वाराणसी: जिले में मंगलवार को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल एक अलग और अनोखे अंदाज में नजर आईं. कभी वह मां की तरह महिलाओं के साथ बातचीत करके उन्हें समझाती दिखाई दीं, तो कभी हाथों में छड़ी थाम कर बच्चों को गिनती-पहाड़ा सिखाती नजर आईं. वहीं कभी एक मार्गदर्शक की तरह आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और महिला संगठन से जुड़ी अन्य महिलाओं को कई महत्वपूर्ण टिप्स देतीं नजर आईं. राज्यपाल का यह रूप वाराणसी के मॉडल ब्लॉक सेवापुरी में देखने को मिला, जहां वह अपने तीन दिवसीय दौरे के दूसरे दिन निरीक्षण और अलग-अलग कार्यक्रमों में हिस्सा लेने पहुंचीं थीं. इस दौरान कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन होता दिखा. राज्यपाल की एक झलक पाने के लिए लोगों की जबरदस्त भीड़ उमड़ी. यहां लोग सड़क के दोनों ओर बिना मास्क पहने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करते हुए दिखाई दिए.
देश का पहला आदर्श विकासखंड है सेवापुरी
वाराणसी के विकासखंड सेवापुरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिशा-निर्देशानुसार नीति आयोग द्वारा देश का पहला आदर्श विकासखंड बनाया जा रहा है. इस विकासखंड के सभी ग्राम सभाओं में केंद्र एवं प्रदेश सरकार की समस्त योजनाओं को लागू कर क्रियान्वित किया गया है. इस विकासखंड में शहरों की भांति संपूर्ण बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं.
कुपोषित बच्चों के सिर पर फेरा हाथ
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल अपने तीन दिवसीय वाराणसी दौरे के दूसरे दिन सेवापुरी विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय मटूका, अमिनी और इन्हीं विद्यालय परिसर में स्थित आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया. मटुका आंगनवाड़ी केंद्र पर उन्होंने गर्भवती किरण, शकुंतला, नीलम एवं रीता का लाल चुनरी ओढ़ाकर, टीका लगाकर फल की टोकरी एवं पोषण पोटली देकर गोद भराई का रस्म पूरी की. इसके साथ ही उन्होंने लाल श्रेणी के 8 कुपोषित बच्चों आदित्य, सूरज, सिपाही, रवि किशन, प्रशांत, उन्नति, अरसद एवं नूर आलम को पौस्टिक पोषण पोटली देकर शीघ्र स्वस्थ एवं पोषित होने की कामना की. गर्भवती महिलाओं की गोद भराई कर फल की टोकरी एवं पोषण पोटली देने के दौरान उन्होंने महिलाओं से इनका स्वयं सेवन करने का आग्रह करते हुए कहा कि जब आप स्वस्थ रहेंगी, तभी स्वस्थ बच्चे को जन्म देंगी.
बच्चे के मास्क को किया सही
इससे पूर्व राज्यपाल आनंदीबेन पटेल प्राथमिक मटूका का पहुंचने पर वहां के नंद घर में संचालित स्मार्ट क्लास का निरीक्षण किया. वहां पर पढ़ रहे 32 बच्चों से उनके पढ़ाई-लिखाई के संबंध में विस्तार से बात की. इस दौरान सहायक अध्यापिका द्वारा बच्चों द्वारा गाए जा रहे प्राथमिक शिक्षा से संबंधित गीत एवं अन्य गतिविधियां संचालित करने में की जा रही सहायता पर उन्होंने सहायक अध्यापिका से पूछा कि क्या बच्चे स्वयं इसे बोल सकते हैं. फिर क्या था बच्चे स्वयं शुरू हो गए, जिस पर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की. इस दौरान महात्मा गांधी का रूप धारण किए एक छोटे नन्हे बालक ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा कुछ वचनों को अपनी तोतली आवाज में उन्हें सुनाया, जिस पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल खुश होकर के सिर पर हाथ रखते हुए चूमने लगी. इस दौरान स्मार्ट क्लास का 4 वर्षीय वृषभ द्वारा चेहरे पर लगाया गया मास्क चेहरे से हटकर नीचे लटक रहा देख राज्यपाल ने अपने हाथों से उसके मास्क को चेहरे पर लगाया और कोरोना से बचने के लिए प्रेरित किया.
हाथों में डंडा थाम कर ली क्लास
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल इस स्मार्ट क्लास में हाथों में छड़ी लेकर दीवारों पर लिखी वर्णमाला एवं गिनती के अक्षरों को एक अध्यापिका की भांति पढ़ाते हुए बच्चों से उसकी पहचान कराते हुए बच्चों के ज्ञान को भी परखा. प्राथमिक विद्यालय मटूका में लगाए गए पोषण वाटिका को भी उन्होंने देखा और पर्यावरण के प्रति जागरूकता पर प्रसन्नता जताई.
केक काटकर मनाया बच्चियों का जन्मदिन
राज्यपाल इसके बाद सीधे कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय अमिनी के स्मार्ट क्लास, लाइब्रेरी, ऑनलाइन क्लास के अलावा परिसर में ही स्थित आंगनवाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया. यहां पर छोटे-छोटे बच्चों ने उनके आगमन पर स्वागत गान गाया, जिस पर वह मंत्रमुग्ध हो गई. इस दौरान जानकारी होने पर कि आंगनबाड़ी केंद्र पर आने वाली आराध्या एवं काव्या का आज ही बर्थडे है. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने इन दोनों बच्चियों का केक काटकर जन्मदिन मनाया. उन्होंने अपने हाथों इन दोनों बच्चियों को केक खिलाया और गिफ्ट पोटली भेंट की, जिससे बच्चे खिलखिला उठे.
कम्प्यूटर प्रशिक्षक से की बातचीत
यहां पर स्मार्ट क्लास के निरीक्षण के दौरान आनंदीबेन पटेल ने कंप्यूटर के माध्यम से स्क्रीन पर चलने वाले पाठ्य सामग्री को संचालित कराकर देखा. इस दौरान कंप्यूटर चला रहे प्रशिक्षक से उन्होंने पूछा कि क्या इसे बच्चे स्वयं चला सकते हैं. इस पर प्रशिक्षक द्वारा सकारात्मक जवाब दिए जाने पर उन्होंने संतोष व्यक्त किया. यहां पर भी उन्होंने लोगों को पोषण पोटली एवं लाल श्रेणी के कुपोषित बच्चों को पोषण पोटली उपलब्ध कराई. अमिनी आंगनवाड़ी केंद्र पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने किशोरी पोषण संगिनियों के आग्रह पर उनके साथ सेल्फी भी खिंचाई.