वाराणसी: वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय पर उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने नोटिस जारी किया है. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने विश्वविद्यालय पर 50 हजार का जुर्माना लगाया है. नोटिस में बैंक अकाउंट में जुर्माना भरने या फिर राशि जमा करने का निर्देश दिया गया है. नोटिस में कहा है कि प्रदूषण के लिए क्षतिपूर्ति वसूली जा रही है.
खुले में जला रहे थे तारकोल
कोरोना वैश्विक महामारी के बाद लगातार विश्वविद्यालय के कार्यालय, हॉस्टल और विभिन्न स्थानों पर मरम्मत का निर्माण कार्य चल रहा है. ऐसे में विश्वविद्यालय की सड़कें भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई हैं. इनकी कुछ दिनों से लगातार मरम्मत हो रही है. सड़क की मरम्मत के दौरान खुले में तारकोल जलाया जा रहा था. इससे बड़ी मात्रा में प्रदूषण फैल रहा था.
प्रदूषण से बचाव की नहीं थी व्यवस्था
प्रदूषण से बचाव के लिए ना तो पानी का छिड़काव किया गया और न ही निर्माण स्थल को ढका गया. उसी रास्ते से सर सुंदरलाल चिकित्सालय के हजारों मरीज रोज गुजरते हैं. उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी कालिका सिंह ने नोटिस जारी कर बीएचयू पर 50 हजार का जुर्माना लगाया है. नोटिस की एक कॉपी नगर आयुक्त वाराणसी और सदस्य सचिव उत्तर प्रदेश नियंत्रण बोर्ड लखनऊ को भी भेजी गई है.