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वाराणसी: मंत्री ने दिव्यांगजनों को वितरित किये ट्राई साइकिल, खिल उठे चेहरे

यूपी के वाराणसी में करीब 350 दिव्यांगजनों को ट्राई साइकिल और कान की मशीन सहित विभिन्न उपकरण वितरित किए गए.

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दिव्यांगजनों को वितरित की ट्राई साइकिल.
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Published : Feb 10, 2020, 2:52 PM IST

वाराणसी: दिव्यांगजनों के सशक्तीकरण के लिए केंद्र सरकार की तरफ से कई योजनाएं और कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. सोमवार को पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग के बैनर तले 350 से ज्यादा दिव्यांगजनों को ट्राई साइकिल और कान की मशीन सहित विभिन्न उपकरण वितरित किए गए. इसका कार्यकर्म का संचालन स्वतंत्र प्रभार मंत्री अनिल राजभर ने किया.

25 तरह की विकलांगता को वरीयता.

स्वतंत्र प्रभार मंत्री अनिल राजभर ने बताया कि पहले सात प्रकार की विकलांगता को सरकार मानती थी, जिसे बढ़ाकर 25 तरह की विकलांगता को वरीयता दी गई है. इसमें आंकड़ा लाखों से करोड़ों में बढ़ गया है. सरकार का उद्देश्य है कि जितने भी विकलांग प्रदेश में हैं, उन तक हर तरह की सुविधा और व्यवस्था पहुंचाई जाए, जिनकी उन्हें बेहद जरूरत है. मंत्री अनिल राजभर ने बताया कि केवल वाराणसी में 25 हजार से ज्यादा दिव्यांग बच्चे हैं. जिन तक योजनाएं पहुंचाने की कोशिश की जा रही है.

उपकरण पाकर खुश हुए दिव्यांग
उपकरण पाकर कार्यक्रम में आए हुए दिव्यांगों के चेहरों पर खुशी साफ तौर पर देखी जा सकती थी. दिव्यांगजनों का मानना है कि सरकार दिव्यांगजनों पर ध्यान दे रही है और उन्हें सुविधा पहुंचाने की कोशिश कर रही है. वहीं स्वतंत्र प्रभार मंत्री ने मानसिक विक्षिप्त बच्चों को खेलने के किट प्रदान किए, जिससे उनकी मानसिक स्थिति पहले से बेहतर हो सके और वह समाज में सामान्य रूप से चल सकें.

वाराणसी: दिव्यांगजनों के सशक्तीकरण के लिए केंद्र सरकार की तरफ से कई योजनाएं और कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. सोमवार को पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग के बैनर तले 350 से ज्यादा दिव्यांगजनों को ट्राई साइकिल और कान की मशीन सहित विभिन्न उपकरण वितरित किए गए. इसका कार्यकर्म का संचालन स्वतंत्र प्रभार मंत्री अनिल राजभर ने किया.

25 तरह की विकलांगता को वरीयता.

स्वतंत्र प्रभार मंत्री अनिल राजभर ने बताया कि पहले सात प्रकार की विकलांगता को सरकार मानती थी, जिसे बढ़ाकर 25 तरह की विकलांगता को वरीयता दी गई है. इसमें आंकड़ा लाखों से करोड़ों में बढ़ गया है. सरकार का उद्देश्य है कि जितने भी विकलांग प्रदेश में हैं, उन तक हर तरह की सुविधा और व्यवस्था पहुंचाई जाए, जिनकी उन्हें बेहद जरूरत है. मंत्री अनिल राजभर ने बताया कि केवल वाराणसी में 25 हजार से ज्यादा दिव्यांग बच्चे हैं. जिन तक योजनाएं पहुंचाने की कोशिश की जा रही है.

उपकरण पाकर खुश हुए दिव्यांग
उपकरण पाकर कार्यक्रम में आए हुए दिव्यांगों के चेहरों पर खुशी साफ तौर पर देखी जा सकती थी. दिव्यांगजनों का मानना है कि सरकार दिव्यांगजनों पर ध्यान दे रही है और उन्हें सुविधा पहुंचाने की कोशिश कर रही है. वहीं स्वतंत्र प्रभार मंत्री ने मानसिक विक्षिप्त बच्चों को खेलने के किट प्रदान किए, जिससे उनकी मानसिक स्थिति पहले से बेहतर हो सके और वह समाज में सामान्य रूप से चल सकें.

Intro:एंकर: 2014 में जब से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी है और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बागडोर अपने हाथ में लिया है तब से दिव्यांग जनों को लेकर प्रधानमंत्री बेहद संजीदा नजर आते हैं उन्होंने कई बार दिव्यांग जनों के सशक्तिकरण के लिए ढेरों कार्यक्रम किए और अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के बैनर तले उन्होंने 400 से ज्यादा दिव्यांग जनों को ट्राई साइकिल कान की मशीन व विभिन्न उपकरण भेंट में दिए जिसका मूल रूप से संचालन स्वतंत्र प्रभार मंत्री अनिल राजभर करते नजर आए।


Body:वीओ: स्वतंत्र प्रभार मंत्री अनिल राजभर ने बताया कि जब हम सरकार में आए तो उस समय केवल 7 प्रकार की विकलांगता को सरकार मानती थी। जिसे बढ़ाकर हम लोगों ने 25 तरह की विकलांगता को वरीयता दी। जिसमें आंकड़ा लाखों से करोड़ों में बढ़ गया। अब हमारे पार्टी का मुख्य उद्देश्य है कि जितने भी विकलांग उत्तर प्रदेश में है उन तक हर वह सुविधा और व्यवस्था पहुंचाई जाए जिनकी उन्हें बेहद जरूरत है। यही नहीं मंत्री अनिल राजभर ने यह भी बताया कि केवल वाराणसी में 25 हजार से ज्यादा दिव्यांग बच्चे हैं। जिन तक पहुंच बनाने की हम भरपूर कोशिश कर रहे हैं। अधिकारी निरंतर लगे हैं और कई मंत्री भी इस पूरे कार्यक्रम में अपनी अपनी भागीदारी दे रहे हैं।


Conclusion:वीओ: कार्यक्रम में आए हुए दिव्यांग लोगों के चेहरों पर खुशी देखी जा सकती है कि वह बेहद खुश नजर आ रहे हैं कि उन्हें अब उन कष्टों से मुक्ति मिलेगी किन कष्टों को लेकर वर्क कहीं आने-जाने में दिक्कत महसूस किया करते थे। दिव्यांग जनों का मानना है कि जिस तरह से सरकार दिव्यांग जनों पर ध्यान दे रही है और उन्हें सुविधा पहुंचाने की कोशिश कर रही है वह हर उस दिव्यांग के लिए सहूलियत दिला रहा है। जिसे जिन उपकरणों की जरूरत है यही नहीं स्वतंत्र प्रभार मंत्री ने मानसिक विक्षिप्त बच्चों को भी खेलने के किट प्रदान किए जिससे उनकी मानसिक स्थिति पहले से अच्छी हो सके और वह समाज में सामान्य रूप से चल सके।

बाइट: अनिल राजभर स्वतंत्र प्रभार मंत्री

अमित दत्ता वाराणसी
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