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IIT-BHU में स्थापित होगी मेकट्रॉनिक्स एंड आटोमेशन लैब, पूर्व छात्र ने दिया एक करोड़ का दान

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Published : Apr 29, 2022, 7:42 PM IST

काशी के आईआईटी बीएचयू के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के पूर्व छात्र आर.एन. त्रिपाठी ने एक करोड़ रुपये का दान दिया है. इसके चलते IIT-BHU में मेकट्रॉनिक्स एंड आटोमेशन लैब स्थापित होगी.

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IIT-BHU

वाराणसी : काशी के आईआईटी बीएचयू ( IIT-BHU) के 1971 बैच के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग (Department Of Mechanical Engineering) के पूर्व छात्र और वेद ससोमेकनिका इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी, कानपुर के प्रमोटर आर.एन. त्रिपाठी ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में मेकट्रॉनिक्स एंड आटोमेशन लैब की स्थापना के लिए रुपये एक करोड़ का दान दिया है.

जानकारी के मुताबिक आर.एन त्रिपाठी ने अपने बैच के दो साथियों वी.एस. गर्ग और राजीव पांडेय के साथ सपरिवार संस्थान का दौरा किया. इस दौरान निदेशक प्रो. प्रमोद कुमार जैन ने संस्थान में सभी का स्वागत किया. साथ ही आरएन त्रिपाठ ने आईआईटी बीएचयू के निदेशक प्रो. प्रमोद कुमार जैन को एक करोड़ रुपये का बैंक ड्राफ्ट भेंट किया जबकि संस्थान ने दान देने वाले के सम्मान में प्रस्तावित प्रयोगशाला का नाम "आर.एन. त्रिपाठी (मेक, 1971 बैच) मेकट्रॉनिक्स एंड आटोमेशन लैबोरेटरी" रखने का निर्णय लिया.

प्रो. प्रमोद कुमार जैन ने बताया कि मेकट्रॉनिक्स एंड आटोमेशन लैब दो चरणों में नवीनतम आधुनिक उपकरण सुविधा से सुसज्जित होने वाली एक उन्नत प्रयोगशाला होगी. प्राप्त दान का उपयोग चरण- I में औद्योगिक मेकट्रॉनिक्स प्रशिक्षण प्रणाली, एकीकृत रोबोटिक मिग वेल्डिंग सेल, कम्प्यूटरीकृत अल्ट्रासोनिक वेल्डिंग मशीन, मिनी रोबोट डीआईवाई किट (5 एक्सिस) आदि जैसे आधुनिक उपकरणों के साथ उक्त प्रयोगशाला स्थापित करने के लिए किया जाएगा. दाता से प्राप्त होने वाली अतिरिक्त सहायता से एक वर्ष के बाद अन्य आधुनिक उपकरण सुविधा के साथ प्रयोगशाला को दूसरे चरण में और विकसित किया जाएगा.

यह भी पढ़ें- खाद्यान्न घोटाले में तत्कालीन ब्लाक प्रमुख सीयर भीम प्रसाद वाराणसी से गिरफ्तार

प्रस्तावित प्रयोगशाला के उद्देश्य में निम्नलिखित निहित है:
• मेकट्रॉनिक्स एंड आटोमेशन के अत्याधुनिक क्षेत्रों में अंतःविषय अनुसंधान और उद्योग संचालित नवाचार करने के लिए यूजी/पीजी/रिसर्च स्कॉलर्स के लिए एक केंद्रित प्रयोगशाला वातावरण.
• एमएसएमई के तकनीकी कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने के लिए कौशल विकास और प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने का प्रावधान.
• संस्थान-आधारित प्रौद्योगिकी को बाज़ार में स्थानांतरित करने का एक अभ्यास
• उनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए उद्योग और सरकार के साथ सहयोग.

दरअसल, मेकट्रॉनिक्स एंड आटोमेशन एक एकीकृत अवधारणा है जिसमें मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, कंट्रोल, रोबोटिक्स और कंप्यूटर से सीखने के सिद्धांतों को शामिल किया गया है जो कुशल और स्मार्ट उत्पादन प्रणालियों को विकसित और नियंत्रित करने और ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए निर्माताओं की क्षमता को पुनर्जीवित करता है. यह परिष्कृत अवधारणा समय के साथ विकसित हुई है और अब इसे स्वचालित उपकरणों, स्मार्ट मशीनों और वाणिज्यिक और देशी उद्देश्यों के लिए प्रक्रियाओं को डिजाइन और विकसित करने के लिए नियोजित किया जाता है. मेकट्रॉनिक्स आधारित स्वचालित सिस्टम अर्थात स्वचालित निरीक्षण और गुणवत्ता आश्वासन, स्वचालित पैकेजिंग, रिकॉर्ड बनाना और स्वचालित प्रेषण, पूरी उत्पादन प्रक्रिया को तेज करने में मदद करते हैं.

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वाराणसी : काशी के आईआईटी बीएचयू ( IIT-BHU) के 1971 बैच के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग (Department Of Mechanical Engineering) के पूर्व छात्र और वेद ससोमेकनिका इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी, कानपुर के प्रमोटर आर.एन. त्रिपाठी ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में मेकट्रॉनिक्स एंड आटोमेशन लैब की स्थापना के लिए रुपये एक करोड़ का दान दिया है.

जानकारी के मुताबिक आर.एन त्रिपाठी ने अपने बैच के दो साथियों वी.एस. गर्ग और राजीव पांडेय के साथ सपरिवार संस्थान का दौरा किया. इस दौरान निदेशक प्रो. प्रमोद कुमार जैन ने संस्थान में सभी का स्वागत किया. साथ ही आरएन त्रिपाठ ने आईआईटी बीएचयू के निदेशक प्रो. प्रमोद कुमार जैन को एक करोड़ रुपये का बैंक ड्राफ्ट भेंट किया जबकि संस्थान ने दान देने वाले के सम्मान में प्रस्तावित प्रयोगशाला का नाम "आर.एन. त्रिपाठी (मेक, 1971 बैच) मेकट्रॉनिक्स एंड आटोमेशन लैबोरेटरी" रखने का निर्णय लिया.

प्रो. प्रमोद कुमार जैन ने बताया कि मेकट्रॉनिक्स एंड आटोमेशन लैब दो चरणों में नवीनतम आधुनिक उपकरण सुविधा से सुसज्जित होने वाली एक उन्नत प्रयोगशाला होगी. प्राप्त दान का उपयोग चरण- I में औद्योगिक मेकट्रॉनिक्स प्रशिक्षण प्रणाली, एकीकृत रोबोटिक मिग वेल्डिंग सेल, कम्प्यूटरीकृत अल्ट्रासोनिक वेल्डिंग मशीन, मिनी रोबोट डीआईवाई किट (5 एक्सिस) आदि जैसे आधुनिक उपकरणों के साथ उक्त प्रयोगशाला स्थापित करने के लिए किया जाएगा. दाता से प्राप्त होने वाली अतिरिक्त सहायता से एक वर्ष के बाद अन्य आधुनिक उपकरण सुविधा के साथ प्रयोगशाला को दूसरे चरण में और विकसित किया जाएगा.

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प्रस्तावित प्रयोगशाला के उद्देश्य में निम्नलिखित निहित है:
• मेकट्रॉनिक्स एंड आटोमेशन के अत्याधुनिक क्षेत्रों में अंतःविषय अनुसंधान और उद्योग संचालित नवाचार करने के लिए यूजी/पीजी/रिसर्च स्कॉलर्स के लिए एक केंद्रित प्रयोगशाला वातावरण.
• एमएसएमई के तकनीकी कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने के लिए कौशल विकास और प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने का प्रावधान.
• संस्थान-आधारित प्रौद्योगिकी को बाज़ार में स्थानांतरित करने का एक अभ्यास
• उनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए उद्योग और सरकार के साथ सहयोग.

दरअसल, मेकट्रॉनिक्स एंड आटोमेशन एक एकीकृत अवधारणा है जिसमें मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, कंट्रोल, रोबोटिक्स और कंप्यूटर से सीखने के सिद्धांतों को शामिल किया गया है जो कुशल और स्मार्ट उत्पादन प्रणालियों को विकसित और नियंत्रित करने और ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए निर्माताओं की क्षमता को पुनर्जीवित करता है. यह परिष्कृत अवधारणा समय के साथ विकसित हुई है और अब इसे स्वचालित उपकरणों, स्मार्ट मशीनों और वाणिज्यिक और देशी उद्देश्यों के लिए प्रक्रियाओं को डिजाइन और विकसित करने के लिए नियोजित किया जाता है. मेकट्रॉनिक्स आधारित स्वचालित सिस्टम अर्थात स्वचालित निरीक्षण और गुणवत्ता आश्वासन, स्वचालित पैकेजिंग, रिकॉर्ड बनाना और स्वचालित प्रेषण, पूरी उत्पादन प्रक्रिया को तेज करने में मदद करते हैं.

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