वाराणसीः जिले के गंगा सेवा निधि द्वारा दशाश्वमेघ घाट पर होने वाली मां गंगा आरती एक बार फिर सांकेतिक रूप से हो रही है. बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन के निर्देशों का गंगा सेवा निधि पूर्णतः पालन कर रहा है. सात अर्चक की जगह गुरुवार से एक अर्चक ही मां गंगा की सांकेतिक आरती करेंगे. अगले आदेश तक यही हाल शीतला घाट, अस्सी घाट पर देखने को मिलेगा.
आठ महीने तक सांकेतिक रुप से हुई थी आरती
पिछले कोरोना लॉकडाउन के दौरान 8 महीनों तक सांकेतिक रूप से गंगा आरती हुई थी. आरती 7 की जगह सिर्फ एक ही प्लेटफार्म पर ही हुई थी. 21 नवंबर 2020 से एक बार फिर वापस गंगा आरती अपने पूर्ण रूप में की जा रही थी. गुरुवार से एक बार फिर सांकेतिक रूप से मां गंगा की आरती हुई.
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डिजिटल हुई आरती
वाराणसी के घाटों पर संध्याकालीन होने वाले गंगा आरती अब सोशल मीडिया के माध्यम से लाइव देखी जा सकेगी. इसकी अपील भी गंगा सेवा निधि ने लोगों से की है कि आप घर बैठे मां गंगा की आरती देखें. गंगा सेवा निधि के सचिव हनुमान यादव ने बताया कि गंगा आरती सांकेतिक रूप से हो रही है. 7 अर्चक की जगह एक ही अर्चक मां गंगा के प्रसिद्ध आरती को कर रहे हैं. नृत्य संगीत और भजन के सात गंगा आरती होती है.