वाराणसी: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान काशी हिन्दू विश्वविद्यालय और ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी के शिक्षाविदों के बीच अकादमिक और अनुसंधान सहयोग के लिए करार हो गया है. इसके तहत अब आईआईटी और एएनयू के शोध छात्र, इंटर्नशिप और प्रोजेक्ट फेलो परस्पर एक दूसरे विश्वविद्यालय में जा सकेंगे.
आईआईटी बीएचयू के निदेशक प्रो. प्रमोद कुमार जैन के मुताबकि आईआईटी बीएचयू और एएनयू के बीच दीर्घकालिक संबंध और अनुसंधान सहयोग प्राप्त किया जा सकता है. यह छात्रों और शोधकर्ताओं को एएनयू में अध्ययन करने और पहले चरण में 12 सप्ताह तक सहयोगी अनुसंधान करने का अवसर देगा. प्रो. जैन ने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच द्विपक्षीय शैक्षणिक संबंधों में शामिल होने का यह सही समय है.
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वहीं, प्रो. जगदीश ने आईआईटी बीएचयू के युवा, जिज्ञासु और गतिशील छात्रों के साथ भी बातचीत की. इस दौरान नैनोटेक्नोलॉजी, फोटोनिक्स, हेल्थकेयर और टिकाऊ ऊर्जा सहित भौतिकी में अनुसंधान के सीमावर्ती क्षेत्रों सहित कई विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई. प्रो. एलेक्जेंडर मिखेयेव ने मधुमक्खियों को मॉडल जीवों के रूप में इस्तेमाल करते हुए अपने मेजबानों के साथ परजीवी/बीमारियों के सहविकास के बारे में बात की. उन्होंने जोर देकर कहा कि इस तरह की जांच किसी भी भविष्य की महामारी की गंभीरता का अनुमान लगाने में मददगार होगी.
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