वाराणसी : काशी विश्वनाथ धाम परिसर में बनाया जा रहा गंगा द्वार पूरी तरह बनकर तैयार हो गया है. गंगा द्वार का काम पूरा होने के बाद अब बाबा काशी विश्वनाथ धाम का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है. काशी विश्वधाम परिसर में बने गंगा द्वार को माघ पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है.
इस द्वार के माध्यम से श्रद्धालु अब आसानी से बाबा के दरबार मे हाजरी लगा सकते हैं. गंगा द्वार से 80 सीढियां चढ़ने के बाद श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के दर्शन कर सकेंगे. विश्वनाथ धाम परिसर के गंगा द्वार को 'गेट वे ऑफ कॉरिडोर' कहा जाता है.
गौततलब है कि विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के समय इस छोर को बनाने का ढ़ांचा तैयार कर लिया या था, लेकिन गंगा द्वार को अंतिम स्वरूप देना बाकी था. गंगा द्वार के गेट को चुनार के गुलाबी पत्थरों से सजाया गया हैं. मंदिर प्रशासन ने बताया कि गंगा द्वार से सुबह 6.00 बजे से शाम 6.00 बजे तक भक्तों को प्रवेश दिया जाएगा.
वेद-पुराणों में वर्णन है कि कभी मां गंगा की गोद से सीधे विश्वनाथ जी के दर्शन हुआ करते थे. अब ये सपना धरातल पर साकार हो गया है. बुधवार को विश्वनाथ धाम का गंगा द्वार भक्तों के लिए खोल दिया गया है. गौरतलब है कि विश्वनाथ धाम पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है. बीते वर्ष 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस परियोजना का भव्य लोकार्पण करके इसे देश को समर्पित किया था.