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इस बार भव्य होगी काशी की महाशिवरात्रि, गदगद होंगे बाबा के भक्त... पढ़ें पूरी खबर - भव्य काशी विश्वनाथ धाम

1 मार्च को शिवनगरी में महाशिवरात्रि पर्व धूमधाम के साथ मनाया जाएगा. बाबा भक्त पहली बार मां गंगा के रास्ते बाबा विश्वनाथ के मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे. मणिकर्णिका घाट के रास्ते सीधे बाबा विश्वनाथ के मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे.

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काशी की महाशिवरात्रि
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Published : Feb 28, 2022, 2:29 PM IST

वाराणसी: शिवनगरी में 1 मार्च को महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम के साथ मनाया जाएगा. वाराणसी में यह पहला मौका होगा जब बाबा के भक्त विश्वनाथ धाम की भव्यता से रूबरू होंगे. इस शिवरात्रि वाराणसी जिला प्रशासन और मंदिर प्रशासन विशेष तैयारियों में जुट गया है.

भक्त पहली बार मां गंगा के रास्ते काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे. सड़क मार्ग के अलावा गंगा के रास्ते नौका से आने वाले भक्तों को भी विश्वनाथ धाम में प्रवेश के साथ भव्यता का अनुभव कराने की तैयारी की जा रही है. भक्तों की भीड़ को डिजिटल तरीके से भी नियंत्रित करने की तैयारी की गई है.

काशी की महाशिवरात्रि
महाशिवरात्रि के मौके पर इस बार भी पिछली बार की तरह स्पर्श दर्शन पर पूर्णतया रोक रहेगी. भक्तगण बाहर से ही बाबा को जल अर्पित कर सकेंगे. अंदर गर्भगृह में किसी को प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी. वहीं पहली बार ऐसा मौका होगा जब भक्त बाबा विश्वनाथ के गर्भगृह में लगाए गए सोने की भव्यता को भी निहार सकेंगे.

यह भी पढ़ें- महाशिवरात्रि पर कैसे करें शिव आराधना, जानें पूजा विधि और महत्व


भव्य काशी विश्वनाथ धाम में भक्तों के बैठने और अन्य व्यवस्था सुनिश्चित कराने की तैयारी की जा रही है. भक्तों के लिए पहले से ही गंगा द्वार खोल दिया गया है. जहां भक्त मणिकर्णिका घाट के रास्ते सीधे बाबा विश्वनाथ के मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे. मां गंगा से जल लेकर भक्त सीधे बाबा विश्वनाथ के मंदिर तक पहुंचेंगे.

काशी की महाशिवरात्रि
काशी की महाशिवरात्रि
वाराणसी मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने कहा कि भक्तों के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है. भक्तों को जल और दूध ले जाने की अनुमति होगी. झांकी दर्शन के साथ ही शिवरात्रि के लिए मंदिर में नई व्यवस्था लागू की जा रही है. माला फूल सहित अन्य पूजन सामग्री के लिए मंदिर के चारों प्रवेश द्वार पर बड़े पात्र रखे जाएंगे. दर्शन से पहले भक्तों को इन्हीं पात्र में पूजन सामग्री अर्पित करनी होगी.
काशी की महाशिवरात्रि
काशी की महाशिवरात्रि
वहीं प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने के साथ ही यहां आने वाले भक्तों को परेशानी से बचाने के लिए पहले से ही श्री काशी विश्वनाथ धाम का डिजिटल ऐप लॉन्च कर दिया है. इस ऐप के जरिए दर्शनार्थी पहले से ही अपने दर्शन का स्लॉट बुक कर सकेंगे, ताकि उनको भीड़ में मुश्किलों का सामना ना करना पड़े. इस ऐप के जरिए दर्शनार्थियों को किस रास्ते से प्रवेश लेना है यह भी निश्चित कर सकेंगे. ऐप के जरिए पूजा और आरती की टिकट भी ऑनलाइन बुक कराई जा सकेगी. अभी ऐप में दर्शन के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी नहीं किया गया है. बाद में इसे परमानेंट किए जाने की तैयारी की जा रही है. महाशिवरात्रि वाले दिन लाइन में लगने वाले भक्तों के लिए हर 50-50 मीटर पर बड़े स्क्रीन लगेंगे, ताकि वह लगातार बाबा का दर्शन करते रहें.वहीं शिवरात्रि पर गंगा द्वार से प्रवेश के लिए भक्तों को नाव और क्रूज की सुविधा भी दी जाने की तैयारी की जा रही है. गंगाद्वार प्रवेश के लिए नौका और क्रूज स्टॉपेज की व्यवस्था के लिए यहां पर चैटिंग भी बनाई गई है. भक्तों को सुगम दर्शन की व्यवस्था गंगा रास्ते से भी उपलब्ध कराई जा सकेगी.गंगा तट से मंदिर चौक तक भक्त इसकी भव्यता को निहार सकेंगे. घाट के मंदिर चौक तक भक्तों को अपना मोबाइल फोन, कैमरा इत्यादि ले जाने की भी अनुमति रहेगी. मोबाइल और कैमरा रखने के लिए गंगाद्वार से चौक तक अलग-अलग जगह लॉकर सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी.


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वाराणसी: शिवनगरी में 1 मार्च को महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम के साथ मनाया जाएगा. वाराणसी में यह पहला मौका होगा जब बाबा के भक्त विश्वनाथ धाम की भव्यता से रूबरू होंगे. इस शिवरात्रि वाराणसी जिला प्रशासन और मंदिर प्रशासन विशेष तैयारियों में जुट गया है.

भक्त पहली बार मां गंगा के रास्ते काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे. सड़क मार्ग के अलावा गंगा के रास्ते नौका से आने वाले भक्तों को भी विश्वनाथ धाम में प्रवेश के साथ भव्यता का अनुभव कराने की तैयारी की जा रही है. भक्तों की भीड़ को डिजिटल तरीके से भी नियंत्रित करने की तैयारी की गई है.

काशी की महाशिवरात्रि
महाशिवरात्रि के मौके पर इस बार भी पिछली बार की तरह स्पर्श दर्शन पर पूर्णतया रोक रहेगी. भक्तगण बाहर से ही बाबा को जल अर्पित कर सकेंगे. अंदर गर्भगृह में किसी को प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी. वहीं पहली बार ऐसा मौका होगा जब भक्त बाबा विश्वनाथ के गर्भगृह में लगाए गए सोने की भव्यता को भी निहार सकेंगे.

यह भी पढ़ें- महाशिवरात्रि पर कैसे करें शिव आराधना, जानें पूजा विधि और महत्व


भव्य काशी विश्वनाथ धाम में भक्तों के बैठने और अन्य व्यवस्था सुनिश्चित कराने की तैयारी की जा रही है. भक्तों के लिए पहले से ही गंगा द्वार खोल दिया गया है. जहां भक्त मणिकर्णिका घाट के रास्ते सीधे बाबा विश्वनाथ के मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे. मां गंगा से जल लेकर भक्त सीधे बाबा विश्वनाथ के मंदिर तक पहुंचेंगे.

काशी की महाशिवरात्रि
काशी की महाशिवरात्रि
वाराणसी मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने कहा कि भक्तों के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है. भक्तों को जल और दूध ले जाने की अनुमति होगी. झांकी दर्शन के साथ ही शिवरात्रि के लिए मंदिर में नई व्यवस्था लागू की जा रही है. माला फूल सहित अन्य पूजन सामग्री के लिए मंदिर के चारों प्रवेश द्वार पर बड़े पात्र रखे जाएंगे. दर्शन से पहले भक्तों को इन्हीं पात्र में पूजन सामग्री अर्पित करनी होगी.
काशी की महाशिवरात्रि
काशी की महाशिवरात्रि
वहीं प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने के साथ ही यहां आने वाले भक्तों को परेशानी से बचाने के लिए पहले से ही श्री काशी विश्वनाथ धाम का डिजिटल ऐप लॉन्च कर दिया है. इस ऐप के जरिए दर्शनार्थी पहले से ही अपने दर्शन का स्लॉट बुक कर सकेंगे, ताकि उनको भीड़ में मुश्किलों का सामना ना करना पड़े. इस ऐप के जरिए दर्शनार्थियों को किस रास्ते से प्रवेश लेना है यह भी निश्चित कर सकेंगे. ऐप के जरिए पूजा और आरती की टिकट भी ऑनलाइन बुक कराई जा सकेगी. अभी ऐप में दर्शन के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी नहीं किया गया है. बाद में इसे परमानेंट किए जाने की तैयारी की जा रही है. महाशिवरात्रि वाले दिन लाइन में लगने वाले भक्तों के लिए हर 50-50 मीटर पर बड़े स्क्रीन लगेंगे, ताकि वह लगातार बाबा का दर्शन करते रहें.वहीं शिवरात्रि पर गंगा द्वार से प्रवेश के लिए भक्तों को नाव और क्रूज की सुविधा भी दी जाने की तैयारी की जा रही है. गंगाद्वार प्रवेश के लिए नौका और क्रूज स्टॉपेज की व्यवस्था के लिए यहां पर चैटिंग भी बनाई गई है. भक्तों को सुगम दर्शन की व्यवस्था गंगा रास्ते से भी उपलब्ध कराई जा सकेगी.गंगा तट से मंदिर चौक तक भक्त इसकी भव्यता को निहार सकेंगे. घाट के मंदिर चौक तक भक्तों को अपना मोबाइल फोन, कैमरा इत्यादि ले जाने की भी अनुमति रहेगी. मोबाइल और कैमरा रखने के लिए गंगाद्वार से चौक तक अलग-अलग जगह लॉकर सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी.


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