वाराणसीः पाकिस्तान की गोलीबारी में देश के लिए शहीद हुए जवान गमील श्रेष्ठ का पार्थिव शरीर मंगलवार को जिले के 39 जीटीसी पहुंचा. जहां नम आंखों से 39 जीटीसी के जवानों ने सशस्त्र सलामी और परिजनों ने फूल माला चढ़ाकर जवान को अंतिम विदाई दी. वहीं 39 जीटीसी में अपने बेटे को विदाई देते हुए मां के रोने से पूरा परिसर स्तब्ध रह गया.
गोलीबारी में देश के लिए शहीद हुआ जवान
पाकिस्तान की गोलाबारी में 39 गोरखा राइफल के गमील श्रेष्ठ शहीद हो गए थे. इस वीर जवान ने वाराणसी के 39 सीसी में ही ट्रेनिंग ली थी. 2017 में ट्रेनिंग पूरी करने के बाद शहीद गमील श्रेष्ठ को बॉर्डर पर भेजा गया था. शहीद गमील श्रेष्ठ के भाई का कहना है कि इस बात का बहुत दुख है कि मेरा भाई शहीद हो गया, लेकिन इस बात का गुमान भी है कि मेरा भाई देश की रक्षा करते हुए अपने प्राण निछावर कर गया.
मांडेंट हुकुम सिंह ने कहा कि हम लोगों ने जब इस हमले के बाद जवाबी कार्रवाई की है तो पाकिस्तान भी थर्रा उठा है. साथ ही उन्होंने कहा कि जिस तरीके से केंद्र सरकार पाकिस्तान को जवाब दे रही है, यह पाकिस्तान को खुली चुनौती है कि अब किसी भी प्रकार का सीजफायर किए जाने के बाद दोगुने आक्रामकता से सेना जवाब देगी.
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