वाराणसी: काशी के धर्म संघ सभागार (Dharma Sangha Auditorium) में मनीषी समागम एवं सम्मान समारोह (Manishi Samagam and Award Ceremony) का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि गृह राज्य मंत्री भारत सरकार अजय कुमार मिश्र व अध्यक्ष उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा परिषद गिरीश चंद्र त्रिपाठी विशिष्ट अतिथि रहे. कार्यक्रम की अध्यक्षता विभा मिश्रा ने की.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (Uttar Pradesh Assembly Election 2022) नजदीक आते ही तमाम पार्टियों को जातिगत वोट का याद आ रहा है. ऐसे में भाजपा भी इसे भुनाने में लगी हुई है. ऐसे में मनीषी परिषद के बैनर तले मनीषी सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. इसमें धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री भारत सरकार अजय मिश्र को मनीषी सम्मान दिया गया. कार्यक्रम में काशी हिंदू विश्वविद्यालय, महात्मा गांधी विद्यापीठ, संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी के साथ तमाम प्रोफेसर, कॉलेजों के शिक्षक और मठ मंदिरों के साधु उपस्थित थे. सभी ने मुख्य अतिथि का माल्यार्पण कर स्वागत किया. इसके बाद मंच से तमाम विद्वानों ने ब्राह्मणों के उद्धार एवं ब्राह्मणों द्वारा समाज के प्रति आदिकाल से योगदान को बताया. मुख्य अतिथि ने भी ब्राह्मणों के कार्यों को और ब्राह्मणों ने किस तरह आजादी के दौर से लेकर अब तक देश और समाज की रक्षा की, इस पर अपना विचार रखा.
पत्रकारों से बात करते हुए अजय कुमार मिश्र ने कहा कि अफगानिस्तान से सामाजिक राजनीति शैक्षिक संबंध बहुत पुराने रहे हैं. अफगानिस्तान हमारे लिए एक महत्वपूर्ण देश है. लगभग 40 सालों से तालिबान के कारण वहां पर अस्थिरता है. 1996 से 2001 तालिबान की सरकार वहां पर रही है. उस दौरान जिस तरह का उनका चरित्र रहा है, उसे लेकर पूरे विश्व में बहुत सी आशंकाएं हैं. भारत आज भी अफगानिस्तान के 1000 छात्रों को स्कॉलरशिप दे रहा है. 10,000 से अधिक छात्र यहां पर प्रत्येक वर्ष शिक्षा ग्रहण करने आते हैं. 10 हजार करोड़ का हमारा-उनका व्यवसायिक टर्नओवर है.
गृह राज्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह का तालिबान का चरित्र है, उसके कारण हमारी जो प्राथमिकता है, वह अपने देश के नागरिकों को सुरक्षित लाने की प्रतिबद्धता है. जो भी अल्पसंख्यक हैं, इस देश के रहने वाले हों या उस देश के हों, उन्हें सुरक्षित लाने की हमारी प्रतिबद्धता है.
अजय मिश्रा ने कहा कि कश्मीर को आजाद कहने के लिए तो बहुत लोग परेशान हैं, लेकिन धारा 370 हमने हटाया. आपको याद होगा जब हम धारा 370 हटाने की बात करते थे, तो बहुत से लोग कहते थे कि तिरंगा उठाने वाला नहीं मिलेगा. इस 15 अगस्त को आपने देखा होगा कि सरकारी प्रतिष्ठानों के साथ प्राइवेट और आम लोगों ने अपने घरों पर तिरंगा फहराया. इस बार जन्माष्टमी भी हमने धूमधाम से लाल चौक पर मनाया और झांकी भी निकाली.
केंद्रीय गृहराज्य मंत्री भारत सरकार ने कहा कि देश में कुछ ऐसे लोग हैं, जिनको देश में कुछ भी अच्छा होता है, तो उनको अच्छा नहीं लगता. ऐसे लोग हैं, जिनको जनता ने नकार दिया है. वे हताश हैं, निराश हैं. उनके पास कोई मुद्दा नहीं है.
उत्तर प्रदेश चुनाव में ओवैसी के सवाल पर कहा कि यह लोग परेशान रहेंगे. जो धर्म और जाति की राजनीति करते हैं, वह लोग परेशान रहेंगे. ओवैसी का क्या है, पार्टी में एक या दो सांसद हैं. कोई पार्टी का कैडर नहीं है. कुछ नहीं है, कोई विचारधारा नहीं है. केवल धर्म के नाम पर राजनीति करते हैं.
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