वाराणसीः ज्ञानवापी में मिले कथित शिवलिंग की कार्बन डेटिंग (Carbon dating in Gyanvapi case) की मांग की लेकर कोर्ट अब अगली तारीख 11 अक्टूबर को फैसला सुना सकती है. इससे पहले शनिवार को हिंदू पक्ष समेत अधिवक्ता विष्णु जैन (Advocate Vishnu Jain) काशी हिंदू विश्वविद्यालय में स्थित बाबा विश्वनाथ मंदिर में विजय की कामना करने पहुंचे. इस दौरान अधिवक्ता विष्णु जैन समेत सभी वादी पक्ष मौजूद रहें. गर्भगृह में सभी लोगों ने साथ मिलकर विधि विधान से पूजन किया.
इस दौरान विष्णु जैन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम बाबा से विजय की कामना करने आए हैं. उन्होंने कहा कि 'हम चाहते हैं कि वैज्ञानिक विधि से शिवलिंग की जांच हो, लेकिन मुस्लिम पक्ष इस केस को आगे नहीं बढ़ने देना चाहता है.' हमें उम्मीद है कि बाबा विश्वनाथ हमारी प्रार्थना को स्वीकार करेंगे और इसके पक्ष में सही निर्णय आएगा.'
बता दें कि ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी प्रकरण में वजू खाने में मिले कथित शिवलिंग के कार्बन डेटिंग की मांग वाली याचिका पर शुक्रवार कोर्ट में सुनवाई हुई. इस मामले में जिला अजय अजय कृष्ण विशेष ने इस प्रकरण में वादी संख्या 2 से 5 की महिला पक्ष के वकीलों से कार्बन डेटिंग की मांग पर अपनी चीजों को स्पष्ट करने के लिए बहस करने के लिए कहा है. कोर्ट के आदेश पर हिंदू पक्ष के वकील विष्णुशंकर जैन ने बहस आगे बढ़ाते हुए इस मामले में कार्बन डेटिंग की जगह किसी अन्य वैज्ञानिक तकनीक से चीजों को स्पष्ट करने का आग्रह किया गया है. बता दें कि पहले हरिशंकर जैन की तरफ से कथित शिवलिंग के कार्बन डेटिंग की मांग की गई थी, जिस पर हिंदू पक्ष एक राखी सिंह यानी विश्व वैदिक सनातन संघ की तरफ से इसका विरोध किया गया था. विश्व सनातन संघ के प्रमुख जितेंद्र सिंह बिसेन ने कार्बन डेटिंग को हिंदू आस्था पर चोट बताते हुए इस तकनीक को शिवलिंग के खंडित होने की वजह माना था.