वाराणसी: होटल उद्योग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सरकार देश भर के होटलों का ब्यौरा जुटाने में लगी हुई है. पर्यटकों को भ्रमणार्थ तीन मूलभूत सुविधाओं की आवश्यकता होती है.आवास, जलपान एवं मार्गीय सुविधा, जो पर्यटन उद्योग के अंतर्गत आते हैं. पर्यटन विभाग का प्रमुख उद्देश्य पर्यटकों के लिये सभी सुविधाओं को प्रदान किया जाना है, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिले और पर्यटन स्थलों का विकास एवं प्रचार-प्रसार हो सके.
इसी के तहत हॉस्पिटैलिटी सेक्टर के अंतर्गत होटल उद्योग को प्रोत्साहन दिए जाने के लिये पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार ने अपने पोर्टल www.hotelcloud.nic.in पर सभी सभी होटलों, लॉजों, गेस्ट हाउसों, पेइंग गेस्ट, बेड एंड ब्रेकफास्ट, होम स्टे आदि को पोर्टल पर संकलित कराए जाने हेतु सभी प्रदेशों को निर्देश जारी किया है. इसका उद्देश्य होटल उद्योग के लिए कारगर रणनीति बनाया जाना और उसका प्रचार प्रसार किया जाना है.
इसी क्रम में नेशनल डाटाबेस के अंतर्गत पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार के पोर्टल www.hotelcloud.nic.in पर पूरे देश में अभी तक लगभग 22 हजार होटल की जानकारी अपलोड हो चुकी हैं और उत्तर प्रदेश की 2380 होटल की जानकारी पोर्टल पर अपलोड हो चुकी हैं. इस क्रम में अपलोड हुई प्रत्येक होटलों को पोर्टल पर एक रजिस्ट्रेशन नंबर प्रदान किया जा रहा है.
प्रदेश के विभिन्न जनपदों के अनक्लासिफाइड होटल, लॉज, गेस्ट हाउस, पेइंग गेस्ट हाउस, बेड एंड ब्रेकफास्ट, होम स्टे आदि अन्य आवासी इकाइयां जो अभी तक पोर्टल पर पंजीकरण करने से वंचित रह गई हैं, वे इकाइयां स्वयं अपने स्तर पर भारत सरकार के पोर्टल www.hotelcloud.nic.in पर अपने होटल को पंजीकृत कर सकती हैं. इस संबंध में पर्यटन विभाग के मनीष श्रीवास्तव अपर सांख्यिकी अधिकारी/स्टेट नोडल अधिकारी उत्तर प्रदेश के मोबाइल नंबर भी जारी किया है. उनका मोबाइल नम्बर 9616603455 है.