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हनुमान जयंती आज, इस प्रकार करें पवन पुत्र की आराधना - Varanasi religious news

पंच दिवसीय दीपोत्सव पर्व के हर दिन अलग-अलग त्योहार मनाए जाते हैं और इनमें दीपावली के एक दिन पहले हनुमान जयंती का पर्व मनाए जाने की मान्यता है. ऐसा कहा जाता है कि आज ही के दिन अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता अंजनी पुत्र भक्त शिरोमणि पवनसुत हनुमान का जन्म हुआ था.

हनुमान जयंती आज
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Published : Nov 3, 2021, 10:02 AM IST

वाराणसी: पंच दिवसीय दीपोत्सव पर्व के हर दिन अलग-अलग त्योहार मनाए जाते हैं और इनमें दीपावली के एक दिन पहले हनुमान जयंती का पर्व मनाए जाने की मान्यता है. ऐसा कहा जाता है कि आज ही के दिन अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता अंजनी पुत्र भक्त शिरोमणि पवनसुत हनुमान का जन्म हुआ था. कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को हनुमान जयंती के रूप में मनाया जाता है. इस बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित प्रसाद दीक्षित ने बताया कि कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि यानी आज सुबह 9 बजकर दो मिनट से अर्धरात्रि के पश्चात 6 बजकर 4 मिनट तक जयंती मनाई जाएगी. उन्होंने कहा कि कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को सायंकाल में संलग्न शाम 4 बजकर 13 मिनट से 5 बजकर 52 मिनट तक रहेगा.

इसी लग्न में हनुमान जन्म महोत्सव मनाया जाना सर्वोपरि बताया गया है. आज के दिन व्रत रखकर हनुमान जी की पूजा आराधना करने से जीवन में सुख समृद्धि और खुशहाली आती है. साथ ही समस्त संकटों का नाश भी होता है, क्योंकि हनुमान चालीसा में भी इसका वर्णन मिलता है.

इस प्रकार करें पवन पुत्र की आराधना

ज्योतिषाचार्य पंडित प्रसाद दीक्षित का कहना है कि हनुमान जी की आराधना से जीवन के सारे कष्ट दूर होते हैं और हनुमान जयंती को लेकर यह पौराणिक मान्यता है कि विराट स्वरूप धरकर उन्होंने इंद्र देव, सूर्य देव, यमदेव, ब्रह्म देव और विश्वकर्मा जी की शक्ति को समाहित कर लिया था.

इसे भी पढ़ें - दीपोत्सव 2021: बेहद भव्य रही दीपोत्सव की दूसरी शाम लेजर शो की रामलीला देखने उमड़े लोग

शिव महापुराण के अनुसार पृथ्वी, जल, वायु, आकाश, सूर्य, चंद्रमा, अग्नि और यजमान यह आठ स्वरूप शिवजी के प्रत्यक्ष रूप बताए गए हैं. एक मान्यता के अनुसार हनुमान जी ब्रह्म स्वरुप भगवान शिव के 11वें अंश के रुद्रावतार भी माने जाते हैं. कलियुग में हनुमान जी अमरत्व का वरदान मिला हुआ है.

ऐसे करें आराधना

इसलिए हनुमान जयंती के मौके पर पवन पुत्र हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर दैनिक नित्य क्रियाओं से निवृत्त होने के बाद अपने आराध्य का ध्यान करके हनुमान जी की आराधना करनी चाहिए. भगवान श्री हनुमान जी की पंचोपचार व षोडशोपचार विधि से पूजन संपन्न करना चाहिए.

आज के दिन हनुमान जी को लड्डू का भोग लगाना विशेष लाभकारी होता है और प्रभु को देसी घी में सिंदूर मिलाकर उसका लेपन करने से जीवन के सारे दुख दर्द दूर होते हैं.

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वाराणसी: पंच दिवसीय दीपोत्सव पर्व के हर दिन अलग-अलग त्योहार मनाए जाते हैं और इनमें दीपावली के एक दिन पहले हनुमान जयंती का पर्व मनाए जाने की मान्यता है. ऐसा कहा जाता है कि आज ही के दिन अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता अंजनी पुत्र भक्त शिरोमणि पवनसुत हनुमान का जन्म हुआ था. कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को हनुमान जयंती के रूप में मनाया जाता है. इस बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित प्रसाद दीक्षित ने बताया कि कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि यानी आज सुबह 9 बजकर दो मिनट से अर्धरात्रि के पश्चात 6 बजकर 4 मिनट तक जयंती मनाई जाएगी. उन्होंने कहा कि कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को सायंकाल में संलग्न शाम 4 बजकर 13 मिनट से 5 बजकर 52 मिनट तक रहेगा.

इसी लग्न में हनुमान जन्म महोत्सव मनाया जाना सर्वोपरि बताया गया है. आज के दिन व्रत रखकर हनुमान जी की पूजा आराधना करने से जीवन में सुख समृद्धि और खुशहाली आती है. साथ ही समस्त संकटों का नाश भी होता है, क्योंकि हनुमान चालीसा में भी इसका वर्णन मिलता है.

इस प्रकार करें पवन पुत्र की आराधना

ज्योतिषाचार्य पंडित प्रसाद दीक्षित का कहना है कि हनुमान जी की आराधना से जीवन के सारे कष्ट दूर होते हैं और हनुमान जयंती को लेकर यह पौराणिक मान्यता है कि विराट स्वरूप धरकर उन्होंने इंद्र देव, सूर्य देव, यमदेव, ब्रह्म देव और विश्वकर्मा जी की शक्ति को समाहित कर लिया था.

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शिव महापुराण के अनुसार पृथ्वी, जल, वायु, आकाश, सूर्य, चंद्रमा, अग्नि और यजमान यह आठ स्वरूप शिवजी के प्रत्यक्ष रूप बताए गए हैं. एक मान्यता के अनुसार हनुमान जी ब्रह्म स्वरुप भगवान शिव के 11वें अंश के रुद्रावतार भी माने जाते हैं. कलियुग में हनुमान जी अमरत्व का वरदान मिला हुआ है.

ऐसे करें आराधना

इसलिए हनुमान जयंती के मौके पर पवन पुत्र हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर दैनिक नित्य क्रियाओं से निवृत्त होने के बाद अपने आराध्य का ध्यान करके हनुमान जी की आराधना करनी चाहिए. भगवान श्री हनुमान जी की पंचोपचार व षोडशोपचार विधि से पूजन संपन्न करना चाहिए.

आज के दिन हनुमान जी को लड्डू का भोग लगाना विशेष लाभकारी होता है और प्रभु को देसी घी में सिंदूर मिलाकर उसका लेपन करने से जीवन के सारे दुख दर्द दूर होते हैं.

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