वाराणसी: लखनऊ पुलिस मुठभेड़ में मारे गए डी-11 गैंग के बदमाश कन्हैया विश्वकर्मा उर्फ गिरधारी उर्फ डॉक्टर की तेरहवीं मंगलवार को उसके निजी आवास चोलापुर थाना क्षेत्र के लखनपुर गांव में होगी. बता दें कि शार्प शूटर कन्हैया विश्वकर्मा उर्फ गिरधारी उर्फ डॉक्टर दोनों हाथों से असलहा चलाने में माहिर था. उसे पता होता था कि मनुष्य के किस अंग पर गोली मारने से उसकी मौत कितने समय में हो जाएगी. यही कारण रहा कि जरायम की दुनिया में कन्हैया विश्वकर्मा उर्फ गिरधारी का नाम डॉक्टर पड़ गया.
जानें पूरा मामला
लखनऊ में बीते 6 जनवरी को पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी गिरधारी विश्वकर्मा उर्फ कन्हैया विश्वकर्मा को पुलिस ने सोमवार को मुठभेड़ में मार गिराया. इस घटना में प्रयुक्त असलहे की बरामदगी के लिए उसे सहारा हॉस्पिटल के पीछे खरगापुर क्रॉसिंग के पास लाई थी, लेकिन जैसे ही गाड़ी रुकी तुरंत उपनिरीक्षक अख्तर उस्मानी को घायल कर गिरधारी विश्वकर्मा उनकी पिस्टल लेकर भागने लगा. पुलिस के द्वारा जवाबी कार्रवाई में उसे गोली लग गई. इसके बाद पुलिस उसे राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले गई, जहां उसकी मौत हो गई. 17 फरवरी को देर रात परिजन लखनऊ से पीएम के बाद उसका शव लेकर वाराणसी पहुंचे, जहां देर रात ही वाराणसी के मणिकर्णिका घाट पर उसका अंतिम संस्कार परिजनों के द्वारा किया गया.
परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप
गिरधारी एनकाउंटर मामले में गिरधारी के भाई राकेश विश्वकर्मा ने जनपद न्यायाधीश के समक्ष पुलिस आयुक्त समेत 4 अधिकारियों के खिलाफ परिवाद दाखिल किया है. गिरधारी के भाई ने पुलिस आयुक्त समेत 4 पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. वहीं मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं.