वाराणसी: जिले के लालबहादुर शास्त्री एयरपोर्ट पर नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी का मामला प्रकाश में आया है. घटना के बारे में बताया जा रहा है कि 6 युवकों को नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी की गई. मामले का खुलासा एयरपोर्ट पर चेक इन करते समय पीएनआर नंबर मिलाने से हुआ. जिसके बाद अधिकारियों ने युवकों से पूछताछ की और मामला धोखाधड़ी का निकलने पर उन्हें छोड़ दिया.
नौकरी की चाहत में युवक देश-विदेश जाने के लिए तैयार हो जाते है. जिसका फायदा कुछ जालसाज उठा कर उनके साथ धोखाधड़ी कर देते है. ऐसा ही एक मामला लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट से सामने आया है. जहां नौकरी के नाम पर 6 युवकों के साथ धोखाधड़ी की गई. पिंडरा और जौनपुर से छह युवक विदेश जाने के लिए एयरपोर्ट पहुंचे थे. सभी युवकों को वाराणसी से शारजाह जाने वाले विमान एआईएस 1183 से शारजाह जाना था.
पीएनआर मिलान से हुआ खुलासा
सभी युवकों के पास टिकट, वीजा और पासपोर्ट था. वे अपनी आईडी और टिकट दिखाकर टर्मिनल भवन में प्रवेश भी कर गए. युवक जब चेक इन करने लगे तो उनके पीएनआर पर किसी दूसरे युवक का टिकट बुक था. सभी युवकों के टिकट को फर्जी तरीके से संपादित कर केवल नाम व अन्य जानकारियां बदल दी गई थी. चेक इन न हो पाने से परेशान युवक जब अधिकारियों से संपर्क किए तो जांच के बाद पता चला कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है. मामला सामने आने के बाद एयरलाइंस के अधिकारी भी सन्न रह गए.
युवकों से लंबी पूछताछ
जब युवक फर्जी टिकट मालूम हो जाने पर निराश हो कर घर वापस जाने के लिए निकलते समय सीआईएसएफ के जवानों ने उनको रोक दिया. युवकों से लंबी पूछताछ की गई. उसके बाद जब इस बात की पुष्टि हो गई कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है. तब जाकर उनको टर्नल भवन से बाहर निकलने की इजाजत दी गई. पीड़ित युवक ने बताया कि एक-एक युवक से करीब 50 हजार लिया गया था.
नौकरी के जगह जेल जाना पड़ जाता
छह युवकों द्वारा पीएनआर से मिलान करने पर संपादित टिकट किये जाने पर धोखाधड़ी का शिकार युवक पर कूट रचित कार्य करने के कारण जेल भी जाना पड़ सकता था. हालांकि जांच में जब यह स्पष्ट हो गया कि वे वाकई धोखाधड़ी के शिकार हुए हैं तो उनको बाहर निकलने की इजाजत दी गई, यदि धोखाधड़ी की पुष्टि नहीं हुई होती तो उनको जेल भी जाना पड़ सकता था.
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