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कोरोना काल में नगर निगम के राजस्व में हुई बढ़ोत्तरी, जानिए कैसे

कोविड-19 महामारी को लेकर देशभर में लगे लॉकडाउन से विभिन्न गतिविधियों पर असर पड़ा है. 2019-20 में जहां वाराणसी नगर निगम की आय 32 करोड़ भी नहीं पार हो पाई थी, वहीं 20-21 में जनवरी 28 तक 32 करोड़ पार कर चुकी है. अधिकारियों की मानें तो आय 60 करोड़ तक हो सकती है, जबकि 66 करोड़ का लक्ष्य है.

नगर निगम वाराणसी
नगर निगम वाराणसी
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Published : Jan 30, 2021, 6:47 PM IST

वाराणसी : कोविड-19 महामारी को लेकर देशभर में लगे लॉकडाउन से विभिन्न गतिविधियों पर असर पड़ा है. लोगों की आय के स्रोत कम हुए हैं, जबकि खर्च बढ़े हैं. नगर निकाय की आय के स्रोत प्रभावित हुए हैं, जबकि नगर निगम वाराणसी की आय में बढ़ोतरी हुई है. 2019-20 में जहां नगर निगम की आय 32 करोड़ भी नहीं पार हो पाई थी, वहीं 20-21 में जनवरी 28 तक 32 करोड़ पार कर चुकी है. अधिकारियों की मानें तो आय 60 करोड़ तक जा सकती है, जबकि 66 करोड़ का लक्ष्य है. नगर निगम को पांच जोन में बांटा गया है. इसमें आदमपुर, भेलूपुर, दशाश्वमेध कोतवाली और वरुणापार शामिल हैं.

लॉकडाउन में बढ़ा नगर निगम का राजस्व.
2019-20 के आंकड़े
जोन आवास रुपये
आदमपुर जोन 13,71529,300,793
भेलूपुर जोन 27,36173,058,505
दशाश्वमेध जोन20,04690,648,017
कोतवाली जोन8,126 37,939,964
वरुणापार जोन31,11387,908,412


2020-21 के आंकड़े

जोन आवास रुपये
आदमपुर जोन33,07352,174,118
भेलूपुर जोन51,37314,822,1212
दशाश्वमेध जोन38,03116,270,0539
कोतवाली जोन16,44559,925,867
वरुणापार जोन65,36817,697,8265



पिछले साल से ज्यादा रेवेन्यू

नगर निगम के कर निर्धारण अधिकारी पीके द्विवेदी ने बताया कि उनकी 2019-20 में संपत्ति से कुल आय 31,88,55,651 रुपये थी. इसकी तुलना में नगर निगम की आय में बढ़ोतरी की गई है, जबकि कोविड-19 पीरियड में लगातार नगर निगम में जनहित में वसूली कार्य प्रभावित रहा. लॉकडाउन के कारण कोई वसूली 8 महीने तक नहीं हो सकी. अभी तक 32.55 करोड़ रुपये वसूली कर ली गई है.


जीआईएस के कारण भवन की बढ़ोतरी हुई

पीके द्विवेदी ने बताया कि अगर तुलनात्मक रूप से देखा जाए तो उनकी संपत्ति कर की वसूली विगत वर्ष की तुलना में आगे जा चुकी है. लक्ष्य बताते हुए उन्होंने कहा कि हमारे यहां जीआईएस का कार्य विगत दो-तीन वर्षों से चल रहा है. हमने जीआईएस का कार्य पूरा कर लिया है. उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर नगर निगम और नगर विकास विभाग में पापा टैक्स मैनेजमेंट सिस्टम लागू किया गया है. नगर निगम वाराणसी में आज के कार्य में प्रभावी हो गया है, इसको पब्लिक डोमेन में ले जाने के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है. एचडीएफसी बैंक से हमारा निगोसिएशन चल रहा है, जो पूरा कर लिया गया है. जो टेक्निकल इश्यू हैं, उसे भी पूरा कर लिया जाएगा. यह फरवरी के 2021 में जनता के लिए होगा.

निगम ने 66 करोड़ का राजस्व का लक्ष्य रखा

नगर निगम के कर निर्धारण अधिकारी पीके द्विवेदी ने बताया कि नगर निगम वाराणसी के अपने उपलब्ध डाटा के अनुसार 201809 कुल प्रापर्टी थी. जीआईएस कार्य कराने के बाद जायका फंडेड हमारी संपत्ति बड़ी है, जिसमें 70334 बढ़कर कुल 272145 हो गई है. टारगेट के सवाल पर पीके द्विवेदी ने बताया कि नगर निगम ने अपना टारगेट पिछले वित्त वर्ष में ही पूरा कर लिया था, जिसमें टारगेट 66 करोड़ था. उसी टारगेट में कार्य हो रहा है. पूरा प्रयास है कि 66 करोड़ कर लिया जाएगा.

वाराणसी : कोविड-19 महामारी को लेकर देशभर में लगे लॉकडाउन से विभिन्न गतिविधियों पर असर पड़ा है. लोगों की आय के स्रोत कम हुए हैं, जबकि खर्च बढ़े हैं. नगर निकाय की आय के स्रोत प्रभावित हुए हैं, जबकि नगर निगम वाराणसी की आय में बढ़ोतरी हुई है. 2019-20 में जहां नगर निगम की आय 32 करोड़ भी नहीं पार हो पाई थी, वहीं 20-21 में जनवरी 28 तक 32 करोड़ पार कर चुकी है. अधिकारियों की मानें तो आय 60 करोड़ तक जा सकती है, जबकि 66 करोड़ का लक्ष्य है. नगर निगम को पांच जोन में बांटा गया है. इसमें आदमपुर, भेलूपुर, दशाश्वमेध कोतवाली और वरुणापार शामिल हैं.

लॉकडाउन में बढ़ा नगर निगम का राजस्व.
2019-20 के आंकड़े
जोन आवास रुपये
आदमपुर जोन 13,71529,300,793
भेलूपुर जोन 27,36173,058,505
दशाश्वमेध जोन20,04690,648,017
कोतवाली जोन8,126 37,939,964
वरुणापार जोन31,11387,908,412


2020-21 के आंकड़े

जोन आवास रुपये
आदमपुर जोन33,07352,174,118
भेलूपुर जोन51,37314,822,1212
दशाश्वमेध जोन38,03116,270,0539
कोतवाली जोन16,44559,925,867
वरुणापार जोन65,36817,697,8265



पिछले साल से ज्यादा रेवेन्यू

नगर निगम के कर निर्धारण अधिकारी पीके द्विवेदी ने बताया कि उनकी 2019-20 में संपत्ति से कुल आय 31,88,55,651 रुपये थी. इसकी तुलना में नगर निगम की आय में बढ़ोतरी की गई है, जबकि कोविड-19 पीरियड में लगातार नगर निगम में जनहित में वसूली कार्य प्रभावित रहा. लॉकडाउन के कारण कोई वसूली 8 महीने तक नहीं हो सकी. अभी तक 32.55 करोड़ रुपये वसूली कर ली गई है.


जीआईएस के कारण भवन की बढ़ोतरी हुई

पीके द्विवेदी ने बताया कि अगर तुलनात्मक रूप से देखा जाए तो उनकी संपत्ति कर की वसूली विगत वर्ष की तुलना में आगे जा चुकी है. लक्ष्य बताते हुए उन्होंने कहा कि हमारे यहां जीआईएस का कार्य विगत दो-तीन वर्षों से चल रहा है. हमने जीआईएस का कार्य पूरा कर लिया है. उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर नगर निगम और नगर विकास विभाग में पापा टैक्स मैनेजमेंट सिस्टम लागू किया गया है. नगर निगम वाराणसी में आज के कार्य में प्रभावी हो गया है, इसको पब्लिक डोमेन में ले जाने के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है. एचडीएफसी बैंक से हमारा निगोसिएशन चल रहा है, जो पूरा कर लिया गया है. जो टेक्निकल इश्यू हैं, उसे भी पूरा कर लिया जाएगा. यह फरवरी के 2021 में जनता के लिए होगा.

निगम ने 66 करोड़ का राजस्व का लक्ष्य रखा

नगर निगम के कर निर्धारण अधिकारी पीके द्विवेदी ने बताया कि नगर निगम वाराणसी के अपने उपलब्ध डाटा के अनुसार 201809 कुल प्रापर्टी थी. जीआईएस कार्य कराने के बाद जायका फंडेड हमारी संपत्ति बड़ी है, जिसमें 70334 बढ़कर कुल 272145 हो गई है. टारगेट के सवाल पर पीके द्विवेदी ने बताया कि नगर निगम ने अपना टारगेट पिछले वित्त वर्ष में ही पूरा कर लिया था, जिसमें टारगेट 66 करोड़ था. उसी टारगेट में कार्य हो रहा है. पूरा प्रयास है कि 66 करोड़ कर लिया जाएगा.

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