वाराणसी: आज पूरे देश में रामनवमी का त्योहार मनाया जा रहा है. इस दिन देवी दुर्गा के नौवें स्वरूप मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है. नवरात्र पूजन के नौवें दिन इनकी उपासना की जाती है. कहा जाता है कि इस दिन विधि-विधान पूर्वक पूरी निष्ठा के साथ पूजा-पाठ करने वाले साधक को सभी सिद्धियों की प्राप्ति होती है. सृष्टि में कुछ भी उनके लिए अगम्य में नहीं रह जाता है. मां की उपासना करने वाले भक्तों की अलौकिक, पारलौकिक सभी प्रकार की कामना पूरी हो जाती है.
वाराणसी में मां सिद्धिदात्री के रूप में मैदागिन में अति प्राचीन मंदिर में विद्यमान हैं. ऐसी कहावत है कि सिद्धिदात्री मां के दर्शन करने से नौ दिनों के दर्शनों का फल मिलता है. सिद्धिदात्री मां को कार्य और मनोकामना सिद्ध करने की देवी माना जाता है.
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मां सिद्धिदात्री को कार्य और मनोकामना सिद्ध करने की देवी माना जाता है. रामनवमी के मौके पर भक्त मां की भक्ति करते हैं और इच्छानुसार आर्शीवाद मांगते हैं. मां को चुनरी के साथ लाल अड़हुल की माला और मिष्ठान भोग लगाया जाता है.
-बच्चा लाल मिश्र, पुजारी, सिद्धिदात्री मंदिर