वाराणसी: काशी में दो दिवसीय यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज प्रोग्राम का आयोजन किया गया है. इसमें देश के सभी राज्यों के मंत्री शामिल हुए. इस आयोजित कार्यशाला के माध्यम से आने वाले दिनों में एक लाख पचास हजार हेल्थ वेलनेस सेंटर बनाने की बात की गई है. युनिवर्सल हेल्थ कवरेज कैसे दिया जाए, दूर दूर गांव में रहने वाले गरीब और मध्यम वर्ग के मरीज को टेलिकन्सर्ड द्वारा स्पेशलिस्ट डॉक्टर से कन्सर्ड करके इलाज कैसे किया जाए. इस विषय पर विस्तृत विचार - विमर्श किया गया.
वाराणसी के सिगरा स्थित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर (Rudraksh Convention Center) में सीएम योगी आदित्यनाथ यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज प्रोग्राम (universal health coverage program) के समापन सत्र में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए. उनके साथ स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडविया के साथ राज्य के मंत्री भी मौजूद रहे. इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने चित्रकूट की सद्गुरु नाम की संस्था की एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बताया कि इस प्रोग्राम में 2 दिनों के अंदर जो भी सुझाव मिला है. हम उसको देश में इंप्लीमेंट कर बढ़ाने का काम करेंगे. इस प्रोग्राम को करते हुए हेल्थ को एक्ससेबल, एक्सटोबेल करेंगे. साथ ही हेल्थ से जुड़े लोगों को सशक्तबल बनाएंगे. मंत्री ने आगे बताया कि हमारी आशा बहने देश में हेल्थ की सबसे बड़ी मौजूद आधार है. उनको कैसे सशक्त बनाए इस विषय पर भी गंभीर विचार-विमर्श किया गया है.
मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि हेल्थ को कभी भी डेवलपमेंट से नहीं जोड़ा गया था. 2014 में मोदी की सरकार आने के बाद हेल्थ को जोड़ा गया. साथ ही एलएसटिक अप्रोच के साथ काम किया गया. मंत्री ने आगे बताया कि देश में 44000 सीटें थी. लेकिन अब वह आकर 96000 सीटें कर दी गई हैं. पहले देश में पीजी की सीटें 34 हजार थी. अब बढ़ाकर डबल कर दी गई है. इससे अब डॉक्टरों की कमी को दूर किया जा सकेगा.
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