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वाराणसी: महादेव देंगे निराश्रित गायों को आसरा, विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने की विशेष तैयारी

यूपी के वाराणसी में आवारा गायों की हालत बेहद दयनीय है. खाने-पीने और आश्रय के अभाव में गाय दम तोड़ देती हैं. ऐसी ही गायों के लिए काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने विशेष पहल की है. जल्द ही इस पहल को अमलीजामा पहनाया जाएगा.

काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट खोलेगा गौशाला.
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Published : Jul 17, 2019, 7:18 PM IST

वाराणसी: काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास और श्री काशी विश्वनाथ प्रशासन की तरफ से एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है. इस निर्णय में विश्वनाथ मंदिर की तरफ से एक गोशाला खोले जाने की तैयारी की गई है. इसके लिए प्रशासन से अनुमति भी मिल चुकी है. इस गोशाला से मंदिर में चढ़ावे के लिए भक्तों को शुद्ध दूध की पूर्ति भी की जा सकेगी.

काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट खोलेगा गोशाला.

मंदिर न्यास परिषद से मिली मंजूरी

विश्वनाथ मंदिर के पास पहले से एक गोशाला है लेकिन यह काफी छोटी है और यहां सुविधाएं भी सीमित हैं. इस लिहाज से नई गोशाला खोलना जरूरी हो गया था. इसी क्रम में विश्वनाथ मंदिर प्रशासन शहरी क्षेत्र में एक गोशाला खोलने जा रहा है. इस गोशाला में निराश्रित और आश्रित दोनों तरह की गायों को जगह दी जाएगी. इन गायों से मिलने वाले दूध का इस्तेमाल भी मंदिर प्रशासन बाबा विश्वनाथ को चढ़ाए जाने और भक्तों को शुद्ध दूध मुहैया कराने के लिए करेगा. मंदिर प्रशासन ने इसके लिए जगह की तलाश शुरु कर दी है.

मंदिर प्रशासन शहरी क्षेत्र में जमीन की तलाश कर रहा है और कुछ जगह देखी भी जा चुकी हैं. गोशाला खोलने के लिए न्यास परिषद की बैठक में मंजूरी मिल गई है.गोशाला में निराश्रित गायों को सहारा मिलेगा साथ ही मंदिर को शुद्ध दूध की आपूर्ति की जा सकेगी. यहां आने वाले भक्तों को मंदिर प्रशासन की तरफ से गोशाला से आने वाले शुद्ध दूध की सप्लाई की जाएगी.
-विशाल सिंह, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर

वाराणसी: काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास और श्री काशी विश्वनाथ प्रशासन की तरफ से एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है. इस निर्णय में विश्वनाथ मंदिर की तरफ से एक गोशाला खोले जाने की तैयारी की गई है. इसके लिए प्रशासन से अनुमति भी मिल चुकी है. इस गोशाला से मंदिर में चढ़ावे के लिए भक्तों को शुद्ध दूध की पूर्ति भी की जा सकेगी.

काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट खोलेगा गोशाला.

मंदिर न्यास परिषद से मिली मंजूरी

विश्वनाथ मंदिर के पास पहले से एक गोशाला है लेकिन यह काफी छोटी है और यहां सुविधाएं भी सीमित हैं. इस लिहाज से नई गोशाला खोलना जरूरी हो गया था. इसी क्रम में विश्वनाथ मंदिर प्रशासन शहरी क्षेत्र में एक गोशाला खोलने जा रहा है. इस गोशाला में निराश्रित और आश्रित दोनों तरह की गायों को जगह दी जाएगी. इन गायों से मिलने वाले दूध का इस्तेमाल भी मंदिर प्रशासन बाबा विश्वनाथ को चढ़ाए जाने और भक्तों को शुद्ध दूध मुहैया कराने के लिए करेगा. मंदिर प्रशासन ने इसके लिए जगह की तलाश शुरु कर दी है.

मंदिर प्रशासन शहरी क्षेत्र में जमीन की तलाश कर रहा है और कुछ जगह देखी भी जा चुकी हैं. गोशाला खोलने के लिए न्यास परिषद की बैठक में मंजूरी मिल गई है.गोशाला में निराश्रित गायों को सहारा मिलेगा साथ ही मंदिर को शुद्ध दूध की आपूर्ति की जा सकेगी. यहां आने वाले भक्तों को मंदिर प्रशासन की तरफ से गोशाला से आने वाले शुद्ध दूध की सप्लाई की जाएगी.
-विशाल सिंह, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर

Intro:स्पेशल स्टोरी-

वाराणसी: जगत पिता परम परमेश्वर महादेव जिनकी कृपा और आशीर्वाद से सृष्टि चल रही है. भोलेनाथ इस सृष्टि में हर किसी के पालनकर्ता हैं, निराश्रितो को आश्रय देने से लेकर लोगों की हर मुराद भोलेनाथ पूरी करते हैं, लेकिन धर्म नगरी काशी में बाबा भोले अब निराश्रित गायों को आसरा देने जा रहे हैं, जी हां दरअसल विश्वनाथ मंदिर न्यास और श्री काशी विश्वनाथ प्रशासन की तरफ से एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है. इस निर्णय में विश्वनाथ मंदिर की तरफ से एक गौशाला खोले जाने की तैयारी की गई है, हालांकि विश्वनाथ मंदिर के पास पहले से एक गौशाला है लेकिन यह काफी छोटी और सुविधाएं भी सीमित हैं, लेकिन अब विश्वनाथ मंदिर की तरफ से और गौशाला खोले जाने की तैयारी की गई है. जिसकी अनुमति भी मिल चुकी है अब जल्द ही प्रशासन की तरफ से गौशाला को खोला जाना है, उसमें उन गायों को जगह दी जाएगी जो निराश्रित हैं, यानी जिनके मालिकों ने उन्हें सड़कों पर छोड़ दिया है.


Body:वीओ-01 इन दिनों गौशाला में गायों की दर्दनाक स्थिति किसी से छिपी नहीं है. हर तरफ तमाम सरकारी गौशालाओं में गायों की वर्तमान स्थिति की चर्चा आम लेकिन इन सबसे परे श्री काशी विश्वनाथ मंदिर की तरफ से अच्छी पहल की जा रही है, इस पहल के तहत शहरी क्षेत्र में विश्वनाथ मंदिर प्रशासन एक गौशाला खोलने जा रहा है. इस गौशाला में निराश्रित और आश्रित दोनों तरह की गायों को जगह दी जाएगी और इन गायों से मिलने वाले दूध का इस्तेमाल भी मंदिर प्रशासन बाबा विश्वनाथ को चढ़ाए जाने और भक्तों को शुद्ध दूध मुहैया कराए जाने के उद्देश्य से करेगा.


Conclusion:वीओ-02 श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विशाल सिंह का कहना मंदिर प्रशासन शहरी क्षेत्र में यहां की तलाश कर रहा है और कुछ जगह देखी भी जा चुकी है, गौशाला खोलने के लिए न्यास परिषद की बैठक में मंजूरी मिल गई है और अब जल्दी यह कार्य भी पूर्ण हो जाएगा. इस कार्य के पूर्ण होने के बाद बेसहारा गायों को सहारा मिलेगा और शुद्ध दूध की आपूर्ति की मंदिर को की जा सकेगी. विशाल सिंह का कहना है कि शास्त्र सम्मत है कि भगवान को कच्चा दूध अभिषेक के लिए उपलब्ध होना चाहिए. बाजार में मिलने वाला दूध क्या है किस कंडीशन में है यह किसी को नहीं पता. इसलिए मंदिर प्रशासन की तरफ से अलग से काउंटर बनाकर गौशाला से जाने वाले शुद्ध दूध की सप्लाई यहां आने वाले भक्तों को की जाएगी ताकि भक्तों को भी बेहतर दूध सस्ते घर पर मिल सके और बाबा विश्वनाथ को भी बिल्कुल शुद्ध दूध चढ़ाया जा सके.

बाईट- विशाल सिंह, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर

गोपाल मिश्र

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