वाराणसी: सरकारी स्कूलों को कान्वेंट स्कूल के तर्ज पर विकसित किया जा रहा है. इसके लिए न सिर्फ स्कूलों की तस्वीर बदली जा रही है. बल्कि वहां की शिक्षा पद्धति को भी आधुनिक बनाया जा रहा है. इसकी एक झलक धर्म नगरी काशी में भी नजर आ रही है. वहां पर अब बच्चों को कंप्यूटर गेम के जरिए गणित व विज्ञान पढ़ाया(Taught maths and science through computer games) जा रहा हैं. ख़ास बात यह है कि इस गेम को तैयार करने वाले आईआईटी के कुछ युवा हैं.
सुपर 30 की तर्ज पर शुरू हो रहे सुपर बनारस अभियान(super Banaras campaign) में बच्चों के मन से गणित व विज्ञान का भय दूर करने की शुरुआत की जा रही है. इसके तहत बच्चों को कंप्यूटर गेम के जरिए शिक्षा(education through computer games) दी जाएगी. इसमें 6 से 12 वर्ष तक के बच्चों को शामिल किया गया है. जिला प्रशासन के इस नए प्रयोग से न सिर्फ नई तरह की शिक्षा की शुरुआत की जा रही है. इससे बच्चों के भविष्य के सपनों को भी पूरा किया जाएगा.
लैव में कम्प्यूटर में स्टेर एप के जरिए पढ़ाई लैव में कम्प्यूटर में स्टेर एप के जरिए पढ़ाई लैव में कम्प्यूटर में स्टेर एप के जरिए पढ़ाई बेसिक शिक्षा अधिकारी बताते हैं कि आईआईटी के युवाओं के द्वारा तैयार किए गए इस कंप्यूटर गेम का नाम स्टेप एप (computer game step app)रखा गया है. वाराणसी में बतौर पायलट प्रोजेक्ट अभियान की शुरुआत की गई है. इसके पहले चरण में स्टेप की टीम के सदस्यों के द्वारा ब्लॉक के स्कूलों का निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया गया है. इस दौरान जिन विद्यालयों में कंप्यूटर लैब नहीं है, वहां जल्द ही टैब लैब की स्थापना की जाएगी. वर्तमान में ये अभियान 5 विद्यालयों में संचालित किया जा रहा है.बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि अक्सर देखा जाता है कि बच्चे गणित और विज्ञान के कठिन सवालों से डर कर उनसे दूर भागते हैं. लेकिन, इस खेल के जरिए बच्चों के मन से इन दोनों विषयों के डर को निकाला जा रहा हैं. कंप्यूटर गेम के जरिए गणित और विज्ञान के पाठ्यक्रम में दिए गए विषय वस्तु को बच्चों को समझाया जा रहा है. स्टेप एप स्कूलों की कंप्यूटर सिस्टम में लोड किया जा रहा है. जहां पर हर बच्चे की आईडी बनाई जाएगी. यहां बच्चा बिना इंटरनेट के खेल-खेल में पाठ में दिए गए विषय वस्तु को समझेगा.इस बारे में शिक्षिका अंजू यादव बताती हैं कि यह कंप्यूटर गेम बेहद ही रोचक है. इसमें गणित के अंक, विज्ञान के पाठ्यक्रमों को अलग-अलग चित्रों, खेलों के माध्यम से बच्चों को बताया जाएगा और उनकी बौद्धिक क्षमता का आंकलन किया जाएगा. उन्होंने बताया कि इसके जरिए कठिन से कठिन बिंदु पर भी बच्चों को सहजता से बताया जा रहा हैं. सरकार की ओर से यह बेहद ही सार्थक कदम उठाया गया है, जो बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान कर रहा है.बीएसए बताते हैं कि गेम के जरिए विज्ञान और गणित की पढ़ाई करने वाले कुछ मेधावी छात्रों को उत्तर प्रदेश के द्वारा जेई और आईआईटी के लिए निशुल्क ट्रेनिंग भी कराई जाएगी. जिससे जो गरीब विद्यार्थी हैं वह अपना इंजीनियर और डॉक्टर बनने का सपना पूरा कर सकें. शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने के लिए यह कदम उठाया गया है और भविष्य में इसके परिणाम भी अच्छे दिखेंगे.
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इस बारे में स्टेप एप से शिक्षा ग्रहण कर रही हैं छात्राएं बताती हैं कि यह कंप्यूटर गेम बेहद रोचक है. इसके जरिए उन्हें आसानी से गणित व विज्ञान के अलग-अलग टॉपिक समझ में आते हैं. अच्छी बात यह है कि अच्छा कार्य करने पर उन्हें इसके लिए अंक भी दिए जाते हैं.
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