वाराणसी: 2022 के विधानसभा चुनावों को लेकर योगी सरकार एक से बढ़कर एक प्लान तैयार कर रही है. एक तरफ जहां माफियाओं के कब्जे से मुक्त हुई जमीन को गरीबों के आवास बनाकर देने की तैयारी की जा रही है, तो वहीं अब योगी सरकार को प्रदेश के पत्रकारों की भी चिंता सताने लगी है. यही वजह है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पत्रकारों और उनके परिवारों के स्वास्थ्य सेवाओं में होने वाले खर्च को सरकारी मदद के जरिए पूरा करने की तैयारी कर रहे हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय के विश्वस्त सूत्रों की माने तो आने वाले कुछ दिनों में एक हेल्थ स्कीम पत्रकारों के लिए लांच की जाने वाली है.
5 लाख तक के खर्च का भुगतान
दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भारतीय जनता पार्टी मीडिया संस्थानों को लेकर शुरू से सजग रही है. यही वजह है कि यहां काम करने वाले कर्मचारियों और पत्रकारों के हितों को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री की तरफ से जल्द ही एक ऐसी हेल्थ कार्ड योजना लॉन्च की जाने वाली है, जिसमें 5 लाख रुपये तक के खर्च पर सरकारी मदद के जरिए इलाज की सुविधा दी जाएगी. मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्रों की मानें तो आयुष्मान कार्ड योजना की स्कीम की तरह ही पत्रकारों के लिए हेल्थ कार्ड योजना की शुरुआत की तैयारी की जा रही है.
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जल्द लांच होगी स्कीम
इस संदर्भ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने प्रस्ताव रखा गया था. जिसे सहमति भी दे दी गई है. माना जा रहा है कि आने वाले अक्टूबर महीने तक यह स्कीम शुरू भी हो जाएगी. इस स्कीम के शुरू होने के बाद प्रदेश के हजारों की संख्या में मौजूद पत्रकारों समेत उनके परिवार के लोगों को इसका लाभ मिलेगा. इस योजना के अंतर्गत किसी भी सरकारी या निजी अस्पताल में 5 लाख रुपये तक की सीमा के खर्च का इलाज निशुल्क होगा, जो इस हेल्थ कार्ड स्कीम के तहत शामिल किया जाएगा. फिलहाल चुनाव से पहले पत्रकार हितों के बारे में सोचकर योगी सरकार निश्चित तौर पर एक बड़ी और मजबूत प्लानिंग कर रही है.