वाराणसीः उत्तर प्रदेश सरकार लगातार सब्सिडी के जरिए स्टार्टअप इंडिया को प्रमोट कर लोगों को नए-नए व्यापार शुरू करने के लिए प्रेरित कर रही है. इसका असर पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में देखने को मिल रहा है. वर्तमान समय में वाराणसी देश का एक बड़ा टूरिस्ट डेस्टिनेशंस बन चुका है. ऐसे में यहां टूरिस्ट्स के लिए होटल की उपलब्धता कम होती जा रही है. इसके लिए अब काशी के लोगों ने होटल इंडस्ट्री में निवेश का मन बनाया है. जिसका परिणाम है कि इस समय सैकड़ों की संख्या में होटल के लिए आवेदन पर्यटन कार्यालय पहुंच चुके हैं.
काशी में बढ़ी टूरिस्टों की संख्याः केंद्र सरकार और योगी सरकार वाराणसी सहित उत्तर प्रदेश के कई जिलों में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए अलग-अलग नियम बना रही है. टूरिज्म सेक्टर में निवेश करने पर सब्सिडी का भी प्रावधान किया गया है. ऐसे में वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ धाम बनने और काशी का भव्य रूप तैयार होने के बाद यहां आने वाले टूरिस्टों की संंख्या बढ़ती जा रही है. इसके लिए होटलों की भी जरूरत बढ़ती जा रही है. अब वाराणसी में लोग होटल के कारोबार में निवेश करने का मन बना लिए हैं. इसके लिए लोग सब्सिडी के जरिए इसमें निवेश कर रहे हैं.
टूरिज्म पॉलिसी 2022 के तहत सब्सिडीः पर्यटन उप निदेशक आरके रावत ने बताया कि विभाग की टूरिज्म पॉलिसी 2022 में कई कैटेगरी में सब्सिडी देने की बात कही गई है. इसमें होटल, रिजॉर्ट, क्रूज, बोट और वेलनेस सेंटर शामिल हैं. होटल में ज्यादा से ज्यादा लोगों का रुझान है. होटल इंडस्ट्री में आए दिन ज्यादा टूरिस्ट्स के आने को देखते हुए वाराणसी में और भी होटल की जरूरत है. टूरिज्म पॉलिसी के तहत उन्होंने कई रजिस्ट्रेशन भी किए हैं. जिसमें होटल बनाने की बात सबसे ज्यादा है. इसमें वह सब्सिडी भी दी जाएगी.
पर्यटन विभाग की तरफ से एक कमेटी गठितः पर्यटन उप निदेशक ने बताया कि होटल इंडस्ट्री में जो प्रस्ताव आए हुए हैं. उनमें से लगभग अधिकतम लोगों को रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट मिल चुका है. जिसके बाद उन्होंने काम भी शुरू कर दिया है. आने वाले समय में वाराणसी में और अच्छे होटल देखने को मिलेंगे. अभी तक वाराणसी में 74 एमओयू हुए हैं, जो केवल बनारस के हैं. इसके लिए पर्यटन विभाग की तरफ से एक कमेटी गठित की गई है, जो इन पेपर्स को चेक कर रही है. यहां आए हुए पेपर्स में उन्होंने करीब 20 के आस-पास रजिस्ट्रेशन किए हैं. साथ ही उन्हें अपना काम करने के लिए भी कहा गया है.
सावन में वाराणसी के होटल फुलः उप निदेशक आरके रावत ने बताया कि वाराणसी में बजट होटल के साथ ही थ्री स्टार, फोर स्टार और फाइव स्टार होटल भी बन रहे हैं. आने वाले समय में ये होटल बड़ा रूप ले लेंगे. इस बार सावन महीने में होटल कारोबार में तेजी से उछाल देखने को मिला है. श्री काशी विश्वनाथ दर्शन करने और काशी घूमने आने वाले सैलानियों से वाराणसी के लगभग सभी होटल फुल हो चुके हैं. बड़े होटलों में कमरे नहीं मिल रहे हैं. गेस्ट हाउस, लॉज, धर्मशाला आदि में 1500 रुपये में कोई भी कमरा नहीं मिल रहा है.
काशी में बढ़ता होटल का कारोबारः वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम निर्माण के बाद से यहां पर टूरिज्म सेक्टर में बूम आया है. होटल, रेस्टोरेंट से लेकर लेकर मार्केट की चांदी हो गई है. यहां सप्ताह में पर्यटकों की संख्या दोगुना देखने को मिल रही है. बनारस में रजिस्टर्ड होटल करीब एक हजार के करीब हैं. इसके साथ ही धर्मशाला और अतिथि गृह भी हैं. आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल इस सेक्टर में जबरदस्त इजाफा देखने को मिला है. साल 2022 में 250 करोड़ रुपये सालाना का कारोबार हुआ था. यह कारोबार इस साल 300 से 350 करोड़ रुपये सालाना पहुंचने का अनुमान है.
पर्यटकों की संख्या में इजाफा: पर्यटन विभाग के आंकड़ों की बात करें तो यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ती गई है. साल 2022 में जुलाई में 40 लाख 3 हजार 288 पर्यटक आए थे. जुलाई 2017 के मुकाबले यह करीब 10 गुना ज्यादा है. वहीं जुलाई 2017 में कुल 4 लाख 61 हजार 650 पर्यटक आए थे. ये सभी भारतीय पर्यटकों की संख्या है. वहीं विदेशी पर्यटकों की संख्या में कोरोना काल के बाद 174 गुना का इजाफा दर्ज किया गया है. जुलाई 2022 में 12 हजार 578 विदेशी पर्यटक बनारस घूमने के लिए आए थे. साल 2021 में इनकी संख्या सिर्फ 72 ही थी.
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