वाराणसी: काशी में आज यानी मंगलवार को जेष्ठ मास का आखिरी मंगल और गंगा दशहरा का पावन पर्व मनाया जा रहा है. कहा माना है कि आज के दिन मां गंगा में पावन डुबकी लगाने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है. आज के दिन दान पुण्य करने का विशेष महत्व माना जाता है. मंगलवार सुबह से ही वाराणसी के गंगा घाटों पर लोगों की जबरदस्त भीड़ देखने को मिली. मां गंगा में डुबकी लगाने के बाद लोग दान-पुण्य करते नजर आए.
गौरतलब है कि गंगा-दशहरा के मौके पर मंगलवार को शिव की नगरी काशी में उत्सव जैसा माहौल है. दशाश्वमेध घाट समेत अन्य घाटों पर आस्था की डुबकी लगाने के लिए देश के कोने-कोने से श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली. पतित पावनी गंगा के अवतरण दिवस पर मंगलवार को शिव की नगरी काशी में स्नान, दान, जप, तप, व्रत और उपवास के लिए देश के कोने-कोने से श्रद्धालु पहुंचे.
गंगा दशहरा के दिन अस्सी घाट, दशाश्वमेध से लेकर राजघाट तक हजारों श्रद्धालुओं ने पुण्य स्नान किया. गंगा के इस पार से लेकर उस पार तक मेले जैसा मंजर नजर आया. सुरक्षा के लिए एनडीआरफ की टीम सभी 84 घाटों पर मुस्तैद नजर आईं. गंगा सेवा निधि की तरफ से गंगा दशहरा के पावन पर्व के मौके पर गंगा घाट पर विविध आयोजन भी किए जाएंगे. इसमें मां गंगा के दुग्ध अभिषेक के अलावा शाम को मां गंगा की भव्य आरती भी होगी.
काशी के दशाश्वमेध घाट पर देव दीपावली की तरह अपने विशाल रूप में गंगा आरती की जाएगी, जो रिद्धि सिद्धि कन्याओं के साथ ही वैदिक ब्राह्मणों की मौजूदगी में होगी. इसके लिए घाट को दुल्हन की तरह सजाया भी जा रहा है. अलग-अलग घाटों पर भी गंगा अवतरण दिवस के मौके पर विभिन्न आयोजन किए जाएंगे.
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