वाराणसी: जिले के काशी हिंदू विश्वविद्यालय के आयुर्वेद संकाय और फिक्की द्वारा आयुष मंत्रालय, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय और फार्मेसी सहभागिता से अंतर्राष्ट्रीय आरोग्य मेले का आयोजन किया जा रहा है. यह मेला 19 दिसंबर से शुरू होकर 22 दिसंबर तक चलेगा. मेले में 69 देशों के 250 से अधिक प्रतिनिधि सम्मिलित होंगे. इसमें भारतीय अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि और खरीदार बड़ी संख्या में भाग लेंगे. यह आयोजन बीएचयू में पहली बार हो रहा है.
बीएचयू में पहली बार हो रहा यह आयोजन
- काशी हिंदू विश्वविद्यालय का आयुर्वेद संकाय अंतर्राष्ट्रीय आरोग्य मेले का आयोजन करने जा रहा है.
- यह आयोजन 19 दिसंबर से लेकर 22 दिसंबर तक चलेगा.
- इस मेले में सुबह 9:00 बजे से लेकर रात 8:00 बजे तक फ्री में चिकित्सकीय सलाह दी जाएगी.
- यह मेला बीएचयू में पहली बार हो रहा है.
- जिसमें 69 देशों के लगभग 250 प्रतिनिधि सम्मिलित हो रहे हैं.
अंतर्राष्ट्रीय आरोग्य मेले का प्रमुख उद्देश्य
आयुष मंत्रालय का गठन आयुर्वेद योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी सिद्ध और होम्योपैथिक के क्षेत्र में शिक्षा एवं अनुसंधान के विकास पर ध्यान केंद्रित करने के उद्देश्य से किया गया है, जिसका लक्ष्य स्वास्थ्य की देखभाल के लिए पारंपरिक औषधियों के प्रयोग को प्रोत्साहित और संरक्षित करना है. उन्हें आधुनिक वैज्ञानिक दृष्टि के साथ विकसित करना है.
भारतीय आयुष उद्योग को और अधिक प्रेरित करने और आयुष उत्पादकों के निर्यात को बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय और भारत वाणिज्य एवं उद्योग संघ से सहभागिता करके चार दिवसीय मेले का आयोजन होने जा रहा है.
इस दिशा में सरकार द्वारा आयुर्वेद के मूल सिद्धांतों पर आधारित रहन-सहन में बदलाव और घरेलू औषधियों के विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों को बनाकर उनके उपयोग की शिक्षा दी जाएगी. बहुत सी प्रदर्शनी लगेगी. यह मेला बहुत खास होगा. विदेशी नागरिक चिकित्सा एवं शिक्षा के क्षेत्र में अपना अनुदान दे सकेंगे.
-प्रो. यामिनी भूषण त्रिपाठी, आयुर्वेद संकाय प्रमुख, बीएचयू
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