वाराणसी: दिव्यांगजनों के सशक्तीकरण के लिए केंद्र सरकार की तरफ से कई योजनाएं और कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. सोमवार को पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग के बैनर तले 350 से ज्यादा दिव्यांगजनों को ट्राई साइकिल और कान की मशीन सहित विभिन्न उपकरण वितरित किए गए. इसका कार्यकर्म का संचालन स्वतंत्र प्रभार मंत्री अनिल राजभर ने किया.
स्वतंत्र प्रभार मंत्री अनिल राजभर ने बताया कि पहले सात प्रकार की विकलांगता को सरकार मानती थी, जिसे बढ़ाकर 25 तरह की विकलांगता को वरीयता दी गई है. इसमें आंकड़ा लाखों से करोड़ों में बढ़ गया है. सरकार का उद्देश्य है कि जितने भी विकलांग प्रदेश में हैं, उन तक हर तरह की सुविधा और व्यवस्था पहुंचाई जाए, जिनकी उन्हें बेहद जरूरत है. मंत्री अनिल राजभर ने बताया कि केवल वाराणसी में 25 हजार से ज्यादा दिव्यांग बच्चे हैं. जिन तक योजनाएं पहुंचाने की कोशिश की जा रही है.
उपकरण पाकर खुश हुए दिव्यांग
उपकरण पाकर कार्यक्रम में आए हुए दिव्यांगों के चेहरों पर खुशी साफ तौर पर देखी जा सकती थी. दिव्यांगजनों का मानना है कि सरकार दिव्यांगजनों पर ध्यान दे रही है और उन्हें सुविधा पहुंचाने की कोशिश कर रही है. वहीं स्वतंत्र प्रभार मंत्री ने मानसिक विक्षिप्त बच्चों को खेलने के किट प्रदान किए, जिससे उनकी मानसिक स्थिति पहले से बेहतर हो सके और वह समाज में सामान्य रूप से चल सकें.