वाराणसी: शिवसेना में चल रही उथल-पथल के कारण पार्टी दो भागों में विभक्त होती दिखाई दे रही है. एक तरफ जहां एकनाथ शिंदे के साथ 40 से ज्यादा विधायक हैं तो दूसरी तरफ उद्धव ठाकरे पर बाला साहब के हिन्दू छवि बरकरार रखने का आरोप लगाया जा रहा है. वहीं, महेंद्र नाथ पांडे ने महाराष्ट्र में कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना की गठबंधन वाली सरकार को अस्वभाविक बताया है. उन्होंने कहा कि पूरे घटनाक्रम पर हमारे केंद्रीय संगठन की नजर है. महाराष्ट्र की जनता के प्रति हमारा लगाव है.
देश में 25 जून 1975 को बीजेपी हर साल इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल को काला दिवस के रूप में मनाती है. इसी क्रम में शनिवार को वाराणसी के सिगरा के गुलाब बाग स्थित बीजेपी कार्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं ने काला दिवस मनाया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर केंद्रीय राज्य मंत्री महेंद्र नाथ पांडे शामिल हुए. उन्होंने 17 लोकतांत्रिक सेनानियों को सम्मानित करने का काम किया है. उन्होंने कहा कि 25 जून को जिस तरह से लोकतंत्र में आपातकालीन लगाकर कार्य किया गया था, उसको बीजेपी कार्यकर्ता काला दिवस के रूप में मनाने का काम करते हैं. उसी तरह हम लोग 17 लोकतंत्र सेनानियों को सम्मानित करने का काम किया है.
यह भी पढ़ें: अन्तर्राज्यीय स्तर पर अवैध मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले गिरोह के तीन सदस्य गिरफ्तार
महेंद्र नाथ पांडे ने महाराष्ट्र में हो रही राजनीतिक उथल-पुथल के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि पूरे घटनाक्रम पर हमारे केंद्रीय संगठन की नजर है. निश्चित तौर पर वहां पर अस्वाभाविक गठबंधन था. वैचारिक रूप से शिवसेना के विचारों के प्रति कमिटेड थे. ये उनका संघर्ष है. राष्ट्रपति चुनाव के विषय में उन्होंने कहा कि हम लोगों का प्रयास रहता है कि राष्ट्रपति आम सहमति से चुना जाए.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप