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पंचतत्व में विलीन हुआ काशी का लाल, नम आंखो से दी अंतिम विदाई

श्रीनगर के बड़गाम में हेलीकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए वाराणसी के लाल विशाल कुमार पांडेय को गुरूवार की देर रात अंतिम विदाई दी गई. इस दौरान मंत्री, प्रशासनिक अधिकारी समेत हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे.

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Published : Mar 1, 2019, 9:15 AM IST

विशाल कुमार पांडेय

वाराणसी: श्रीनगर के बड़गाम में हेलीकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए वाराणसी के लाल विशाल कुमार पांडेय का पार्थिव शरीर गुरुवार को उनके घर पहुंचा. इसके बाद देर रात शहीद को नम आंखो से अंतिम विदाई दी गई. इस दौरान मंत्री समेत हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे. शहीद के अंतिम यात्रा के दौरान 'भारत माता की जय', 'शहीद विशाल अमर रहें' के नारे गूंजते रहे.

नम आंखो से शहीद विशाल कुमार पांडेय को दी गई अंतिम विदाई.

भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच लगातार भारतीय सेना के जवानों की शहादत हो रही है. बता दें कि बीते बुधवार को श्रीनगर के बड़गाम में पाकिस्तानी एयरक्रॉफ्ट को वापस भेज कर लौट रहे भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर एमआई 17 के दुर्घटनाग्रस्त होने से वाराणसी के लाल विशाल कुमार पांडेय शहीद हो गए थे. जिसके बाद 24 घंटे के इंतजार के बाद विशाल का पार्थिव शरीर वाराणसी के चौकाघाट स्थित उसके घर पहुंचा.

छोटे भाई ने दी मुखाग्नि

शहीद जवान विशाल कुमार पांडेय का अंतिम संस्कार वाराणसी के हरिश्चंद्र घाट पर संपन्न हुआ. छोटे भाई आकाश पांडे ने उन्हें मुखाग्नि दी.

अंतिम दर्शन को तरसे परिजन

शहीद का पार्थिव शरीर जैसे ही घर पहुंचा हर कोई रो उठा. शहीद का मां और पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल था. पत्नी बार-बार बेसुध हुई जा रही थी. मां और पत्नी बार-बार अंतिम बार देख लेने की गुहार लगाती रही, लेकिन वायु सेना के अधिकारियों और प्रशासन ने इसकी इजाजत नहीं दी.

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कब आएंगे पापा

बता दें कि शहीद की 7 साल की एक बेटी और 4 साल का एक बेटा है जो बार-बार यह पूछ रहे थे कि पापा कब आएंगे, लेकिन उन मासूमों को ये कहा पता है कि अब उनके पापा कभी नहीं आने वाले है.

मंत्री, प्रशासनिक अधिकारी रहे मौजूद

शहीद विशाल कुमार पांडेय को अंतिम विदाई देने के लिए राज्य मंत्री नीलकंठ तिवारी, राज्य मंत्री अनिल राजभर समेत कांग्रेस, समाजवादी पार्टी समेत अन्य पार्टियों के नेता रहे मौजूद. साथ ही इस दौरान प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे.

पाकिस्तान पर हो कड़ी कार्रवाई

विशाल के छोटे भाई आकाश और बड़े भाई विकास ने प्रधानमंत्री मोदी से पाकिस्तान पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. दोनों ने कहा कि पाकिस्तान का हुक्का पानी बंद कर उस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. विकास का कहना है कि सबसे पहले पत्थरबाजों को मारा जाना चाहिए, क्योंकि यही पत्थरबाज आतंकवादी बन रहे हैं. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से अपने परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने की भी मांग की.

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नारों से गूंज उठा आसमां, हर आंख हुई नम

हजारों की संख्या में पहुंचे लोगों जोश और नम आंखो से शहीद को अंतिम विदाई दी. जवान के शहीद होने से लोगों को दु:ख के साथ गर्व भी था. इसलिए लोगों ने पूरे जोश के साथ भारत माता की जय, शहीद विशाल अमर रहे, पाकिस्तान मुर्दाबाद के जमकर नारे लगाए. पूरी यात्रा के दौरान ये नारे गूंजते रहे.

वाराणसी: श्रीनगर के बड़गाम में हेलीकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए वाराणसी के लाल विशाल कुमार पांडेय का पार्थिव शरीर गुरुवार को उनके घर पहुंचा. इसके बाद देर रात शहीद को नम आंखो से अंतिम विदाई दी गई. इस दौरान मंत्री समेत हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे. शहीद के अंतिम यात्रा के दौरान 'भारत माता की जय', 'शहीद विशाल अमर रहें' के नारे गूंजते रहे.

नम आंखो से शहीद विशाल कुमार पांडेय को दी गई अंतिम विदाई.

भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच लगातार भारतीय सेना के जवानों की शहादत हो रही है. बता दें कि बीते बुधवार को श्रीनगर के बड़गाम में पाकिस्तानी एयरक्रॉफ्ट को वापस भेज कर लौट रहे भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर एमआई 17 के दुर्घटनाग्रस्त होने से वाराणसी के लाल विशाल कुमार पांडेय शहीद हो गए थे. जिसके बाद 24 घंटे के इंतजार के बाद विशाल का पार्थिव शरीर वाराणसी के चौकाघाट स्थित उसके घर पहुंचा.

छोटे भाई ने दी मुखाग्नि

शहीद जवान विशाल कुमार पांडेय का अंतिम संस्कार वाराणसी के हरिश्चंद्र घाट पर संपन्न हुआ. छोटे भाई आकाश पांडे ने उन्हें मुखाग्नि दी.

अंतिम दर्शन को तरसे परिजन

शहीद का पार्थिव शरीर जैसे ही घर पहुंचा हर कोई रो उठा. शहीद का मां और पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल था. पत्नी बार-बार बेसुध हुई जा रही थी. मां और पत्नी बार-बार अंतिम बार देख लेने की गुहार लगाती रही, लेकिन वायु सेना के अधिकारियों और प्रशासन ने इसकी इजाजत नहीं दी.

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कब आएंगे पापा

बता दें कि शहीद की 7 साल की एक बेटी और 4 साल का एक बेटा है जो बार-बार यह पूछ रहे थे कि पापा कब आएंगे, लेकिन उन मासूमों को ये कहा पता है कि अब उनके पापा कभी नहीं आने वाले है.

मंत्री, प्रशासनिक अधिकारी रहे मौजूद

शहीद विशाल कुमार पांडेय को अंतिम विदाई देने के लिए राज्य मंत्री नीलकंठ तिवारी, राज्य मंत्री अनिल राजभर समेत कांग्रेस, समाजवादी पार्टी समेत अन्य पार्टियों के नेता रहे मौजूद. साथ ही इस दौरान प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे.

पाकिस्तान पर हो कड़ी कार्रवाई

विशाल के छोटे भाई आकाश और बड़े भाई विकास ने प्रधानमंत्री मोदी से पाकिस्तान पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. दोनों ने कहा कि पाकिस्तान का हुक्का पानी बंद कर उस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. विकास का कहना है कि सबसे पहले पत्थरबाजों को मारा जाना चाहिए, क्योंकि यही पत्थरबाज आतंकवादी बन रहे हैं. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से अपने परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने की भी मांग की.

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नारों से गूंज उठा आसमां, हर आंख हुई नम

हजारों की संख्या में पहुंचे लोगों जोश और नम आंखो से शहीद को अंतिम विदाई दी. जवान के शहीद होने से लोगों को दु:ख के साथ गर्व भी था. इसलिए लोगों ने पूरे जोश के साथ भारत माता की जय, शहीद विशाल अमर रहे, पाकिस्तान मुर्दाबाद के जमकर नारे लगाए. पूरी यात्रा के दौरान ये नारे गूंजते रहे.

Intro:एंकर- वाराणसी: भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच लगातार भारतीय सेना के जवानों की शहादत हो रही है बुधवार को श्रीनगर के बड़गाम में पाकिस्तानी एयरक्राफ्ट को उनकी सीमा में वापस भेज कर लौट रहे भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर एमआई 17 के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद इसमें सवार वाराणसी के लाल विशाल कुमार पांडेय की शहादत हुई जिसके बाद 24 घंटे के इंतजार के बाद आज विशाल का पार्थिव शरीर वाराणसी के चौकाघाट स्थित उसके घर पहुंचा. जहां पर मातम छा गया. पत्नी माधवी और मां विमला देवी अपने आप को अभागा समझ रही थी. ऐसा सिर्फ इसलिए क्योंकि जहां सात जन्मों का साथ निभाने की कसमें खाने वाली विशाल की पत्नी माधवी पति के जाने के बाद उसका आखरी दर्शन भी नहीं कर सकी, वही मां विमला भी अपने कलेजे के टुकड़े का दीदार नहीं कर सकी, क्योंकि जिस ताबूत में विशाल का पार्थिव शरीर आया था उसको खोलने की इजाजत ना ही साथ है वायु सेना के अधिकारियों ने दी और ना ही वाराणसी प्रशासन ने.


Body:वीओ-01 शहीद जवान विशाल कुमार पांडेय का अंतिम संस्कार वाराणसी के हरिश्चंद्र घाट पर संपन्न हुआ रात लगभग 12:15 बजे छोटे भाई आकाश पांडे ने विशाल को मुखाग्नि दी विशाल का 4 साल का बेटा लेकिन उसको अभी यही नहीं पता कि उसके पापा कभी नहीं आने वाले 7 साल की बेटी भी है, जो बार-बार मां से ही पूछ रही थी पापा कब आएंगे पत्नी बेसुध थी उसको खुद होश नहीं था जो अपने बच्चों को वह कुछ बता सके शहीद जवान विशाल का पार्थिव शरीर वाराणसी एयरपोर्ट से आने के साथ ही उसके घर ले जाया गया जहां पर कुछ देर रुकने के बाद उसे चौकाघाट स्थित सांस्कृतिक संकुल में ले जाकर रखा गया. जहां पर राज्य मंत्री नीलकंठ तिवारी राज्य मंत्री अनिल राजभर समेत कांग्रेस समाजवादी पार्टी व अन्य नेताओं ने श्रद्धांजलि दी भारतीय वायु सेना और प्रशासनिक अधिकारियों ने भी शहीद जवान को नमन किया शाम हो जाने की वजह से गार्ड ऑफ ऑनर की रस्म पूरी नहीं हुई लेकिन पुलिस के जवानों ने शहीद जवान को लास्ट सेल्यूट जरूर किया. जिस की रस्म अदायगी सांस्कृतिक संकुल में हुई. इसके बाद शव यात्रा शुरू हुई जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भारत माता की जय हो पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए.

बाईट- आकाश पांडेय, शहीद विशाल का छोटा भाई


Conclusion:वीओ-02 हरिश्चंद्र घाट पर शव पहुंचने के बाद लोगों ने हाथों में तिरंगा झंडा थाम का शहीद जवान विशाल पांडेय अमर रहे के नारे लगाए और इमरान खान पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे देर रात तक श्मशान घाट पर लगते रहे. इस दौरान विशाल के छोटे भाई आकाश और बड़े भाई विकास ने प्रधानमंत्री मोदी से पाकिस्तान पर कड़ी कार्रवाई की मांग की दोनों ने कहा कि पाकिस्तान का हुक्का पानी बंद कर उसको कड़ी से कड़ी कार्रवाई से गुजारा जाना चाहिए विकास का कहना था कि सबसे पहले पत्थरबाजों को मारा जाना चाहिए क्योंकि यही पत्थरबाज आतंकवादी बन रहे हैं उसने प्रधानमंत्री मोदी से अपने परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने की भी मांग की.

बाईट- विकास पांडेय, शहीद विशाल का बड़ा भाई

गोपाल मिश्र

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