लखनऊः धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी में वेदांत भारती श्री शंकराचार्य वांड्य सेवा परिषद के द्वारा 26 और 27 मार्च को काशी में वृहद सन्यासी समावेश और सौंदर्य लहरी पाठ का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें भारतवर्ष के प्रत्येक राज्य से संत, महंत, पीठाधीश्वर, महामंडलेश्वर, आचार्य,मंडलेश्वर एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष तमिलनाडु के अधीन के पीठाधीश्वर भगवान शंकराचार्य सिद्धांत के अनुयाई विभिन्न संस्थाओं से संबंधित संतो की उपस्थिति होगी.
इसे भी पढ़ें-काशी की विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती में शामिल हुए साउथ के ये दो सुपरस्टार...कार्यक्रम का मात्र एक लक्ष्य है कि शंकराचार्य द्वारा दी गई पद्धति को हमारे आने वाली पीढ़ी भी जानें और उनके द्वारा की गई रचनाओं को समझे पूरे देश में इस प्रकार की जनजागृति से लाई जाए. महामंडलेश्वर स्वामी चिदम्बरानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि काशी में विशाल सन्यासी समावेश होने जा रहा है. जिसमें प्रत्येक राज्य से साधु-संत और महामंडलेश्वर 26 मार्च को यहां पर जुटेंगे. चारों शंकराचार्य का भी आशीर्वाद प्राप्त हो गया है. ऐसा पहली बार हो रहा है कि सभी राज्यों के संत समाज के लोग एक साथ एक मंच पर आ रहे हैं. 27 मार्च का कार्यक्रम संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के प्रांगण में हो रहा है. जिसमें 10000 लोग एक साथ मिलकर सौंदर्यलहरी का पाठ करेंगे. इसके लिए प्रधानमंत्री को निमंत्रण दिया गया है. अभी तक उनके कार्यालय से कोई सूचना हमें नहीं मिली है. महामंडलेश्वर ने कहा कि आने वाले दिनों में अयोध्या भी अध्यात्म की दृष्टि से और भी आगे बढ़ेगा. इसीलिए वहां पर वेधशाला वाचनालय बनाया जाएगा ताकि अयोध्या जाने वाले दर्शनार्थियों को सुविधा मिले.