, लेकिन खुले में कूड़ा फेंके (Fine for throwing garbage in open in Varanasi) जाने की आदत बनारस की रैंकिंग को उच्च स्तर पर नहीं ले जाने दे रही है. जिसकी उम्मीद है अभी भी हम इस स्मार्ट सिटी के मामले में इंदौर और अन्य शहरों से काफी पीछे हैं. उनका कहना है कि 1 दिसंबर से एक बड़ा अभियान शुरू करने जा रहे हैं, जिसमें 500 से लेकर एक लाख रुपए तक का जुर्माना वसूला (Municipal Corporation Varanasi will collect fine) जाएगा.


पढ़ें- मालिनी अवस्थी की गायकी से मंत्रमुग्ध हुआ सुबह-ए-बनारस

नगर स्वास्थ्य अधिकारी का कहना है कि इसके लिए हम गलियों में सुपरवाइजर और टीम के साथ निगरानी प्रक्रिया को आगे बढ़ाएंगे. इससे खुले में बेवक्त कूड़ा फेंकने की आदत बदली जा सके. हमारे अभियान की शुरुआत गंगा घाटों से होगी और गलियों से होते हुए सड़कों तक पहुंचेगी. इसके अलावा नगर निगम के सभी कूड़ा घर बंद करने की तैयारी भी की जा रही है. क्योंकि, बनारस शहर में संचालित हो रहे, कूड़ा घर कूड़े को एकत्रित करने के बाद खुले में कूड़े संग्रहण की वजह से एक खराब छवि प्रस्तुत करते हैं. यह टीम की तरफ से किए गए सर्वे के बाद सलाह दी गई है. हम इस पर कार्य करेंगे, ताकि अगले साल होने वाली स्वच्छता रैंकिंग में हमारा स्तर और बेहतर (Cleanliness campaign in Varanasi) हो. नगर निगम ने अभी तीन कूड़ा घरों को बंद कर दिया है और बाकी बचे 18 कूड़ा घर भी बंद कर दिए जाएंगे. इससे सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि सड़कों पर कूड़ा नहीं (Fine for throwing garbage in Varanasi) दिखाई देगा.

ऐसे होंगे चालान: निर्धारित वक्त पर के बाद कूड़ा फेंकने पर 200 रुपए का चालान, खुले में कूड़ा फेंकने पर 500 रुपए का चालान, खुले में शौच करते पकड़े जाने पर 500 रुपए का चालान, सार्वजनिक स्थानों पर वाहन या कपड़े धोते पकड़े जाने पर 500 रुपए का चालान, घाटों की सीढ़ियों रीड डिवाइडर या अन्य स्थानों पर पोस्टर बैनर चिपकाने या फिर इन्हें गंदा करने में पकड़े जाने पर 500 रुपए का चालान, गंगा नदी में पशुओं को स्नान कराते हुए पकड़े जाने की दशा में 1000 रुपए का चालान, शादी समारोह में किसी सार्वजनिक सम्मेलन में कचरा प्रबंधन ना होने और गंदगी फैलाने पर 5,000 रुपए का चालान, कूड़ेदान या स्टोरेज के बाहर कूड़ा फेंके जाने पर 5,000 का चालान, सार्वजनिक स्थानों पर पशुओं को खुला छोड़ने पर 500 रुपए का चालान होगा.

पढ़ें- तमिल संगम में काशी के शिल्पियों से रूबरू हुए तमिलनाडु के शिल्पी

वाराणसी: बनारस की छवि को सुधारने के लिए नगर निगम वाराणसी लगातार प्रयास कर रहा है. लेकिन बनारस में फैली गंदगी और लोगों की आदत बनारस को सुधरने नहीं दे रही है. शायद यही वजह है कि स्वच्छता सर्वेक्षण में भले ही बनारस की रैंकिंग 30 से खिसक कर 21 पर आ गई हो. लेकिन लोगों की बेवक्त कूड़ा फेंकने की आदत नगर निगम वाराणसी को परेशान कर रही है.

अब 1 दिसंबर से ऐसे लोगों पर सख्ती का चाबुक चलने जा रहा है और जो लोग निर्धारित वक्त यानी सुबह 8 बजे सफाई के बाद गलियों, सड़कों पर कूड़ा फेंकेगें. ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए ना सिर्फ उनको जुर्माना देना होगा, बल्कि उनके खिलाफ नोटिस जारी कर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी.

ईटीवी भारत की स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एनपी सिंह से खास बातचीत

नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एनपी सिंह ने बताया कि स्मार्ट सिटी में वाराणसी शामिल होने के बाद स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर हर साल प्रयास किया जाता है. बनारस की रैंकिंग में हर वर्ष सुधार हो रहा है, लेकिन खुले में कूड़ा फेंके (Fine for throwing garbage in open in Varanasi) जाने की आदत बनारस की रैंकिंग को उच्च स्तर पर नहीं ले जाने दे रही है. जिसकी उम्मीद है अभी भी हम इस स्मार्ट सिटी के मामले में इंदौर और अन्य शहरों से काफी पीछे हैं. उनका कहना है कि 1 दिसंबर से एक बड़ा अभियान शुरू करने जा रहे हैं, जिसमें 500 से लेकर एक लाख रुपए तक का जुर्माना वसूला (Municipal Corporation Varanasi will collect fine) जाएगा.


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नगर स्वास्थ्य अधिकारी का कहना है कि इसके लिए हम गलियों में सुपरवाइजर और टीम के साथ निगरानी प्रक्रिया को आगे बढ़ाएंगे. इससे खुले में बेवक्त कूड़ा फेंकने की आदत बदली जा सके. हमारे अभियान की शुरुआत गंगा घाटों से होगी और गलियों से होते हुए सड़कों तक पहुंचेगी. इसके अलावा नगर निगम के सभी कूड़ा घर बंद करने की तैयारी भी की जा रही है. क्योंकि, बनारस शहर में संचालित हो रहे, कूड़ा घर कूड़े को एकत्रित करने के बाद खुले में कूड़े संग्रहण की वजह से एक खराब छवि प्रस्तुत करते हैं. यह टीम की तरफ से किए गए सर्वे के बाद सलाह दी गई है. हम इस पर कार्य करेंगे, ताकि अगले साल होने वाली स्वच्छता रैंकिंग में हमारा स्तर और बेहतर (Cleanliness campaign in Varanasi) हो. नगर निगम ने अभी तीन कूड़ा घरों को बंद कर दिया है और बाकी बचे 18 कूड़ा घर भी बंद कर दिए जाएंगे. इससे सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि सड़कों पर कूड़ा नहीं (Fine for throwing garbage in Varanasi) दिखाई देगा.

ऐसे होंगे चालान: निर्धारित वक्त पर के बाद कूड़ा फेंकने पर 200 रुपए का चालान, खुले में कूड़ा फेंकने पर 500 रुपए का चालान, खुले में शौच करते पकड़े जाने पर 500 रुपए का चालान, सार्वजनिक स्थानों पर वाहन या कपड़े धोते पकड़े जाने पर 500 रुपए का चालान, घाटों की सीढ़ियों रीड डिवाइडर या अन्य स्थानों पर पोस्टर बैनर चिपकाने या फिर इन्हें गंदा करने में पकड़े जाने पर 500 रुपए का चालान, गंगा नदी में पशुओं को स्नान कराते हुए पकड़े जाने की दशा में 1000 रुपए का चालान, शादी समारोह में किसी सार्वजनिक सम्मेलन में कचरा प्रबंधन ना होने और गंदगी फैलाने पर 5,000 रुपए का चालान, कूड़ेदान या स्टोरेज के बाहर कूड़ा फेंके जाने पर 5,000 का चालान, सार्वजनिक स्थानों पर पशुओं को खुला छोड़ने पर 500 रुपए का चालान होगा.

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