वाराणसी: माफिया सरगना मुख्तार अंसारी के करीबियों पर पुलिस की ओर से लगातार कार्रवाई की जा रही है. वाराणसी की कैंट थाना पुलिस ने अंसारी के दो करीबियों पर गैंगेस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस से इन्हें 29 जून को छावनी क्षेत्र स्थित बंगला नंबर 51 से 12 क्विंटल प्रतिबंधित थाई मछली और बगैर लाइसेंस के 192 पेटी अंडे के साथ गिरफ्तार किया था.
इसी मामले में शुक्रवार को पुलिस ने छावनी क्षेत्र निवासी मछली कारोबारी सलीम और उसके दो साथियों राजेश गुल्ली व आनंद मसीह के खिलाफ कैंट थाने में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है. 2012 के विधानसभा चुनाव में वाराणसी कैंट से चुनाव लड़ चुके सलीम पर मुख्तार गिरोह की आर्थिक मदद करने और बदमाशों की जमानत कराने में अहम भूमिका निभाने का आरोप है.
पुलिस के अनुसार मुख्तार गिरोह के दम पर ही सलीम पूर्वांचल की अलग-अलग मछली मंडियों पर अपना वर्चस्व बना रखा था और व्यापारियों से जबरन वसूली भी करता था. एसपी सिटी विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि मुख्तार अंसारी के तीन बड़े मुकदमों में सलीम जमानतदार रहा है. गिरोह बनाकर आपराधिक गतिविधियों को संचालित करने के आरोप में सलीम और उसके दो करीबियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है.
आजमगढ़ और गाजीपुर में भी की जा चुकी है कार्रवाई
इस माह की एक तारीख को आजमगढ़ और गाजीपुर में पुलिस ने मुख्तार अंसारी गिरोह पर कार्रवाई की थी. आजमगढ़ के मुबारकपुर थाना क्षेत्र के लोहरा गांव निवासी अब्दुलहक का ठेके का करोबार है. मोबाइल टावरों पर बड़े पैमाने पर तेल की आपूर्ति करता है.
कुछ लोगों ने उस पर मजदूरों को धमकी देने का आरोप लगाया था. पुलिस ने उसके घर छापेमारी की और एक बोलेरो, एक ट्रैक्टर, एक कार, एक पिकअप और एक बुलेट को थाने लेकर आई थी. वहीं 4 जुलाई को गाजीपुर में भी पुलिस ने मुख्तार अंसारी के करीबियों पर कार्रवाई की थी. वाराणसी में भी इसके पहले पुलिस ने अंसारी गिरोह पर कार्रवाई की है.