ETV Bharat / state

बिजली बिल भुगतान में धोखाधड़ी का शिकार होने से बची योगी के मंत्री की पत्नी

वाराणसी में मंत्री रविद्र जायसवाल की पत्नी के साथ ऑनलाइन बिजली बिल का भुगतान के नाम पर फ्रॉड करने की कोशिश की गई.

etv bharat
मंत्री रविंद्र जयसवाल
author img

By

Published : Aug 10, 2022, 10:06 PM IST

वाराणसी: जनपद में साइबर ठगों की हिम्मत बढ़ती जा रही है. पिछले दिनों जिलाधिकारी और कमिश्नर के नाम पर लोगों से पैसे मांगने के प्रकरण के बाद बुधवार को योगी सरकार के मंत्री रविंद्र जयसवाल की पत्नी के साथ बिजली बिल के भुगतान के नाम पर फर्जीवाड़ा (fraud in name of payment of electricity bill) करने की कोशिश की गई. मंत्री से जुड़ा मामला होने की वजह से बिजली विभाग ने तत्परता दिखाते हुए जांच शुरू की.


उत्तर प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल की पत्नी मंजू जायसवाल से मोबाइल पर मैसेज कर इलेक्ट्रिसिटी बिल का ऑनलाइन भुगतान करने(online payment of electricity bill) के नाम फ्रॉड करने की कोशिश की गई. मंत्री रविंद्र जायसवाल की पत्नी को बुधवार को मोबाइल पर एक मैसेज मिला की बिजली बिल बकाया का भुगतान आज ही कर दें, अन्यथा आज रात 9:30 बजे लाइट कनेक्शन काट दिया जाएगा. मैसेज आए हुए मोबाइल नंबर पर संपर्क करने पर गूगल प्ले स्टोर से एक ऐप डाउनलोड करने को बताया गया. ऐप पर बताए जा रहे स्टेप टू स्टेप ऑनलाइन ही लेन-देन करने पर जोर दिया गया.


इस दौरान मोबाइल पर देर तक मोबाइल पर बात करने के दौरान दूसरी ओर से उचक्कों ने कॉल काट दिया. नंबर बार-बार मिलाए जाने के बावजूद दोबारा किसी ने फोन नहीं उठाया. फिलहाल थोड़ी होशियारी से धोखाधड़ी होने से मंत्री की पत्नी बच गई. मंत्री रविंद्र जायसवाल ने इसकी जानकारी होने पर विद्युत विभाग के सुप्रिटेंडिंग इंजीनियर (एसई) इस बाबत मोबाइल पर वार्ता की. जिस पर बताया गया कि इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड/विभाग द्वारा इस प्रकार का किसी भी प्रकार का मैसेज उपभोक्ताओं को नहीं दिया जाता. यह शरारती तत्वों का काम है. इस पर पैनी नजर रखी जा रही है. पकड़े जाने पर इन शरारती तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. मंत्री ने ऐसे शरारती तत्वों के विरुद्ध तत्काल कठोर कार्रवाई किए जाने के लिए निर्देशित किया.

मंत्री रविंद्र जायसवाल ने विद्युत उपभोक्ताओं को आगाह एवं अपील करते हुए कहा कि वे टेलीफोन नंबर पर विद्युत विभाग से संबंधित बिलों के भुगतान से संबंधित किसी भी प्रकार का मैसेज आने पर कोई रिसपॉन्स न करें. किसी भी प्रकार का ऑनलाइन ट्रांजेक्शन इस तरह न करे और सीधे विद्युत विभाग से संपर्क करें.

यह भी पढ़ें:'किसान सम्मान निधि' के लाभार्थियों की सूची में सांसद पकौड़ी लाल कोल का नाम, मिल चुकी है 9 किस्तें


बिजली बिल के भुगतान के नाम पर चल रहे फर्जीवाड़े को लेकर बिजली विभाग के अधिकारियों ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि बिजली विभाग बकाए के लिए रिमाइंडर तो भेजता है, लेकिन एक रिमाइंडर के साथ बिजली काटने जैसे संबंधित कोई मैसेज नहीं भेजता है. न ही किसी ऐप या किसी लिंक को भेजा जाता है. ऑनलाइन बिल जमा करने के लिए विद्युत विभाग की वेबसाइट है. जिस पर जाकर बिजली विभाग का बिल यूपीपीसीएल की वेबसाइट के जरिए जमा किया जा सकता है. इसके अतिरिक्त किसी भी अन्य तरह का लिंक या मैसेज बिजली विभाग की तरफ से बिल संबंधी नहीं भेजा जाता है. ऐसी हालत में यदि कोई संदेश प्राप्त हो तो तत्काल सूझबूझ के साथ काम करें.


ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

वाराणसी: जनपद में साइबर ठगों की हिम्मत बढ़ती जा रही है. पिछले दिनों जिलाधिकारी और कमिश्नर के नाम पर लोगों से पैसे मांगने के प्रकरण के बाद बुधवार को योगी सरकार के मंत्री रविंद्र जयसवाल की पत्नी के साथ बिजली बिल के भुगतान के नाम पर फर्जीवाड़ा (fraud in name of payment of electricity bill) करने की कोशिश की गई. मंत्री से जुड़ा मामला होने की वजह से बिजली विभाग ने तत्परता दिखाते हुए जांच शुरू की.


उत्तर प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल की पत्नी मंजू जायसवाल से मोबाइल पर मैसेज कर इलेक्ट्रिसिटी बिल का ऑनलाइन भुगतान करने(online payment of electricity bill) के नाम फ्रॉड करने की कोशिश की गई. मंत्री रविंद्र जायसवाल की पत्नी को बुधवार को मोबाइल पर एक मैसेज मिला की बिजली बिल बकाया का भुगतान आज ही कर दें, अन्यथा आज रात 9:30 बजे लाइट कनेक्शन काट दिया जाएगा. मैसेज आए हुए मोबाइल नंबर पर संपर्क करने पर गूगल प्ले स्टोर से एक ऐप डाउनलोड करने को बताया गया. ऐप पर बताए जा रहे स्टेप टू स्टेप ऑनलाइन ही लेन-देन करने पर जोर दिया गया.


इस दौरान मोबाइल पर देर तक मोबाइल पर बात करने के दौरान दूसरी ओर से उचक्कों ने कॉल काट दिया. नंबर बार-बार मिलाए जाने के बावजूद दोबारा किसी ने फोन नहीं उठाया. फिलहाल थोड़ी होशियारी से धोखाधड़ी होने से मंत्री की पत्नी बच गई. मंत्री रविंद्र जायसवाल ने इसकी जानकारी होने पर विद्युत विभाग के सुप्रिटेंडिंग इंजीनियर (एसई) इस बाबत मोबाइल पर वार्ता की. जिस पर बताया गया कि इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड/विभाग द्वारा इस प्रकार का किसी भी प्रकार का मैसेज उपभोक्ताओं को नहीं दिया जाता. यह शरारती तत्वों का काम है. इस पर पैनी नजर रखी जा रही है. पकड़े जाने पर इन शरारती तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. मंत्री ने ऐसे शरारती तत्वों के विरुद्ध तत्काल कठोर कार्रवाई किए जाने के लिए निर्देशित किया.

मंत्री रविंद्र जायसवाल ने विद्युत उपभोक्ताओं को आगाह एवं अपील करते हुए कहा कि वे टेलीफोन नंबर पर विद्युत विभाग से संबंधित बिलों के भुगतान से संबंधित किसी भी प्रकार का मैसेज आने पर कोई रिसपॉन्स न करें. किसी भी प्रकार का ऑनलाइन ट्रांजेक्शन इस तरह न करे और सीधे विद्युत विभाग से संपर्क करें.

यह भी पढ़ें:'किसान सम्मान निधि' के लाभार्थियों की सूची में सांसद पकौड़ी लाल कोल का नाम, मिल चुकी है 9 किस्तें


बिजली बिल के भुगतान के नाम पर चल रहे फर्जीवाड़े को लेकर बिजली विभाग के अधिकारियों ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि बिजली विभाग बकाए के लिए रिमाइंडर तो भेजता है, लेकिन एक रिमाइंडर के साथ बिजली काटने जैसे संबंधित कोई मैसेज नहीं भेजता है. न ही किसी ऐप या किसी लिंक को भेजा जाता है. ऑनलाइन बिल जमा करने के लिए विद्युत विभाग की वेबसाइट है. जिस पर जाकर बिजली विभाग का बिल यूपीपीसीएल की वेबसाइट के जरिए जमा किया जा सकता है. इसके अतिरिक्त किसी भी अन्य तरह का लिंक या मैसेज बिजली विभाग की तरफ से बिल संबंधी नहीं भेजा जाता है. ऐसी हालत में यदि कोई संदेश प्राप्त हो तो तत्काल सूझबूझ के साथ काम करें.


ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.